नई दिल्ली. फिजिकल सोने के साथ डिजिटल गोल्ड (Digital Gold) में भी भारतीयों का आकर्षण बना हुआ है. ये गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में लगातार निवेश (Investment) करे रहे हैं. यही वजह है कि पिछले साल गोल्ड ईटीएफ में किए जाने वाले निवेश में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है. खासबात है कि महामारी की दूसरी लहर के बाद इसमें युवाओं की दिलचस्पी बढ़ी है और उन्होंने डिजिटल गोल्ड में जमकर पैसे लगाए.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के मुताबिक, 2021 में भारतीयों के निवेश के दम पर डिजिटल गोल्ड निवेश का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) 27 फीसदी बढ़ गया. आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी, 2021 में गोल्ड ईटीएफ के तहत एयूएम 14,480 करोड़ रुपये था, जो दिसंबर में बढ़कर 18,405 करोड़ रुपये पहुंच गया.
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इसलिए बढ़ गया निवेश
केडिया एडवाइजरी के प्रबंध निदेशक अजय केडिया का कहना है कि महामारी की दूसरी लहर के बाद लगाए गए लॉकडाउन के साथ कई भारतीय डिजिटल सोने के रूप में ऑनलाइन गोल्ड खरीदने लगे थे. इक्विटी बाजार के धीमा होने पर लोगों ने गोल्ड ईटीएफ को एक वैकल्पिक निवेश साधन के रूप में चुना. गोल्ड ईटीएफ फोलियो का वॉल्यूम पिछले साल के 9.7 लाख के मुकाबले तीन गुना से ज्यादा बढ़कर लगभग 32.1 लाख हो गया.
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गोल्ड ईटीएफ के फायदे
-शेयरों की तरह गोल्ड ईटीएफ यूनिट्स खरीद सकते हैं. फिजिकल गोल्ड के मुकाबले परचेजिंग चार्ज कम होता है.
-100 फीसदी शुद्धता की गारंटी मिलती है. इसमें फिजिकल गोल्ड खरीदने और उसके रखरखाव का झंझट नहीं होता है.
-लंबी अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न भी मिलता है. इसमें एसआईपी के जरिये निवेश की सुविधा है.
-इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में होने की वजह से गोल्ड ईटीएफ में शुद्धता को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती. इसे डीमैट अकाउंट के जरिए ऑनलाइन खरीद सकते हैं.
-इसकी शुरुआत आप एक ग्राम यानी एक गोल्ड ईटीएफ से भी कर सकते हैं.
-टैक्स के मामले में फिजिकल गोल्ड से सस्ता है. गोल्ड ईटीएफ पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस चुकाना होता है.
निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
अन्य विकल्पों की तरह ही गोल्ड ईटीएफ में भी निवेश से पहले कई बातों का ध्यान रखना चाहिए. गोल्ड ईटीएफ में निवेश से पहले उसके एसेट साइज, ट्रैकिंग एरर, एक्सपेंस रेशियो, इम्पैक्ट कॉस्ट और स्पॉट प्राइस पर डिस्काउंट से लेकर उसके नेट एसेट वैल्यू के बारे में पता करना चाहिए. किसी भी ईटीएफ को खरीदने या बेचने में उसकी लिक्विडिटी या ट्रेडिंग वॉल्यूम पर ध्यान देना जरूरी है. विशेषज्ञों का कहना है कि निवेश के लिए वही विकल्प गोल्ड ईटीएफ चुनना चाहिए, जो हर दिन ट्रेड होता हो और उसकी वॉल्यूम अच्छी हो.
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Tags: Gold ETF, Investment