नई दिल्ली. नए साल की शुरुआत में ही सोने की कीमतों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. साल 2019 में MCX पर सोने की कीमतों में करीब 25 फीसदी तक इजाफा रहा. कमजोर वैश्विक आर्थिक ग्रोथ, ट्रेड वॉर (Trade War) और कच्चे तेल (Crude Oil) की कीमतों की वजह से सोने में पैसा लगाना निवेशकों का सबसे पसंदीदा विकल्प बनता जा रहा है. यही कारण रहा कि साल 2019 में सोने ने निवेशकों को बेहतर रिटर्न (Return on Gold Investment) दिया. कई रिसर्च रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि साल 2020 में भी पीली धातु की चमक और बढ़ सकती है.
आगे भी जारी रहेगी सोने में तेजी
साल 2019 में Brexit, ट्रेड वॉर, केंद्रीय बैंकों की खरीद और फेड रिजर्व समेत दुनियाभर के कई केंद्रीय बैंकों (Central Banks) द्वारा ब्याज दरों में कटौती से सोने की कीमतों को सपोर्ट मिला है. जानकारों का कहना है कि सोने की कीमतों में रैली अमूमन 4 से 5 साल तक के लिए रहती है. ऐसे में इस बार 2019 में शुरू हुई इस तेजी का दौर आगे भी जारी रह सकता है. पिछली बार यह तेजी साल 2013 में देखने को मिली थी.
साल 2020 में सोने के भाव में क्यों तेजी आ सकती है?
साल 2020 में गोल्ड आउटलुक को लेकर कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि कम ब्याज दरों के इस दौर में केंद्रीय बैंक द्वारा सोने की खरीद, डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) में कमजोरी और बढ़ते वैश्विक कर्ज के इस दौर में सोने की कीमतों पर असर पड़ेगा. हालांकि, उनका यह भी कहना है कि यह तेजी पिछले साल की तरह नहीं होगी. लेकिन, 2020 में करीब 12 से 13 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है. डॉलर की मद में बात करें तो इस साल सोने का भाव 1750 डॉलर प्रति आउंस तक जा सकता है.

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मांग में कमी भी देखने को मिली
जानकारों का मानना है कि वैश्विक जोखिम को ध्यान में रखते हुए अधिकतर निवेशकों सोने पर ही भरोसा करेंगे. केंद्र सरकार (Central Government) ने गोल्ड पर आयात शुल्क (Import Duty) को बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है. इसके अलावा 3 फीसदी का GST भी देय है. हालांकि, बीते दिनों में कीमतों में तेजी की वजह से डिमांड पर भी असर पड़ा है. 2019 में जब MCX पर सोने का भाव 39,885 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर था, जब सोने की मांग में कमी देखने को मिली.
क्या है वैश्विक एजेंसियों का कहना?
वैश्विक स्तर पर 2020 के लिए गोल्ड आउटलुक को लेकर मिलाजुला संकेत देखने को मिल रहा है. जेपी मॉर्गन का मानना है कि 2020 में आर्थिक ग्रोथ रफ्तार (Economic Growth Rate) पकड़ेगी. अगर अर्थव्यवस्था में साइक्लिकल और नीतिगत सुधार होता है तो यह एसेट एलोकेटर पर निर्भर करता है कि वो गोल्ड निवेश पर क्या रुख अपनाते हैं. गोल्डमैन सैक्स ग्रुप और यूबीएस ग्रुप एजी का मानना है कि इस सोने का भाव 1600 डॉलर के पार जा सकता है.
2020 साल की पहली तिमाही में 44 हजार के पार जा सकता है भाव
केड़िया कमोडिटी के अजय केड़िया के मुताबिक, इस साल मीडिल ईस्ट में भू-राजनीतिक तनाव (Geo-Political Tension), केंद्रीय बैंक द्वारा सोने की खरीद और इक्विटी मार्केट (Equity Market) में करेक्शन की वजह से सोने की कीमतों में तेजी देखने को मिल सकती है. उनका कहना है कि खपत के मामले में सोने की कीमतों में तेजी वेडिंग और फेस्टिव सीजन में ही देखने को मिलती है. लेकिन, बीते कुछ समय में पेपर गोल्ड (Paper Gold) की तरफ भी लोगों का रुझान बढ़ा है. खासकर, जब से पेपर गोल्ड में डबल रिटर्न देखने को मिला है. वहीं, फ्यूचर डिलिवरी ने भी लोगों को गोल्ड ने आकर्षित किया है. केड़िया ने बताया कि इस साल के पहले क्वार्टर में सोने का भाव 44 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है.
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सोने में पारंपरिक निवेश के अलावा भी विकल्प
>> हालांकि, फेस्टिव व वेडिंग सजीन में सोने की मांग को छोड़ दें तो साल 2013 के बाद लोगों में फिजिकल गोल्ड के अलावा भी दूसरे विक्लपों में रूचि देखने को मिली है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि लोगों को फिजिकल गोल्ड से इतर पेपर गोल्ड में निवेश के कई विकल्प मिल रहे हैं.
>> यही नहीं, सोने में निवेश से कमाई के अलावा लोगों को गोल्ड डिलीवरी का विकल्प भी मिल रहा है. निवेशकों के अलावा आम लोग भी पेटीएम गोल्ड, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड ETF जैसे निवेश के विकल्प का भरपूर फायदा उठा रहे हैं.
>> MCX गोल्ड निवेशकों को कम से कम 1 ग्राम सोना खरीदने का विकल्प दे रहा है. MCX गोल्ड में इस निवेश की खास बात है कि न्यूनतम 1 ग्राम सोने को भी अपने डीमैट अकाउंट में रखा जा सकता है. जरूरत पड़ने पर इसकी डिलीवरी भी ली जा सकती है.
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गोल्ड म्यूचुअल फंड भी है बेहतर कमाई का विकल्प
ऐसे में अगर आप भी इस साल गोल्ड से मोटी कमाई के बारे में सोच रहे हैं तो इसके लिए आपके पास कई विकल्प है. आप पेपर गोल्ड से अच्छी कमाई कर सकते हैं. वहीं, पिछले साल के रिटर्न के आधार पर देखें तो गोल्ड म्यूचुअल फंड (Mutual Fund) में आदित्य बिड़ला सन लाइफ गोल्ड फंड, एसबीआई गोल्ड फंड, निप्पोन इंडिया गोल्ड सेविंग्स फंड, कोटक गोल्ड फंड, एक्सिस गोल्ड फंड, ICICI प्रुडेंशियल रेग्युलर गोल्ड सेविंग्स फंड, HDFC गोल्ड फंड और IDBI गोल्ड फंड की परफॉर्मेंस बेहतर रही है.
गोल्डेन एस्केप बन रहा सोना
कुल मिलाकर मौजूदा परिस्थितियों को देखते को हुए कहा जा सकता है कि घाटे से बचने के लिए निवेशकों से लेकर आम लोगों तक के लिए सोना गोल्डेन एस्केप बन रहा है. पारंपरिक निवेश के अलावा भी लोगों के पास सोने में निवेश के कई विकल्प है और वो मौजूदा वैश्विक व घरेलू हालात को देखते हुए सोने पर भरोसा कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : January 05, 2020, 01:07 IST