बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा है कि 25 मई को समाप्त सप्ताह में निवेशकों ने ग्लोबल स्टॉक्स में लगभग 20 अरब डॉलर निवेश किए हैं.
मुंबई . अमेरिकी बाजारों में गिरावट की वजह से भारत सहित पूरे ग्लोबल मार्केट में डाउन ट्रेंड और उतार-चढ़ाव हावी है. अब अमेरिकी बाजारों से कुछ अच्छी खबर आ रही है. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में बैंक ऑफ अमेरिकी के हवाले से यह बात कही गई है. बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा है कि 25 मई को समाप्त सप्ताह में निवेशकों ने ग्लोबल स्टॉक्स में लगभग 20 अरब डॉलर निवेश किए हैं. यह पिछले 10 हफ्ते में सबसे ज्यादा है. ईपीएफआर ग्लोबल डेटा के हवाले से यह बात कही गई है. रिपोर्ट के मुतबिक, बॉन्ड फंड से आउटफ्लो 5.8 अरब डॉलर तक पहुंच गया.
इसका असर ये रहा कि इस हफ्ते इक्विटी में सुधार दिखा. ग्लोबल स्टॉक्स सात हफ्तों की गिरावट के बाद बढ़त में देखने को मिले. वहीं, मुद्रास्फीति, उच्च ब्याज दरों के बारे में चिंता, चीन के कमजोर आर्थिक दृष्टिकोण और यूक्रेन में युद्ध की चिंताओं के बीच निवेशक फिर से खरीदारी करते दिखे.
दो और रेट हाइक के बाद विराम
फेडरल रिजर्व के मिनटों के सुझाव के बाद डॉलर एक महीने के निचले स्तर पर आ गया. फेड की मई मीटिंग के मिनट्स के मुताबिक जून और जुलाई में 50 बेसिस प्वाइंट के दो और रेट हाइक कन्फर्म हैं. इसके साथ ही नीति निर्माताओं ने ये भी कहा कि इसके बाद इस साल में रेट हाइक पर विराम रहेगा.
“कमजोरी अब थमती नजर आ रही”
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि बाजार के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि अमेरिकी बाजार में कमजोरी अब थमती नजर आ रही है. उन्होंने कहा कि फेड के मिनट्स के मुताबिक साल के अन्त में रेट हाइक नहीं होंगे. यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था में सुस्ती के संकेत है. लिहाजा फेड का रूख बाजार के अनुमानों के मुताबिक थोड़ा कम सख्त होगा. वहीं, भारतीय बाजारों में एफपीआई की बिकवाली से बाजारों में कमजोरी थमती दिख सकती है.
हालांकि बाजार में बिकवाली में कमी आने के मुद्दे पर एक्सपर्ट्स के विचार अलग-अलग हैं. मॉर्गन स्टेनली और बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा कि आने वाले समय में मार्केट में और गिरावट आ सकती है. वहीं, ब्लैकरॉक ने कहा कि इस सप्ताह बिकवाली थम सकती है.
.
Tags: FPI, Share market, Stock Markets, Stocks, USA share market