Commodity Market में विदेशी निवेशकों को मंजूरी से वायदा कारोबार को बड़ा बूस्ट मिलेगा.
नई दिल्ली. केंद्र सरकार की कमोडिटी डेरिवेटिव मार्केट (Commodity Market) को बढ़ावा देने की तैयारी कर रही है. इस कड़ी में पूंजी बाजार नियामक सेबी (SEBI) की बनाई कमोडिटी डेरिवेटिव एडवाइजरी कमिटी (CDAC) ने वायदा बाजार में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FPIs) को हरी झंडी दे दी है. साथ ही उम्मीद की जा रही है कि जल्द सेबी की ओर से भी इसे मंजूरी मिल सकती है. सेबी की अगली बैठक में इस पर चर्चा हो सकती है. कमोडिटी फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) में विदेशी संस्थागत निवेशकों को जल्द मंजूरी दी जा सकती है.
वायदा कारोबार में एफपीआई को मंजूरी से वायदा कारोबार को बड़ा बूस्ट मिलेगा. सूत्रों के मुताबिक, कुछ शर्तों के साथ नॉन-एग्री एफएंडओ में विदेशी निवेशकों को मंजूरी दी जा सकती है. यही नहीं, इसमें नॉन एसेंशियल एग्री कमोडिटी भी शामिल हो सकते हैं. इलिजिबल फॉरेन एंटीटीज (EFEs) को सेबी पहले ही मंजूरी दे चुका है. इस बीच दूसरी कमोडिटीज पर नजर डालें तो एग्री कमोडिटी में आज सुस्त कारोबार देखने को मिला. एनसीडीईएक्स (NCDEX) पर कैस्टर, ग्वार, कपास खली और जीरा में गिरावट देखने को मिली है.
क्रूड ऑयल में फिर लौट रही है खरीदारी
एनसीडीईएक्स पर सोयाबीन, हल्दी और धनिया में सामान्य कारोबार हुआ. सिर्फ सोया रिफाइन में बढ़त देखने को मिली है. कल की उठापटक के बाद क्रूड ऑयल (Crude Oil) में फिर खरीदारी लौटी है. इंट्रा-डे में ब्रेंट का भाव (Brent Price) 83 डॉलर के पार निकला है. अमेरिका में रिजर्व ऑयल रिलीज करने के फैसले में देरी से समर्थन मिल रहा है. इंटरनेशन एनर्जी एजेंसी ने कहा है कि क्रूड में तेजी अब सुस्त हो रही है.
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सोना 5 महीने के उच्चस्तर पर बरकरार
बेस मेटल्स में आज सुस्त कारोबार रहा है. डॉलर में मजबूती और ऊपरी स्तरों से मुनाफावसूली ने दबाव बनाया है. एल्युनिमियम, जिंक और कॉपर में बिकवाली देखने को मिली है, लेकिन लेड में हल्की खरीदारी हुई. सोना 5 महीने के हाई पर बरकरार है. कॉमेक्स पर भाव 1866 डॉलर पर पहुंच गया है. महंगाई बढ़ने से निवेशकों का गोल्ड में रुझान बढ़ा है. एमसीएक्स पर चांदी भी 67,000 के करीब रहा है.
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