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ChatGPT से निपटने के लिए Google ने थामा 'जीनियस' का हाथ, वर्षों बाद लौटा दिग्‍गज इंजीनियर, और तेज होगा गूगल का 'दिमाग'

टेक कंपनियों के बीच एआई को लेकर एक तरह की नई जंग छिड़ गई है.

टेक कंपनियों के बीच एआई को लेकर एक तरह की नई जंग छिड़ गई है.

ChatGPT ने जिस तरह से एआई के नए प्‍लेटफॉर्म को पेश किया है, उसने गूगल सहित कई टेक कंपनियों की नींद उड़ा दी है. गूगल ने ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

गूगल के को-फाउंडर सर्जी ब्रिन ने एक बार फिर आगे बढ़कर मोर्चा संभाला है .
ब्रिन ने 24 जनवरी को कई साल बाद पहली बार कोड का एक्‍सेस मांगा है.
यह रिक्‍वेस्‍ट गूगल के नेचुरल लैंग्‍वेज chatbot LaMDA के लिए मांग गई है.

नई दिल्‍ली. टेक कंपनियों के बीच आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस को लेकर बढ़ रहे टकराव और ChatGPT से मिल रही टक्‍कर से निपटने के लिए गूगल (Google) को एक ऐसे दिग्‍गज का साथ मिला है जो अकेले बाजी पलट सकता है. दरअसल, गूगल के को-फाउंडर सर्जी ब्रिन ने एक बार फिर आगे बढ़कर मोर्चा संभाला है और कई साल हर दिन अनुपस्थित रहने वाले ब्रिन ने दोबारा साफ्टवेयर कोड तैयार करना शुरू किया है.

ब्रिन ने 24 जनवरी को कई साल बाद पहली बार कोड का एक्‍सेस मांगा है और मामले से जुड़े दो सूत्रों ने फोर्ब्‍स को बताया है कि यह रिक्‍वेस्‍ट गूगल के नेचुरल लैंग्‍वेज chatbot LaMDA के लिए मांग गई है. यह प्रोजेक्‍ट साल 2021 में शुरू हुआ था. हालांकि, हाल में ओपन एआई और ChatGPT bot की ओर से नई चुनौतियां पैदा होने के बाद इसकी ज्‍यादा जरूरत महसूस की जा रही है.

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क्‍या काम करेंगे ब्रिन
गूगल के को-फाउंडर सर्जी ब्रिन ने changelist यानी CL फाइल किया है, जो LaMDA को ट्रेंड करने वाले डाटा का एक्‍सेस है. इसके लिए यूजरनेम और कोर्ड का एक्‍सेस लिया जा सकेगा. कई और इंजीनियर्स ने भी इस तरह के अप्रूवल के लिए अप्‍लाई किया है. हालांकि, उन्‍हें कंपनी के को-फाउंडर की हरी झंडी मिलने का इंतजार है. फिलहाल एक बात तो तय हो गई है कि गूगल अब एआई को लेकर छिड़ी इस जंग को जीतने के लिए नए दांव अपना रही है.

पिचाई ने मांगी थी मदद
गूगल के को-फाउंडर ब्रिन और लैरी पेज साल 2019 से ही कंपनी के कामकाज से दूरी बनाए हुए थे. लेकिन OpenAI को लेकर अन्‍य कंपनियों के साथ बढ़ती प्रतिस्‍पर्धा को देखते हुए कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने दोनों को-फाउंडर से मदद मांगी थी. पिचाई ने एक तरह से कोड रेड बताया जिसके बाद गूगल ने इस हालात को इमरजेंसी की तरह समझते हुए लड़ाई का मोर्चा संभालना शुरू कर दिया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि कंपनी इसी साल नए एआई प्रोडक्‍ट लांच कर सकती है.

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छंटनी भी इसी का नतीजा
गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने जब कंपनी के 6 फीसदी यानी करीब 12 हजार कर्मचारियों की छंटनी करने की बात कही थी तो उन्‍होंने अपनी मेल में एआई को लेकर नए उत्‍पाद बनाने और बदलाव करने का भी जिक्र किया था. ऐसा माना जा रहा है कि छंटनी को लेकर उठाया जा रहा कदम भी इसी बदलाव का हिस्‍सा है. कंपनी कुछ सेक्‍टर में अब कर्मचारियों के बजाए एआई के जरिये काम करने पर जोर दे रही है.

Tags: Business news in hindi, Google, Google apps, Google CEO Sundar Pichai

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