उर्जित पटेल पर अरुण जेटली बोले- सरकार ने नहीं मांगा था उनका इस्तीफा

(File photo)
केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. इसी बीच उर्जित पटेल ने अचानक आईबीआई गर्वनर के पद से इस्तीफा दे दिया.
- News18Hindi
- Last Updated: December 18, 2018, 8:29 PM IST
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि सरकार ने कभी भी उर्जित पटेल से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर पद से इस्तीफा देने का दवाब नहीं बनाया था. पिछले कुछ समय से आरबीआई और सरकार के बीच नकदी समस्या समेत अन्य मुद्दों को लेकर तनातनी चल रही है.
जेटली ने 'आजतक' के एक कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में ये बातें कही. उन्होंने कहा कि सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान आरबीआई के कैश रिजर्व रेशियो (आरक्षित पूंजी भंडार) से एक फूटी कौड़ी की जरूरत नहीं है.
कार्यक्रम में उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर सरकार की आलोचना पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बैंक के आरक्षित कोष के आकार जैसे मुद्दों पर आरबीआई के निदेशक मंडल की बैठक में सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई. जेटली ने कहा, 'सरकार ने कभी पटेल से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था.'
गौरतलब है कि केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. इसी बीच उर्जित पटेल ने अचानक आईबीआई गर्वनर के पद से इस्तीफा दे दिया. भारत सरकार ने अगस्त 2016 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर घोषित किया था. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी. उनका कार्यकाल 3 साल का था. 28 अक्टूबर 1963 को जन्मे उर्जित ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से बीए किया है. उनके इस्तीफे के बाद पूर्व आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास को नया गवर्नर बनाया है.उर्जित पटेल के इस्तीफे का कारण बताते हुए रिज़र्व बैंक के वेबसाइट पर जारी बयान में कहा गया, निजी कारणों से मैंने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है. पिछले कई सालों से भारतीय रिज़र्व बैंक में विभिन्न पदों पर रहना मेरे लिए सम्मान की बात रही है. पिछले कुछ सालों में रिज़र्व बैंक कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और सहयोग बेहद अहम रहा. मैं इस मौके पर अपने सहयोगियों और रिज़र्व बैंक के डायरेक्टर्स के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.
(भाषा इनपुट के साथ)
जेटली ने 'आजतक' के एक कार्यक्रम 'एजेंडा आजतक' में ये बातें कही. उन्होंने कहा कि सरकार को चालू वित्त वर्ष के दौरान आरबीआई के कैश रिजर्व रेशियो (आरक्षित पूंजी भंडार) से एक फूटी कौड़ी की जरूरत नहीं है.
कार्यक्रम में उर्जित पटेल के इस्तीफे को लेकर सरकार की आलोचना पर जवाब देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि केंद्रीय बैंक के आरक्षित कोष के आकार जैसे मुद्दों पर आरबीआई के निदेशक मंडल की बैठक में सौहार्दपूर्ण चर्चा हुई. जेटली ने कहा, 'सरकार ने कभी पटेल से इस्तीफा देने के लिए नहीं कहा था.'
गौरतलब है कि केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के बीच पिछले काफी समय से विवाद चल रहा था. इसी बीच उर्जित पटेल ने अचानक आईबीआई गर्वनर के पद से इस्तीफा दे दिया. भारत सरकार ने अगस्त 2016 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर उर्जित पटेल को नया गवर्नर घोषित किया था. उन्होंने रघुराम राजन की जगह ली थी. उनका कार्यकाल 3 साल का था. 28 अक्टूबर 1963 को जन्मे उर्जित ने लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से बीए किया है. उनके इस्तीफे के बाद पूर्व आईएएस अधिकारी शक्तिकांत दास को नया गवर्नर बनाया है.उर्जित पटेल के इस्तीफे का कारण बताते हुए रिज़र्व बैंक के वेबसाइट पर जारी बयान में कहा गया, निजी कारणों से मैंने तत्काल प्रभाव से अपने पद से इस्तीफ़ा देने का फ़ैसला किया है. पिछले कई सालों से भारतीय रिज़र्व बैंक में विभिन्न पदों पर रहना मेरे लिए सम्मान की बात रही है. पिछले कुछ सालों में रिज़र्व बैंक कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और सहयोग बेहद अहम रहा. मैं इस मौके पर अपने सहयोगियों और रिज़र्व बैंक के डायरेक्टर्स के प्रति आभार व्यक्त करता हूं और भविष्य के लिए उन्हें शुभकामनाएं देता हूं.
(भाषा इनपुट के साथ)