अब गृह मंत्री अमित शाह ने बताया, कब कोरोना संकट से उबरकर पटरी पर लौटेगी Indian Economy

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बहुत मेहनत की है.
गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने कोरोना संकट के समय का इस्तेमाल नीति (Policies) तैयार करने में किया है. इस दौरान उन्होंने वैश्विक महामारी (Pandemic) के देश की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) पर लंबी अवधि के असर का विशेष ध्यान रखा है. इसी के तहत सरकार ने कृषि, बिजली, औद्योगिक नीति के लिए सुधारों (Reforms) पर काम किया.
- News18Hindi
- Last Updated: December 1, 2020, 6:15 AM IST
नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच अब भारतीय अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे सुधार की ओर बढ़ रही है. देश-दुनिया की कई संस्थाओं ने भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) के कोरोना संकट से उबरकर पटरी पर लौटने को लेकर अनुमान दिए हैं. अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (HM Amit Shah) ने उम्मीद जताई है कि अक्टूबर-दिसंबर 2020 यानी चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर सकारात्मक रहेगी. शाह ने एक कार्यक्रम के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए मेहनत कर रहे हैं. बता दें कि वित्त वर्ष 2020-21 की पहली और दूसरी तिमाही के दौरान अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई है.
'पीएम मोदी ने कोरोना संकट के समय में बनाईं बेहतरीन नीतियां'
गृह मंत्री शाह ने कहा कि वैश्विक महामारी (Pandemic) के कारण बने आर्थिक संकट (Economic Crisis) से निपटने के लिए उन्होंने प्रोत्साहन पैकेज (Stimulus Package) की भी घोषणा की है. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के समय का इस्तेमाल बेहतरीन नीतियां (Policies) बनाने में किया है. इस दौरान उन्होंने कोरोना संकट के अर्थव्यवस्था पर लंबे समय में पड़ने वाले असर का विशेष ध्यान रखा है. इसी के तहत पीएम मोदी ने कृषि, बिजली, औद्योगिक नीति में सुधारों पर काम किया है, ताकि विकास की रफ्तार (Growth) बरकरार रखी जा सके.
ये भी पढ़ें - विरोध के बीच MSP पर खरीफ फसलों की बंपर खरीद, 30 लाख किसानों को मिले 59 हजार करोड़ रुपये से ज्यादादूसरी तिमाही के दौरान तेजी से घटी जीडीपी में गिरावट
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों की मदद के लिए 20 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज भी दिया है. ताजा जीडीपी आंकड़ों को देखें तो हम सिर्फ 6 फीसदी पीछे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर सकारात्मक हो जाएगी. बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून 2020 तिमाही के दौरान जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. इसके बाद दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2020 के दौरान यह गिरावट कम होकर 7.5 फीसदी रह गई है.
'पीएम मोदी ने कोरोना संकट के समय में बनाईं बेहतरीन नीतियां'
गृह मंत्री शाह ने कहा कि वैश्विक महामारी (Pandemic) के कारण बने आर्थिक संकट (Economic Crisis) से निपटने के लिए उन्होंने प्रोत्साहन पैकेज (Stimulus Package) की भी घोषणा की है. साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के समय का इस्तेमाल बेहतरीन नीतियां (Policies) बनाने में किया है. इस दौरान उन्होंने कोरोना संकट के अर्थव्यवस्था पर लंबे समय में पड़ने वाले असर का विशेष ध्यान रखा है. इसी के तहत पीएम मोदी ने कृषि, बिजली, औद्योगिक नीति में सुधारों पर काम किया है, ताकि विकास की रफ्तार (Growth) बरकरार रखी जा सके.
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अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने गरीबों की मदद के लिए 20 लाख करोड़ रुपये का प्रोत्साहन पैकेज भी दिया है. ताजा जीडीपी आंकड़ों को देखें तो हम सिर्फ 6 फीसदी पीछे हैं. उन्होंने उम्मीद जताई कि अक्टूबर-दिसंबर 2020 तिमाही में जीडीपी की वृद्धि दर सकारात्मक हो जाएगी. बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून 2020 तिमाही के दौरान जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. इसके बाद दूसरी तिमाही यानी जुलाई-सितंबर 2020 के दौरान यह गिरावट कम होकर 7.5 फीसदी रह गई है.