होम /न्यूज /व्यवसाय /3 अंडर ग्राउंड स्टेशन और 6 सुरंग, किन शहरों से गुजरेगी देश की पहली रैपिड रेल? सबसे पहले यूपी वालों को मिलेगा सफर का मौका

3 अंडर ग्राउंड स्टेशन और 6 सुरंग, किन शहरों से गुजरेगी देश की पहली रैपिड रेल? सबसे पहले यूपी वालों को मिलेगा सफर का मौका

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर सुरंग में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम शुरू हुआ.

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर सुरंग में रेलवे ट्रैक बिछाने का काम शुरू हुआ.

नई दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर चलने वाली रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम को लेकर निर्माण कार्य तेजी से जारी है. NCRTC ने दिल ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ RRTS कॉरिडोर पर सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाने का काम शुरू हुआ.
इस वर्ष RRTS प्रायोरिटी सेक्शन साहिबाबाद से दुहाई के बीच संचालन शुरू किया जाएगा.
दिल्ली से मेरठ तक पूरे कॉरिडोर को 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है.

Rapid Rail Transit System: भारतीय रेलवे की तस्वीर बदलती जा रही है. सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के बाद अब देश में रैपिड रेल भी दौड़ने लगेगी. नई दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर चलने वाली रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम को लेकर निर्माण कार्य तेजी से जारी है. सहिबाबाद और दुहाई के बीच 17 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर जल्द ही रैपिड रेल शुरू होने वाली है. इस सेक्शन में साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो स्टेशन शामिल हैं. रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) शुरू करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर पर निर्मित सुरंग के अंदर ट्रैक बिछाने का काम शुरू कर दिया है.

मेरठ में 750 मीटर लंबी सुरंग अक्टूबर 2022 में गांधी बाग से बेगमपुल के बीच बनकर तैयार हो गई थी. वहीं, भैंसाली से मेरठ सेंट्रल स्टेशन के बीच सुरंग का निर्माण भी पूरा हो चुका है. इन सुरंगों के अंदर पटरियां बिछाने का काम जल्द ही शुरू होगा. दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रूट पर रैपिड रेल ट्रांजिस्ट सिस्टम का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- भारत का सबसे रोमांचक रेलवे सफर, समंदर के बीच से निकलती है ट्रेन, 147 पिलर पर टिका 2.2 किमी. लंबा पुल

2025 तक पूरी तरह शुरू होगा संचालन
इस वर्ष RRTS प्रायोरिटी सेक्शन का संचालन किया जाएगा, जिसके लिए एनसीआरटीसी ट्रेनों का ट्रायल कर रहा है. सिर्फ 17 किलोमीटर लंबे प्रायोरिटी सेक्शन के लिए करीब 9,000 ट्रैक स्लैब  लगाए गए हैं. दिल्ली से मेरठ तक पूरे कॉरिडोर को 2025 में चालू करने का लक्ष्य है.

delhi-meerut rapid rail, rapid rail transit system in india, rapid rail ticket price, rapid rail speed, delhi-meerut rapid rail start date, delhi-meerut rapid rail fare

(Image- Twitter @VKS_irse)

सुरंग के लिए हाई क्वालिटी कंक्रीट का इस्तेमाल
RRTS ट्रैक स्लैब का निर्माण बहुत उच्च गुणवत्ता वाले कंक्रीट का उपयोग करके किया जा रहा है. सर्कुलर टनल में ट्रैक को मजबूती देने के लिए पहले पीसीसी (प्लेन सीमेंट कंक्रीट) बेस बनाया जाता है. टनल के अंदर ट्रैक बिछाने के लिए जहां आवश्यक हो वहां विशेष रबर पैड भी लगाए जा रहे हैं, जो टनल में होने वाले कंपन को नियंत्रित करते हैं.

ये भी पढ़ें- दुनिया के सबसे खतरनाक 6 रेलवे ट्रैक, घुमावदार रास्ते और हजारों फीट की ऊंचाई, विंडो से नीचे देख लो तो कांप उठे कलेजा

पूरे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के लिए खास ट्रैक स्लैब शताब्दी नगर, मेरठ में ट्रैक स्लैब फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे हैं. देश में पहली बार इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल उच्च शक्ति वाले गिट्टी रहित ट्रैक स्लैब बनाने के लिए किया जा रहा है. इन ट्रैक स्लैब का लाइफ साइकल लंबा होता है और इन्हें कम रखरखाव की आवश्यकता होती है.

180 किमी. प्रति घंटे की रफ्तार
रैपिड रेल की अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. हालांकि परिचालन के दौरान इसकी स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटा रहेगी. इस RRTS कॉरिडोर की कुल लंबाई 82 किमी है, जिसमें से 14 किमी का हिस्सा दिल्ली में, जबकि 68 किमी. उत्तर प्रदेश में है.

Tags: Bullet Train Project, Indian Railway news, Vande Bharat Trains

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें