नई दिल्ली. गोल्डमैन सॉक्स के सीनियर चेयरमैन लॉयड ब्लैंकफिन (Lloyd Blankfein) ने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के लिए एक डरावनी भविष्यवाणी की है. उन्होंने कहा है कि अमेरिका आर्थिक मंदी के मुहाने पर खड़ा है. यहां बहुत बड़ा (Very, Very High Risk) है.
उन्होंने सीबीएस के फेस द नेशन कार्यक्रम में रविवार को कहा, “यदि मैं एक बड़ी कंपनी चला रहा होता, तो मैं इसके लिए बिलकुल तैयार होता. यदि मैं उपभोक्ता होता, तो भी मैं इसके लिए तैयार हो जाता.”
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मनीकंट्रोल की खबर के अनुसार, लॉयड ब्लैंकफिन ने इस बातचीत के दौरान कहा कि मंदी ‘केक में बेक की हुई’ नहीं होती और इसे टालने का रास्ता काफी संकरा (Narrow Path) होता है. उन्होंने कहा कि फेडरल रिजर्व के पास महंगाई को कम करने के लिए बेहद पावरफुल टूल है और इसका बेहतर इस्तेमाल भी किया जा रहा है. ब्लैंकफिन द्वारा कही गई ये बात उसी दिन प्रसारित हुई, जिस दिन फर्म के इकॉनोमिस्ट ने इस साल के लिए अमेरिकी ग्रोथ के अनुमान में कटौती की बात कही थी.
2.6 फीसदी से घटाकर 2.4 फीसदी ग्रोथ एक्सपेंशन का अनुमान
जैन हैजिअस की अगुआई वाली गोल्डमैन की इकॉनमिक टीम ने अमेरिका की GDP (Gross Domestic Product) के विस्तार को 2.6 फीसदी से घटाकर 2.4 फीसदी तक रहने की बात कही है. 2023 के एस्टीमेट को 2.2 फीसदी से घटाकर 1.6 फीसदी कर दिया गया है.
रिपोर्ट ने इसे एक ‘जरूर ग्रोथ स्लोडाउन’ कहा है. कहा है कि इसकी मदद से महंगाई दर पर लगाम लग सकती. हालांकि इस स्लोडाउन से बेरोजगारी के आंकड़ों में वृद्धि हो सकती है, लेकिन गोल्डमैन इसे लेकर आशान्वित है कि बेरोजगारी में तेज वृद्धि को टाला जा सकता है.
पिछले साल की महंगाई ने रुलाया
ईंधन की ऊंची कीमतों के चलते अमेरिकी कन्ज्यूमर सेंटीमेट्स मई की शुरुआत में 2011 के निम्नतम स्तर से भी नीचे गिर गए थे. अप्रैल 2022 में पिछले महज एक साल के दौरान यूएस कंज्यूमर प्राइस 8.3 फीसदी तक उछल गए. हालांकि मार्च से इस तेज उछाल में कमी आई, लेकिन ये कमी काफी नहीं थी. अगर बात करें पिछले एक दशक की तो महंगाई दर में ये सबसे तेज वृद्धि थी.
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ईंधन शायद महंगा बना रहेगा
लॉयड ब्लैंकफिन (Lloyd Blankfein) ने कहा कि जैसे ही सप्लाई चेन ठीक हो जाने से महंगाई “चली जाएगी” और चीन में कोविड-19 लॉकडाउन में ढील मिलेगी तो कुछ चीजें तब भी शायद बदलेंगी नहीं, जैसे कि ईंधन की कीमतें. उन्होंने कहा, “वैश्वीकरण (Globalization) से अमेरिकियों को लंबे समय तक लाभ हुआ है, जिसने विदेशों में सस्ती लेबर के आधार पर वस्तुओं और सेवाओं को भी सस्ता बना दिया.”
“अब हम उन सप्लाई चेन्स पर भरोसा करने में कितने सहज हैं जो संयुक्त राज्य (US) की सीमाओं के भीतर है ही नहीं और हम उसे नियंत्रित नहीं कर सकते?” इसके जवाब में ब्लैंकफिन ने कहा, “क्या हम अपने सभी सेमीकंडक्टर्स ताइवान से पाने के बारे में सोच सकते हैं, जोकि चीन की ही वस्तु (ऑब्जेक्ट) है.”
मंदी में नहीं जा रहे हम, ये केवल हंगामा
अमेरिका मंदी की तरफ जा रहा है या नहीं, इसे लेकर सभी अर्थशास्त्री एकमत नहीं हैं. लॉयड ब्लैंकफिन ने जहां मंदी की तरफ जाने का अंदेशा जता दिया है, उनसे पहले एक बड़े अर्थशास्त्री ने इसे केवल हंगामा करार दिया. NBC न्यूज के ही मुताबिक, Pantheon Macroeconomics Research Group में चीफ इकनॉमिस्ट इयान शेफर्डसन ने इसी महीने की शुरुआत में GDP के आंकड़ों के बारे में एक नोट में कहा था कि यह केवल हंगामा है, संकेत नहीं है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था मंदी में नहीं जा रही है. Comerica Bank के चीफ इकनॉमिस्ट बिल एडम्स ने भी इस सहमति जताते हुए कहा था कि कंज्यूमर द्वारा किया जाने वाला खर्च, निवेश और जॉब ग्रोथ हेल्दी बने हुए हैं.
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