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आपको ज्यादा रिटर्न देने के लिए शेयर बाजार में निवेश बढ़ाने पर विचार कर रहा है EPFO

ईपीएफओ के इस समय करीब 5 करोड़ सब्‍सक्राइबर हैं.

ईपीएफओ के इस समय करीब 5 करोड़ सब्‍सक्राइबर हैं.

EPFO की इक्विटी मार्केट में निवेश की सीमा 15 फीसदी है. अब ईपीएफओ डेट् सिक्‍योरिटी से मिले कम रिटर्न की भरपाई करने के लि ...अधिक पढ़ें

नई दिल्‍ली. कर्मचारी भविष्‍य निधि संगठन (EPFO) ज्‍यादा रिटर्न के लिए अब शेयर बाजार में बड़ा दांव लगाने की तैयारी में है. ईपीएफओ का इरादा शेयरों में लगाए जाने वाले पैसे में कम से कम 10 फीसदी इजाफा करने का है. फिलहाल इक्विटी मार्केट में ईपीएफओ के निवेश की सीमा 15 फीसदी है. इसे 25 फीसदी करने पर विचार चल रहा है.

ईपीएफओ डेट् सिक्‍योरिटी (debt securities) से मिले कम रिटर्न की भरपाई स्‍टॉक्‍स में निवेश करके करना चाहता है. फिलहाल ईपीएफओ 4 दशक में सबसे कम ब्‍याज दे रहा है. शुक्रवार को ईपीएफओ ने वित्‍त वर्ष 2021-22 के लिए 8.1 फीसदी ब्याज दर को स्वीकृति दे दी थी.

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मनीकंट्रोल डॉट कॉम की एक खबर के अनुसार, ईपीएफओ के इस समय करीब 5 करोड़ सब्‍सक्राइबर हैं. वर्तमान में ईपीएफओ कुछ एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) में लगभग 1,800-2,000 करोड़ रुपये निवेश करता है. उसे प्रतिदिन लगभग 600 करोड़ रुपये मिलते हैं. इनमें से 200 करोड़ रुपये दावों के निपटान में खर्च हो जाते हैं. EPFO अधिकारियों ने इक्विटी स्कीम्स में निवेश की संभावनाओं के आकलन के लिए म्यूचुअल फंड मैनेजर्स से मुलाकात भी की है.

चल रहा है विचार

ईपीएफओ की वर्तमान 15 फीसदी सीमा से ज्‍यादा शेयर बाजार में निवेश करने को लेकर विचार विमर्श लगातार चल रहा है. करीब दो सप्‍ताह पहले फाइनेंस इनवेस्टमेंट एंड ऑडिट कमेटी की बैठक में शेयरों में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा हुई थी. शेयरों में निवेश की सीमा को बढ़ाने के प्रस्ताव को जून के आखिरी सप्ताह में होने वाली ईपीएफओ सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (CBT) की बैठक में रखा जाएगा. फिर यह सिफारिश श्रम मंत्रालय और फिर अंतिम मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय में भेजी जाएगी. ईपीएफओ का इरादा शेयरों मे निवेश की 15 फीसदी सीमा में चरणबद्ध तरीके से बढ़ोतरी करने का है. इसे पहले 20 फीसदी किया जाएगा और फिर बढ़ाकर 25 फीसदी तक ले जाया जाएगा.

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कम ब्‍याज दर से सब्‍सक्राइबर निराश

ईपीएफ पर मौजूदा 8.1 फीसदी की ब्याज दर 1977-78 के बाद सबसे कम है. ईपीएफओ सब्‍सक्राइबर कम ब्‍याज दर से खुश नहीं हैं और उनमें निराशा है. मार्च, 2021 में सीबीटी ने 2020-21 के लिए ईपीएफ जमा पर 8.5 फीसदी ब्याज दर तय की थी. वित्त मंत्रालय ने अक्टूबर, 2021 में इस पर मुहर लगा दी थी. ईपीएफओ ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को सब्सक्राइबर्स के खातों में 2020-21 के लिए 8.5 फीसदी ब्याज दर जमा करने के निर्देश दिए थे.

Tags: Epfo, EPFO subscribers

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