दुनिया की बाकी करेंसी के मुकाबले अब भी मजबूत है रुपया- अरुण जेटली

वित्त मंत्री अरुण जेटली की फाइल फोटो- Reuters
अरुण जेटली ने कहा कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिये ऋण लक्ष्य को घटाकर 70 हजार करोड़ रुपये तक कर दिया है और तेल कंपनियों को एक साल में 10 अरब डॉलर तक जुटाने की अनुमति दे दी है.
- News18Hindi
- Last Updated: October 6, 2018, 2:40 PM IST
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को कहा कि चालू खाते के घाटे (सीएडी) को सीमित करने और विदेशी मुद्रा की आवक को बढ़ाने के लिये कुछ और कदमों की तैयारी है. जेटली ने यहां ‘एचटी लीडरशिप समिट’ में कहा कि सरकार ने सीएडी को सीमित करने के लिये कुछ कदम उठाए हैं तथा कुछ और कदम उठाए जाने की संभावना है.
हाल में उठाए गए कुछ कदमों की जानकारी देते हुए जेटली ने कहा कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिये ऋण लक्ष्य को घटाकर 70 हजार करोड़ रुपये तक कर दिया है और तेल कंपनियों को एक साल में 10 अरब डॉलर तक जुटाने की अनुमति दे दी है.
रुपये में गहराती कमजोरी पर अरुण जेटली का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से डॉलर मजबूत हो रहा है और सिर्फ डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ है. दुनिया की बाकी करेंसी के मुकाबले रुपये की स्थिति अभी भी मजबूत है.
यह भी पढ़ें: IL&FS पर राहुल गांधी के हमलों से भड़के जेटली, कांग्रेस को बताया 'राष्ट्रीय विध्वंसक'वहीं आधार पर वित्त मंत्री ने प्राइवेट कंपनियों में फिर से इसके इस्तेमाल की वकालत की है. 2019 के चुनाव और महागठबंधन उनका कहना है कि जनता महागठबंधन के सच को जानती है, महागठबंधन एक नाकाम फॉर्मूला है.
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चिंता जताते हुए कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी से चालू व्यापार घाटा बढ़ने का खतरा है. (एजेंसी इनपुट के साथ)
यह भी पढ़ें: बिहार में पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाने का फैसला अभी नहीं, 2.50 रुपए का ही फायदा
हाल में उठाए गए कुछ कदमों की जानकारी देते हुए जेटली ने कहा कि सरकार ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिये ऋण लक्ष्य को घटाकर 70 हजार करोड़ रुपये तक कर दिया है और तेल कंपनियों को एक साल में 10 अरब डॉलर तक जुटाने की अनुमति दे दी है.
रुपये में गहराती कमजोरी पर अरुण जेटली का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने से डॉलर मजबूत हो रहा है और सिर्फ डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर हुआ है. दुनिया की बाकी करेंसी के मुकाबले रुपये की स्थिति अभी भी मजबूत है.
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वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चिंता जताते हुए कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में आई तेजी से चालू व्यापार घाटा बढ़ने का खतरा है. (एजेंसी इनपुट के साथ)
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