होम /न्यूज /व्यवसाय /ईको-फ्रैंडली Green Cement के बारे में सुना क्या? दूसरे सीमेंट से मजबूत और ज्यादा टिकाऊ, किससे बनता है?

ईको-फ्रैंडली Green Cement के बारे में सुना क्या? दूसरे सीमेंट से मजबूत और ज्यादा टिकाऊ, किससे बनता है?

ईको-फ्रैंडली होने के साथ-साथ साधारण सीमेंट से अधिक मजूबत है और इसकी जंग प्रतिरोधक क्षमता 4 गुणा अधिक है.

ईको-फ्रैंडली होने के साथ-साथ साधारण सीमेंट से अधिक मजूबत है और इसकी जंग प्रतिरोधक क्षमता 4 गुणा अधिक है.

लोग ग्रीन सीमेंट को इस्तेमाल करने से इसलिए झिझक रहे हैं कि ये उतना मजूबत है या नहीं. लेकिन ये ईको-फ्रैंडली होने के साथ- ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. पता नहीं आपने सुना है या नहीं, लेकिन इन दिनों ग्रीन सीमेंट (Green Cement) की खूब चर्चा हो रही है. JSW सीमेंट, JK लक्ष्मी सीमेंट, नवरत्न समेत कई ब्रांड्स ने इसे लॉन्च किया है. पर्यावरण के लिहाज से ये सीमेंट ट्रेडिशनल सीमेंट (ग्रे-कलर वाला) से बेहतर बताया जाता है.

लोग इसके बारे में बात तो कर रहे हैं, लेकिन इस्तेमाल करने में झिझक रहे हैं. आज हम आपको ग्रीन सीमेंट के बारे में सबकुछ बताने वाले हैं, मसलन कि ये ईको फ्रैंडली कैसे है और इसके फायदे क्या हैं? चलिए जानते हैं इसके बारे में.

ये भी पढ़ें – SBI से घर के लिए लोन लेना हुआ महंगा, बैंक ने न्‍यूनतम ब्‍याज दरों में किया इजाफा

ईको-फ्रैंडली है ग्रीन सीमेंट
ग्रीन सीमेंट नाम सुनकर ही समझ में आता है कि यह ईको-फ्रैंडली है. लेकिन केवल नाम पर भरोसा नहीं किया जा सकता. इसलिए इसके पक्ष में कुछ आंकड़े होने जरूरी हैं, जिससे ये साबित हो कि यह सच में ईको-फ्रैंडली है. दुनियाभर की अलग-अलग रिपोर्ट्स कहती हैं कि ट्रेडिशनल सीमेंट (ग्रे-कलर वाला) दुनिया के कुल कार्बन उत्सर्जन का 8 फीसदी उत्पादन करता है. यह उत्सर्जन सीमेंट बनाने के समय इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया में होता है.

लेकिन ग्रीन सीमेंट बनाने की प्रक्रिया में 40 फीसदी कम कार्बन पैदा होता है. इसकी वजह ये है कि इसे बनाने में इंडस्ट्रियल वेस्ट (Industrial Waste) का इस्तेमाल ज्यादा होता है. मतलब, जो पहले से ही वेस्ट है, उसी से सीमेंट बनाया जाता है.

ये भी पढ़ें – SBI, HDFC, कोटक महिंद्रा और IDBI बैंक के ग्राहकों के लिए आई अच्‍छी खबर

किन चीजों से बनता है ग्रीन सीमेंट
अधिकतर इंडस्ट्रीज़ में बनने वाले उत्पादों के लिए गर्म भट्ठियों का उपयोग होता है. इन भट्ठियों में चीजों को उत्पादों को ढाला जाता है. स्टील से लेकर कई तरह की अन्य इंडस्ट्रीज़ में यह होता है. ग्रीन सीमेंट बनाने में मुख्य तौर पर भट्ठियों से निकला स्लैग (slag) यूज किया जाता है. इसके अलावा उड़ने वाली राख (Fly Ash) को भी ग्रीन सीमेंट बनाने में यूज किया जाता है. ये दोनों पदार्थ प्रदूषण के बड़े कारक हैं.

इसलिए इसे बनाने का प्रोसेस एक कार्बन-नेगेटिव प्रोसेस है. मतलब कार्बन को कम करने की प्रक्रिया में सीमेंट का निर्माण होता है. नई तकनीकों के इस्तेमाल से उत्पादन की लागत भी कम होती है. हालांकि इसे बनाने की प्रक्रिया में कार्बन पैदा होता है, लेकिन बेहद कम मात्रा में.

मजबूत है या नहीं?
चूंकि सीमेंट का यूज़ इमारतें, सड़कें और घर बनाने जैसी चीजों में होता है, तो इसका मजबूत होना पहली प्राथमिकता है. जेके सीमेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसकी पकड़ काफी मजबूत होती है और यह लंबे समय तक टिकता है. कहा गया है कि यह साधारण सीमेंट से 4 गुणा अधिक जंग प्रतिरोधक भी है.

ये भी पढ़ें – शेयर बाजार, सोना और चांदी समेत बिजनेस जगत की तमाम खबरें

बड़े निर्माण करने के लिए यह बेहतर होता है, क्योंकि इसमें कैल्सीनेटेड मिट्टी और चूना पत्थर मिलाया जाता है. ये तत्व पोरोसिटी (Porosity) को कम करने में मदद करते हैं और इस तरह इसकी शक्ति को बढ़ाते हैं.

निर्माण की लागत घटेगी
नवरत्न ग्रुप ऑफ कंपनीज़ के सीईओ हिमांश वर्मा बताते हैं कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि ‘ग्रीन सीमेंट’ सामान्य सीमेंट की तुलना में ज्यादा समय तक चलता है, और आने वाले समय में यह एक अच्छे विकल्प के रूप में उभर रहा है. हिमांश वर्मा का कहना है कि प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन ने दुनिया में एक संकट पैदा कर दिया है, जो सबके लिए एक चुनौती बन गया है ऐसे में सीमेंट कंपनियों की विशेषज्ञों व वैज्ञानिकों की टीम ने ग्रीन सीमेंट के रूप में अच्छा फॉर्मूला तैयार किया है. इससे निर्माण की लागत में भी कमी आएगी और निर्माण उद्योग को भी पर्यावरण फ्रेंडली बनाने का सपना साकार होगा.

Tags: Cement factory, Eco Friendly

टॉप स्टोरीज
अधिक पढ़ें