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Indian Economy के लिए खराब संकेत! आईएमएफ ने भारत के वृद्धि अनुमान को घटाकर किया 9.5 फीसदी

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)

अंततराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने साल 2021 के लिए वैश्विक वृद्धि का अनुमान (Global Growth Forecast) 6 फीसदी पर बरकरार ...अधिक पढ़ें

    नई दिल्‍ली. अंतरराष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था (Indian Economy) की वृद्धि के अपने पिछले अनुमान में कटौती कर दी है. आईएमएफ ने अनुमान जताया है कि वित्‍त वर्ष 2021-22 (FY22) में भारत की आर्थिक वृद्धि दर (Economic Growth) 9.5 फीसदी रहेगी. साथ ही कहा है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर और धीमे वैक्‍सीनेशन अभियान के कारण उपभोक्‍ताओं का भरोसा बहुत धीरे-धीरे लौट पा रहा है. इसीलिए उसने 12.5 फीसदी के पिछले अनुमान में अब 3 फीसदी की भारी कटौती कर दी है. आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च-मई 2021 के दौरान कोरोना की दूसरी लहर से भारत में विकास की संभावनाएं कम हो गई हैं. इस झटके से उबरने में अभी कुछ समय लग सकता है. आईएमएफ के अनुमान में इस कटौती को भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.

    भारत जैसी विकासशील अर्थव्‍यवस्‍थाओं के अनुमान में की कटौती
    आईएमएफ ने साल 2021 के लिए वैश्विक वृद्धि अनुमान (Global Growth Projection) को 6 फीसदी पर बरकरार रखा है. वहीं, भारत (India) जैसे उभरते हुए बाजारों और विकासशील अर्थव्‍यवस्‍थाओं, खासतौर पर अभरते हुए एशिया के लिए आईएमएफ ने वृद्धि अनुमान घटाया है. वहीं, उन देशों की इकोनॉमी को उम्मीद की नजर से देखा है, जिनके पास कोरोना टीकों (Corona Vaccine) की बेहतर पहुंच है. रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन के लिए संघर्ष कर रहे देश प्रभावित हुए हैं. बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर से ठीक पहले आईएमएफ को भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था से काफी बेहतर उम्‍मीदें थीं. इसीलिए उसने वित्त वर्ष 2021 में भारत की आर्थिक विकास दर को 12.5 फीसदी पर पहुंचने का अनुमान लगाया था.

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    ब्रिटेन और कनाडा जैसी अर्थव्‍यवस्‍थाओं पर दिखेगा मामूली असर
    मॉनटिरी फंड ने रिपोर्ट में कहा है कि भारत और इंडोनेशिया के सामने जी-20 देशों में सबसे ज्‍यादा चुनौतियां हैं. वहीं, ब्रिटेन और कनाडा जैसी तेजी से वैक्‍सीनेशन कराने वाली अर्थव्‍यवस्‍थाओं पर वित्‍त वर्ष 2021-22 में कोविड-19 का मामूली असर रहेगा. हालांकि, आईएमएफ ने साल 2022 के लिए भारत की विकास दर के अनुमान में 1.6 फीसदी की बढ़ोतरी की है. अगले साल देश की विकास दर 8.5 फीसदी के हिसाब से बढ़ सकती है. साथ ही चेतावनी दी है कि कोरोना के नए वेरिएंट या लहर की वजह से दुनियाभर में आर्थिक सुधार प्रभावित हो सकते है.

    Tags: Economic growth, IMF, India GDP, Indian economy

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