अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ट्वीट बढ़ा रहा है भारतीयों की शादी का खर्च! जानिए कैसे?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) ने भारतीयों की शादी (India Wedding Season) का खर्च बढ़ा दिया है. दरअसल अमेरिका और चीन के बीच जारी 'ट्रेड वॉर' (Trade War) के चलते सोने की कीमतों में बड़ा उछाल आया है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सोने की कीमतों में जारी तेजी इस साल थमने की उम्मीद नज़र नहीं आ रही है. ऐसे में आगे आने वाले शादियों के सीजन में सोने की ज्वलैरी बनवाना अब और महंगा हो गया है, क्योंकि पिछले 8 महीने के दौरान सोने की कीमतें 31 हजार रुपये प्रति दस ग्राम से बढ़कर 40 हजार रुपये प्रति दस ग्राम हो गई है.
आइए जानते हैं ट्रंप के ट्वीट से कैसे महंगा हो रहा है सोना?
सोने में तेजी की वजह डोनाल्ड ट्रंप ही है-इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के नेशनल सेक्रेटरी सुरेंद्र मेहता का कहना है कि सोना और चांदी का बाजार न तो किसी फंडामेंटल से या एनालिसिस या चार्ट से चल रहा, बल्कि ट्रंप के ट्वीट से चल रहा है. यह कहना मुश्किल है कि कब भाव बढ़ेगा या कब घटेगा. मगर हालिया तेजी से घरेलू मांग में 50 फीसदी की कमी आई है.
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ट्रंप के ट्वीट का असर
बता दें कि अमेरिका और चीन में ट्रेड वार गहरा गया है. चीन के ड्यूटी बढ़ाने के ऐलान के बाद अमेरिका ने चीन के 250 अरब डॉलर के उत्पादों पर ड्यूटी 25 फीसदी से बढ़ाकर 30 फीसदी कर दी. इसके साथ ही 300 अरब डॉलर के उत्पादों पर ड्यूटी 10 फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दी.
ट्रंप अक्सर चीन को लेकर कोई ना कोई ट्वीट करते आ रहे हैं. इससे दुनिया में टेंशन बढ़ गया है. दो बड़ी इकोनॉमी में तनाव बढ़ने से ग्लोबल इकोनॉमी में सुस्ती आ गई है. दुनियाभर की अर्थव्यवस्था में आई सुस्ती के चलते निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ गया है. इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड और वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट में वैश्विक आर्थिक ग्रोथ गिरने का अनुमान लगाया है. इसीलिए सोने में निवेश बढ़ा है.
दुनियाभर के सेंट्रल बैंक खरीद रहे सोना
ट्रेड वार गहराने से सोने की सेफ हेवन डिमांड में इजाफा हुआ है. दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने सोने की खरीदारी बढ़ा दी है. चीन, रूस, तुर्की सहित दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों ने सोने की खरीदारी कर गोल्ड रिजर्व बढ़ाया.
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की ओर से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनियाभर के केंद्रीय बैंकों द्वारा 2019-20 में अब तक करीब 374 मीट्रिक टन सोना खरीदे जाने का अनुमान है. वहीं RBI ने मार्च 2018 से अब तक 60 टन सोना खरीदा है.
भारत में दो तरह से तय होती हैं सोने की कीमतें
भारत में सोने की कीमतें दो तरह से तय होती हैं. फ्यूचर मार्केट (वायदा बाजार) और स्पॉट प्राइस (हाजिर सर्राफा) लेकिन दोनों कीमतें अलग-अलग होती हैं. आम ग्राहकों का वास्ता स्पॉट प्राइस से पड़ता है. फ्यूचर प्राइस वायदा बाजार पूरी तरह से कारोबारियों के लिए होता है. यहीं पर सोने में सबसे ज्यादा उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है.
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कैसे तय होती हैं सोने की कीमतें
बाजार में आप जिस कीमत पर सोना ज्वैलर्स से खरीदते हैं, वह स्पॉट प्राइस यानी हाजिर भाव होता है. ज्यादातर शहरों के सर्राफा एसोसिएशन के सदस्य मिलकर बाजार खुलने के समय दाम तय करते हैं. एमसीएक्स वायदा बाजार में जो दाम आते हैं, उसमें वैट, लेवी एवं लागत जोड़कर दाम घोषित किए जाते हैं. वहीं दाम पूरे दिन चलते हैं. यही वजह है कि अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतें अलग-अलग होती हैं. इसके अलावा, स्पॉट मार्केट में सोने की कीमत शुद्धता के आधार पर तय होती है. 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमत अलग-अलग होती है.
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