अल नीनो के कारण खराब मानसून का असर कृषि उत्पादन पर पड़ेगा. (Image- Canva)
El Nino Effect on India : तपती गर्मी में यदि पारा 50 के पार पहुंच जाए और बारिश की कोई उम्मीद न हो तो क्या होगा? कल्पना भर से ही सिहरन उठने लगी न, लेकिन वैज्ञानिकों की मानें तो इस साल देश को ऐसे ही हालात बन सकते हैं. कोरोना महामारी से अभी हम पूरी तरह उबरे भी नहीं कि एक और प्राकृतिक आपदा मुंह बाये खड़ी दिख रही है. इंस्टीट्यूट ऑफ क्लाइमेट चेंज स्टडीज के निदेशक डीएस पई (DS Pai) ने गंभीर चेतावनी दी है. पई के अनुसार, इस साल अल नीनो (El Nino) की वजह से भारत में सूखे जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. मानसून में बारिश भी इस बार 90 फीसदी तक कम होने की आशंका है. मतलब ये कि फसलें भी प्रभावित हो सकती हैं. हालांकि अभी तक स्थिति सामान्य दिख रही है, लेकिन बेहतर होगा यदि डीएस पई की संभावित भविष्यवाणी पूरी तरह गलत साबित हो जाए.
डीएस पई ने कहा, “ला नीना के 3 साल बाद इस साल अल नीनो आने की संभावना है. देश में 100 से नीचे बारिश के मामले उस समय थे जब मानसून 90 से नीचे था. इसकी वजह से 1952, 1965 और 1972 में भारत ने सूखे का सामना किया था और अब हम उसी स्थिति का सामना कर रहे हैं.”
भारत और पड़ोसी राज्यों पर हो सकता असर
ला नीना अल नीनो का विपरीत प्रभाव है, जिसमें जलवायु पैटर्न जो प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने के बारे में बताता है. इससे भारत और इसके पड़ोस में बारिश की कमी और सूखे से जुड़ी जानकारी मिलती है. ऐसे में यह चिंताजनक खबर है, क्योंकि भारत में आधी आबादी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है.
गर्मी भी तोड़ सकती है रिकॉर्ड
डीएस पाई ने कहा, “संभावित एल नीनो प्रभाव के कारण एक लंबी शुष्क अवधि देखने को मिल सकती है. अगर अल नीनो सर्दियों में चरम पर होता है और 2024 के वसंत के मौसम में जारी रहता है, तो अगला साल सबसे गर्म हो सकता है. अगर अल नीनो जारी रहता है तो 2024 में रिकॉर्ड तापमान टूट सकता है. देश भर में तापमान बढ़ रहा है.
बता दें कि देश के कई हिस्सों में फरवरी में इतनी गर्मी कई सालों बाद देखी गई है, जिससे भीषण गर्मी का संकट गहराता जा रहा है. पंजाब में पिछले कुछ दिन के दौरान सामान्य से अधिक तापमान की वजह से गेहूं उत्पादक किसानों की परेशानी बढ़ गई है. तापमान के ज्यादा रहने से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचने का अंदेशा है. कृषि मंत्रालय के पूर्व सलाहकार बीएल मीणा ने कहा कि अल नीनो के कारण खराब मानसून का असर कृषि उत्पादन पर पड़ेगा. हालांकि, कृषि विशेषज्ञ दीपिंदर शर्मा ने कहा कि हालांकि अभी चीजें ठीक हैं, लेकिन पंजाब के किसान बढ़ते तापमान से चिंतित हैं.
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Tags: Crop Damage, IMD alert, Rainfall
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