Gold की कीमतों में 8,000 रुपये तो चांदी में 19,000 रुपये से ज्यादा की गिरावट, जानें आगे कैसा रहेगा ट्रेंड

सोने की कीमतों में 8,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा की कमी हो चुकी है. इसके दाम आगे भी घटने की उम्मीद है.
कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) को लेकर सकारात्मक खबरों, रुपये (Rupee) की मजबूती और पूंजी बाजार (Capital Market) में तेजी के कारण गोल्ड की कीमतों (Gold Prices) में लगातार गिरावट जारी है. इस समय गोल्ड की कीमतें अपने पिछले उच्च्स्तर से 8,058 रुपये नीचे चल रही हैं. वहीं, इसके दाम फरवरी 2021 तक घटकर करीब 45,000 रुपये से 42,000 रुपये पहुंचने की उम्मीद की जा रही है.
- News18Hindi
- Last Updated: November 29, 2020, 9:18 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच निवशकों ने सुरक्षित निवेश (Safe Investment) विकल्प के तौर पर गोल्ड (Gold) में जमकर पैसा लगाया. इससे सोने के भाव आसमान (Gold Prices) छूने लगे. अब कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के जल्द आने की खबरों, रुपये (Rupee) में मजबूती और शेयर बाजार (Share Markets) के रफ्तार पकड़ने के कारण निवेशकों ने सोने से निवेश निकालकर दूसरे विकल्पों में लगाना शुरू कर दिया है. इससे सोने और चांदी के भाव अपने पिछले उच्चस्तर से काफी नीचे आ चुके हैं. वहीं, हाल-फिलहाल में इसके तेजी से ऊपर जाने के कोई आसार भी नजर नहीं रहे हैं. उम्मीद है कि फरवरी 2021 तक गोल्ड के भाव 42,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास पहुंच सकते हैं. वहीं, चांदी की कीमतों में भी कमी का ट्रेंड जारी है.
चांदी की कीमतों में 19,000 रुपये प्रति किग्रा से ज्यादा की कमी
गोल्ड ने अपना पिछला उच्चस्तर अगस्त के पहले हफ्ते में छुआ था. सोने का भाव 7 अगस्त को 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था. अब शुक्रवार को दिल्ली सराफा बाजार में सोने का भाव 43 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 48,142 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. इस आधार पर सोने की कीमतों में पिछले उच्चस्तर से 8,058 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज हो चुकी है. वहीं, चांदी का भाव 10 अगस्त को 78,256 रुपये प्रति किग्रा था, जो शुक्रवार यानी 28 नवंबर 2020 को 59,250 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई. इस आधार पर चांदी की कीमतों में 19,000 रुपये प्रति किग्रा से ज्यादा की कमी आ चुकी है.
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सोना-चांदी शुक्रवार को 27 नवंबर 2020 के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुए. कीमतों में कमी का ये सिलसिला पिछले कुछ समय से लगातार जारी है. ऐसे में सोना-चांदी की कीमतों में आगे भी गिरावट का रुख बना रहने के आसार नजर आ हैं. वहीं, फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद शादी का यीजन शुरू हो गया है. ऐसे में व्यापारियों को उम्मीद है कि कीमतों में कुछ सुधर हो सकता है, लेकिन फरवरी तक सोने के भाव में बड़ी गिरावट हो सकती है. दरअसल, केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोरोना वैक्सीन की करीब 40 करोड़ डोज खरीदने की बातचीत कर ली है. वहीं, उम्मीद है कि जल्द ही दूसरी कंपनियां भी वैक्सीन तैयार कर लेंगी. इससे बाजार में स्थिरता आएगी और लोग दूसरे विकल्पों में निवेश कर सकते हैं.
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शादी के सीजन में मांग बढ़ने पर दामों को मिलेगा अस्थायी सहारा
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन का कहना है कि अगर गोल्ड के दाम ऐसे ही गिरते रहे तो मांग में तेजी से इजाफा होगा. हालांकि, ये मांग निवेश के बजाय शादी में इस्तेमाल की ज्यादा हो सकती है. इस समय शहरी, ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में सोने के आभूषणों की ठीकठाक मांग निकली हुई है. गोल्ड की घरेलू खपत बढ़ने से गोल्ड की गिरती कीमतों को सहारा तो मिल सकता है, लेकिन ये स्थायी नहीं होगा. वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती से भी सोने की कीमतों में गिरावट का रुख बना हुआ है. इस महीने गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग में 10 लाख औंस की गिरावट आई है. इससे साफ है कि निवेशक धीरे-धीरे सोने में निवेश घटा रहे हैं. विदेशी बाजार में भी सोने के दाम 4 महीने के निचले स्तर पर आ गए हैं.
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उम्मीद से ज्यादा तेजी से दर्ज हुई गोल्ड की कीमतों में गिरावट
बाजार के जानकारों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर आ रही सकारात्मक खबरों के कारण गोल्ड की कीमतों में उम्मीद से ज्यादा तेजी से गिरावट आई है. जैसे-जैसे कोविड-19 वैक्सीन को लेकर प्रगति बढ़ती जाएगी दुनियाभर में आर्थिक हालात पटरी पर लौटने लगेंगे. इससे लोग गोल्ड से पूंजी निकालकर शेयर बाजार या दूसरे विकल्पों में निवेश का रुख करेंगे. इससे गोल्ड की कीमतों में लगातार गिरावट का रुख बना रहेगा. भारत में बीच-बीच में घरेलू मांग बढ़ने पर भाव को अस्थायी सहारा मिलता रहेगा. बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोरोना वैक्सीन बना रही एस्ट्रजेनेका (AstraZeneca) ने दावा किया है कि उसकी वैक्सीन काफी सस्ती है और दूसरी वैक्सीनों से 90 फीसदी ज्यादा असरदार होगी.
चांदी की कीमतों में 19,000 रुपये प्रति किग्रा से ज्यादा की कमी
गोल्ड ने अपना पिछला उच्चस्तर अगस्त के पहले हफ्ते में छुआ था. सोने का भाव 7 अगस्त को 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा था. अब शुक्रवार को दिल्ली सराफा बाजार में सोने का भाव 43 रुपये की मामूली गिरावट के साथ 48,142 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. इस आधार पर सोने की कीमतों में पिछले उच्चस्तर से 8,058 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट दर्ज हो चुकी है. वहीं, चांदी का भाव 10 अगस्त को 78,256 रुपये प्रति किग्रा था, जो शुक्रवार यानी 28 नवंबर 2020 को 59,250 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई. इस आधार पर चांदी की कीमतों में 19,000 रुपये प्रति किग्रा से ज्यादा की कमी आ चुकी है.
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सोना-चांदी शुक्रवार को 27 नवंबर 2020 के मुकाबले गिरावट के साथ बंद हुए. कीमतों में कमी का ये सिलसिला पिछले कुछ समय से लगातार जारी है. ऐसे में सोना-चांदी की कीमतों में आगे भी गिरावट का रुख बना रहने के आसार नजर आ हैं. वहीं, फेस्टिव सीजन खत्म होने के बाद शादी का यीजन शुरू हो गया है. ऐसे में व्यापारियों को उम्मीद है कि कीमतों में कुछ सुधर हो सकता है, लेकिन फरवरी तक सोने के भाव में बड़ी गिरावट हो सकती है. दरअसल, केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से कोरोना वैक्सीन की करीब 40 करोड़ डोज खरीदने की बातचीत कर ली है. वहीं, उम्मीद है कि जल्द ही दूसरी कंपनियां भी वैक्सीन तैयार कर लेंगी. इससे बाजार में स्थिरता आएगी और लोग दूसरे विकल्पों में निवेश कर सकते हैं.
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शादी के सीजन में मांग बढ़ने पर दामों को मिलेगा अस्थायी सहारा
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन का कहना है कि अगर गोल्ड के दाम ऐसे ही गिरते रहे तो मांग में तेजी से इजाफा होगा. हालांकि, ये मांग निवेश के बजाय शादी में इस्तेमाल की ज्यादा हो सकती है. इस समय शहरी, ग्रामीण और कस्बाई क्षेत्रों में सोने के आभूषणों की ठीकठाक मांग निकली हुई है. गोल्ड की घरेलू खपत बढ़ने से गोल्ड की गिरती कीमतों को सहारा तो मिल सकता है, लेकिन ये स्थायी नहीं होगा. वहीं, डॉलर के मुकाबले रुपये की मजबूती से भी सोने की कीमतों में गिरावट का रुख बना हुआ है. इस महीने गोल्ड ईटीएफ की होल्डिंग में 10 लाख औंस की गिरावट आई है. इससे साफ है कि निवेशक धीरे-धीरे सोने में निवेश घटा रहे हैं. विदेशी बाजार में भी सोने के दाम 4 महीने के निचले स्तर पर आ गए हैं.
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उम्मीद से ज्यादा तेजी से दर्ज हुई गोल्ड की कीमतों में गिरावट
बाजार के जानकारों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर आ रही सकारात्मक खबरों के कारण गोल्ड की कीमतों में उम्मीद से ज्यादा तेजी से गिरावट आई है. जैसे-जैसे कोविड-19 वैक्सीन को लेकर प्रगति बढ़ती जाएगी दुनियाभर में आर्थिक हालात पटरी पर लौटने लगेंगे. इससे लोग गोल्ड से पूंजी निकालकर शेयर बाजार या दूसरे विकल्पों में निवेश का रुख करेंगे. इससे गोल्ड की कीमतों में लगातार गिरावट का रुख बना रहेगा. भारत में बीच-बीच में घरेलू मांग बढ़ने पर भाव को अस्थायी सहारा मिलता रहेगा. बता दें कि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ कोरोना वैक्सीन बना रही एस्ट्रजेनेका (AstraZeneca) ने दावा किया है कि उसकी वैक्सीन काफी सस्ती है और दूसरी वैक्सीनों से 90 फीसदी ज्यादा असरदार होगी.