2021 की शुरुआत में FPI निवेशकों का बढ़ा इंडियन मार्केट पर भरोसा, किया 14,866 करोंड़ का निवेश

FPI निवेशक
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign portfolio investors) ने जनवरी महीने में भी इंडियन मार्केट में अच्छा निवेश किया है. महीने की शुरुआत में भारतीय बाजार (Stock Market) में करीब 14,866 करोड़ रुपए का निवेश किया है.
- भाषा
- Last Updated: January 17, 2021, 12:42 PM IST
नई दिल्ली: विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (Foreign portfolio investors) ने जनवरी महीने में भी इंडियन मार्केट में अच्छा निवेश किया है. महीने की शुरुआत में भारतीय बाजार (Stock Market) में करीब 14,866 करोड़ रुपए का निवेश किया है. कंपनियों कें तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद के बीच एफपीआई का भारतीय बाजारों के प्रति आकर्षण बढ़ा है. डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने एक से 15 जनवरी के दौरान शेयरों में शुद्ध रूप से 18,490 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
इसके अलावा डेट या बॉन्ड बाजार से 3,624 करोड़ रुपये निकाले हैं. इस तरह उनका शुद्ध निवेश 14,866 करोड़ रुपये रहा है. कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बुनियादी अनुसंधान प्रमुख रुस्मिक ओझा ने कहा कि तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहने से एफपीआई का रुख उभरते बाजारों के प्रति सकारात्मक रहा है. इसके अलावा देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले भी कम हुए हैं, जिससे एफपीआई भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं.
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ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि पहले निवेशक चुनिंदा बड़े शेयरों में निवेश कर रहे थे, लेकिन इनका मूल्यांकन बढ़ने के बाद अब वे छोटी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगा रहे हैं.कैसा रहा था शुक्रवार को मार्केट
लगातार 5 दिनों की तेजी के बाद बाजार में शुक्रवार को मुनाफावसूली देखने को मिली थी. सेंसेक्स-निफ्टी भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 549.49 अंक यानी 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 49,034 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 161.90 अंक यानी 1.11 फीसदी की कमजोरी के साथ 14433.70 के स्तर पर बंद हुआ था.
इसके अलावा डेट या बॉन्ड बाजार से 3,624 करोड़ रुपये निकाले हैं. इस तरह उनका शुद्ध निवेश 14,866 करोड़ रुपये रहा है. कोटक सिक्योरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष और बुनियादी अनुसंधान प्रमुख रुस्मिक ओझा ने कहा कि तीसरी तिमाही के नतीजे अच्छे रहने से एफपीआई का रुख उभरते बाजारों के प्रति सकारात्मक रहा है. इसके अलावा देश में कोविड-19 संक्रमण के मामले भी कम हुए हैं, जिससे एफपीआई भारतीय बाजार में निवेश कर रहे हैं.
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ग्रो के सह-संस्थापक एवं मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) हर्ष जैन ने कहा कि पहले निवेशक चुनिंदा बड़े शेयरों में निवेश कर रहे थे, लेकिन इनका मूल्यांकन बढ़ने के बाद अब वे छोटी कंपनियों के शेयरों में पैसा लगा रहे हैं.कैसा रहा था शुक्रवार को मार्केट
लगातार 5 दिनों की तेजी के बाद बाजार में शुक्रवार को मुनाफावसूली देखने को मिली थी. सेंसेक्स-निफ्टी भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे. कारोबार के अंत में सेंसेक्स 549.49 अंक यानी 1.11 फीसदी की गिरावट के साथ 49,034 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं, निफ्टी 161.90 अंक यानी 1.11 फीसदी की कमजोरी के साथ 14433.70 के स्तर पर बंद हुआ था.