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भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने में लगेंगे इतने साल, लक्ष्य पाने में होगी देरी

आईएमएफ के डेटा से यह बात सामने आई है कि 5 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करने में भारत को देर लगेगी.

आईएमएफ के डेटा से यह बात सामने आई है कि 5 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करने में भारत को देर लगेगी.

5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को हासिल करने में 4 साल की देरी होगी. अंत ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को हासिल करने में 4 साल की देरी होगी. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के डेटा में यह अनुमान जताया गया है. आईएमएफ का कहना है कि भारत को इतनी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में अभी और समय लगेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को वर्ष 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर वाली इकोनॉमी बनाने का लक्ष्य रखा है. बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आईएमएफ के डेटा से ये बात सामने आई है कि भारत ये लक्ष्य वर्ष 2029 तक हासिल कर सकता है.

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2029 तक हासिल होगा लक्ष्य
आईएमएफ के डेटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2028-29 तक भारत 4.92 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा. इसका मतलब यह हुआ कि इस लक्ष्य को हासिल करने में 4 साल की देरी होगी. हालांकि, मुख्य आर्थिक सलाहकार डॉ. वी. अनंत नागेश्वरन ने इसी साल फरवरी में यह भरोसा जताया था कि वित्त वर्ष 2025-26 तक भारत 5 लाख करोड़ डॉलर वाली अर्थव्यवस्था बना जाएगा. उन्होंने कहा था कि यदि 8-9 फीसदी की टिकाऊ ग्रोथ जारी रहती है तो भारत इस समय तक यह उपलब्धि हासिल कर लेगा.

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फिलहाल भारत डॉलर मूल्य में 3 लाख करोड़ डॉलर की इकोनॉमी के आंकड़े को पार चुका है. नागेश्वरन ने कहा था कि यदि हम 8-9 फीसदी की वास्तविक जीडीपी को कायम रखने में सफल रहते हैं तो यह डॉलर के हिसाब से 8 फीसदी विकास दर होगी.

Tags: GDP growth, IMF, India economy, Indian economy

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