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औषधि और पोषक तत्वों के उद्योग को बढ़ावा देगी सरकार, इसके लिए औद्योगिक पार्क का होगा निर्माण

केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा. (फाइल फोटो)

केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा. (फाइल फोटो)

केंद्रीय मंत्री सदानंद गौड़ा (Sadanand Gowda) ने औषधि विक्रेताओं (Drug dealers) और औषधि निर्माताओं (Drug makers) को साम ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्ली. केंद्रीय रसायन और उर्वरक मंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा ने राष्ट्रीय औषधालय सप्ताह (एनपीडब्ल्यू) पर आयोजित वेबिनार में एक संदेश में कहा है कि सरकार लगातार एपीआई, औषधि और पोषक तत्वों के उद्योग को विकसित करने के लिए सहयोग करेगी. उन्होंने कहा इसके लिए सरकार औद्योगिक पार्क का निर्माण जल्द ही करेगी.

    केंद्रीय मंत्री ने औषधि विक्रेताओं की सराहना की- राष्ट्रीय औषधालय सप्ताह 2020 समारोह का उद्देश्य फार्मासिस्टों की प्रेरक व्यावसायिक छवि बनाना है. गौडा का संदेश आर.आर. कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के प्राचार्य डॉ. नारायण स्वामी, ने पढ़कर सुनाया. अपनी आरम्भिक टिप्पणी में गौड़ा ने एनपीडब्ल्यू समारोहों की अवधारणा की सराहना की और कहा कि अग्रिम पंक्ति के औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं ने कोविड-19 और खराब स्वास्थ्य के खिलाफ हमारी लड़ाई को मजबूत करने में प्रमुख भूमिका निभाई है. 

    केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फार्मेसी पेशेवरों ने हमेशा इस अवसर पर आगे आकर अपनी ज़िम्मेदारी निभाई है और दवा उद्योग ने वैश्विक उपयोग और दुनिया के लिए टीकों और उच्च गुणवत्ता वाली जेनरिक दवाओं का उत्पादन किया है. आने वाले दिनों में, कोविड-19 टीके भी भारत में निर्मित होंगे. सदानंद गौड़ा ने शिक्षाविद् औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं की प्रतिबद्धता की सराहना की, जिन्होंने उच्च गुणवत्ता वाली पुस्तकों और अनुसंधान पत्र का प्रकाशन मूल अनुसंधान के आधार पर किया है. हाल ही में मणिपाल यूनिवर्सल प्रेस द्वारा प्रकाशित डॉ. गिरीश पई द्वारा संपादित एक फार्मास्युटिकल कंज्यूमर कम्प्लेंट्स, एक गाइड फॉर एकेडमिक कंज्यूमर कॉम्प्लिकेट्स, फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री और प्रोफेशनल्स के लिये एक शिक्षण निर्देशिका की भी उन्होंने सराहना की. 

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    सदानंद गौड़ा ने औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं को सामाजिक कल्याण और समाज की प्रगति के लिए अच्छे काम जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया. उन्होंने कर्नाटक पंजीकृत फार्मासिस्ट एसोसिएशन (केआरपीए), आर आर फार्मेसी कॉलेज बैंगलोर और सहयोगी समूह फार्मास्यूटिकल्स बैंगलोर को दवा उद्योग के बारे में एक बहुत ही आदर्श अनुशासन के साथ एक वेबिनार के माध्यम से एनपीडब्ल्यू समारोह के आयोजन के लिये बधाई दी.

    एपीआई, औषधि और पोषक तत्वों के उद्योग को मिलेगा बढ़ावा- केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि भारत सरकार औषधि व्यवसाय और उद्योग के सुधार के लिए भी प्रतिबद्ध है. उन्होने कहा कि सरकार लगातार एपीआई, औषधि और पोषक तत्वों के उद्योग को विकसित करने के लिए औद्योगिक पार्क उपलब्ध कराने की दिशा में सक्रियता के साथ कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि इस तरह से भारतीय औषधि उद्योग दुनिया के औषधालय के रूप में एक प्रमुख भूमिका निभाता रहेगा. श्री गौड़ा ने कहा, 'हम औषधि और चिकित्सा उपकरणों में नवाचार को प्रोत्साहित कर रहे हैं. अनुसंधान और विकास कोष और अन्य सुविधा कार्यक्रम पर मोदी सरकार का ध्यान केंद्रित है और यह औषधि उद्योग को बेहतर बनाने में मदद कर रहा है. हम औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं की शिकायतों के प्रति भी संवेदनशील हैं. हम बहुत से औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं की स्थिति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'

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    औषधि विक्रेता करें परामर्श भूमिका का विकास- औषधीय शिक्षा और अनुसंधान संस्थान-आईपीईआर, पुणे के निदेशक डॉ. महेश बुरुंडे ने बताया कि औषधि विक्रेताओं और औषधि निर्माताओं को अपनी परामर्श भूमिका कैसे विकसित करनी चाहिए और समाज सेवा में सुधार करना चाहिए. उन्होंने अपनी बात को व्यावहारिक उदाहरणों के साथ प्रस्तुत किया, जिसमें यह भी शामिल है कि कैसे डिजिटलकरण और ऑनलाइन गतिविधि को खतरे के रूप में देखने की अपेक्षा नियमित औषधि विक्रेता का सहयोगी बनाया जा सकता है.

    Tags: Business news, Drug, Medical

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