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हवाई यात्रियों के लिए खुशखबरी! अब फ्लाइट से सफर करना होगा सस्ता, जानिए कैसे?

अंतरराष्ट्रीय कार्गो विमानों और डीजीसीए की मंजूरी वाली उड़ानों पर पाबंदी लागू नहीं होगी

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ATF prices slashed by Rs 3,302.23/kL in Delhi- एयरलाइंस को बेचे जाने वाले एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) या जेट फ्यूल की की ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. एयरलाइंस को बेचे जाने वाले एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) या जेट फ्यूल की कीमतों (Fuel rate) में संशोधन किया गया है और ये बदलाव आज से प्रभावी होंगे. दिल्ली में एटीएफ की कीमत (ATF price in delhi) 3,302.25 रुपये प्रति किलोलीटर से घटाकर 77,532.79 रुपये प्रति किलोलीटर या 817.37 डॉलर प्रति किलोलीटर कर दी गई है.

    एविएशन टर्बाइन फ्यूल अब मुंबई में 75,944.70 रुपये/kL या 811.12/kL डाॅलर में बिकता है. इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के आंकड़ों के अनुसार, कोलकाता में जेट ईंधन की कीमत 81,642.13 रुपये/केएल या 856.56/केएल डाॅलर है, जबकि चेन्नई में इसकी कीमत 79,763.23 रुपये/केएल या 811.54/केएल डाॅलर है.

    जानिए किस राज्य ने घटाया ATF पर उत्पाद शुल्क
    केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कीमतों में गिरावट तब आई है जब कई राज्यों ने केंद्र सरकार के अनुरोध के बाद विमानन ईंधन पर उत्पाद शुल्क में कटौती की है क्योंकि एयरलाइन की परिचालन लागत का एक बड़ा हिस्सा एटीएफ के खाते में जाता है. मध्य प्रदेश ने भोपाल और इंदौर हवाई अड्डों पर एटीएफ पर उत्पाद शुल्क घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है जबकि त्रिपुरा और हरियाणा ने एटीएफ पर लगने वाले कर को घटाकर 1 प्रतिशत कर दिया है. एटीएफ पर उत्पाद शुल्क में कटौती करने वाले अन्य राज्य अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड हैं.

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    ATF का राजस्व बढ़कर 684.32 करोड़ रु हो गया
    नीमच स्थित आरटीआई कार्यकर्ता चंद्रशेखर गौर ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि अप्रैल से सितंबर के बीच सेंट्रल एक्साइज ऑन एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) का राजस्व 183.22 करोड़ रुपये से बढ़कर 684.32 करोड़ रुपये हो गया. समीक्षाधीन अवधि में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क का राजस्व बढ़कर क्रमशः 1,33,455.34 करोड़ रुपये और 58,012.81 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कच्चे तेल पर उत्पाद शुल्क का राजस्व 6,377.65 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.

    जानिए क्या होता है एटीएफ?
    जेट फ्यूल (हवाई ईंधन) या एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की जरूरत विमानों के परिचालन के लिए पड़ती है. इसका प्रयोग जेट व टर्बो-प्रॉप इंजन वाले विमान को पावर देने के लिए किया जाता है. यह एक विशेष प्रकार का पेट्रोलियम आधारित ईंधन है. एटीएफ दिखने में रंगहीन और स्ट्रा की तरह होता है. वैश्विक अर्थव्‍यवस्‍था के विकास में एविएशन सेक्टर की भूमिका मह्त्वपूर्ण है. एटीएफ का सस्ता होना एविएशन इंडस्ट्री के लिए बड़ी राहत की बात होती है. अगर एटीएफ की दरों में कमी का सिलसिला बना रहा तो कई एयरलाइंस पैसेंजर किराए में भी कमी करने का ऐलान कर सकती हैं. जिसका फायदा बिजनेस मैन और एविएशन सेक्टर को भी होगा. इससे हवाई यातायात के यात्रियों और कार्गो में वृद्धि होगी.

    Tags: Air Lines, Air Tickets, Air Travel, Business news in hindi

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