नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने फ्यूचर समूह (Future Group) के रिटेल स्टोर्स की कमान संभाली तो हजारों कर्मचारियों और वेंडर्स ने राहत की सांस ली. रिलायंस अब इन स्टोर्स की रीब्रांडिंग कर रही है, जिससे वेंडर्स और कर्मचारियों को बेहतर भविष्य की उम्मीद नजर आनी शुरू हो गई है. रिलायंस ने इन स्टोर्स के ऑपरेशनल चार्ज को टेकओवर करना शुरू कर दिया है.
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries Ltd.) ने इसकी शुरुआत करते ही स्टोर्स में पहले से काम करने वाले 30 हजार कर्मचारियों को दोबारा नौकरी का ऑफर दिया था. इन कर्मचारियों का कहना है कि अब उनमें अपने भविष्य को लेकर बना हुआ डर खत्म हो रहा है. पिछले कई महीने भारी अनिश्चितता में बीते, लेकिन अब समय पर सैलरी भी मिलेगी और नौकरी जाने का खतरा भी नहीं होगा.
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स्टोर्स के पास नहीं थे किराया देने के पैसे
फ्यूचर समूह के कई स्टोर्स लीज पर चल रहे हैं. लगातार घाटे की वजह से उनके पास ना तो वर्किंग कैपिटल बचा था और न ही स्टोर का किराया भरने के लिए पैसे थे. रिलायंस के टेकओवर करने के बाद इस तरह की मुश्किलें खत्म हो गईं हैं. फ्यूचर समूह के वेंडर्स, सप्लायर्स और लैंडलॉर्ड को भी अब समय पर भुगतान की उम्मीद है.
बिजनेस की नई अपॉर्च्युनिटी खुलेगी
Ambesten Marketing Solutions की मैनेजिंग पार्टनर शम्मी ठाकुर का कहना है कि रिलायंस के आने से सभी को फायदा होगा. रिलायंस कॉरपोरेट जगत का बड़ा समूह है और इससे सप्लायर्स के साथ वेंडर में भी भरोसा जगेगा. स्टोर्स को ज्यादा ऑर्डर मिलेंगे तो नई बिजनेस अपॉर्च्युनिटी भी आएगी. कर्मचारियों को भी कभी आधी सैलरी मिलती थी तो कभी पेंडिंग हो जाती थी. इससे भी अब छुटकारा मिल जाएगा.
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7 साल से चल रहा बकाया
शम्मी ठाकुर का कहना है कि स्टोर्स से जुड़े कई भुगतान 7 साल से पेंडिंग चल रहे हैं. स्टोर्स के लैंडलॉर्ड को भी लीज का भुगतान एक साल से नहीं किया गया था. रिलायंस के साथ बातचीत के बाद उनके पुराने बकाये को चुका दिया गया है. अब लैंडलॉर्ड को भी समय पर किराया मिलने का भरोसा है. हैदराबाद स्थित हेरिटेज स्टोर के मालिक एनपीवीएस राजू ने कहा कि 7 साल पहले फ्यूचर समूह ने हमारा स्टोर लिया था. पिछले कई साल से वह समय पर किराया नहीं दे रहा था. बिजली का बिल जमा नहीं करने पर कनेक्शन भी कट गया था. अब रिलायंस के आने से हमारी इन समस्याओं पर विराम लगा है.
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है. इसकी बेनिफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है.)
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