आईटी क्षेत्र के दिग्गज एनआर नारायण मूर्ति
नई दिल्ली. ट्रेड एसोसिएशन इंडियन सैलर्स कलेक्टिव यानी आईएससी (Indian Sellers Collective) ने बुधवार को आईटी क्षेत्र के दिग्गज एनआर नारायण मूर्ति (NR Narayana Murthy) से ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन (Amazon) के खिलाफ होने वाली भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग यानी सीसीआई (Competition Commission of India) की जांच में सहयोग देने का आग्रह किया.
मूर्ति की कंपनी कैटामारन और अमेजन ने साल 2014 में एक ज्वाइंट वेंचर प्रायोन बिजनेस सर्विसेज (Prione Business Services) शुरू किया था. हालांकि, सोमवार को दोनों ने बताया कि उन्होंने मई 2022 के बाद ज्वाइंट वेंचर को जारी नहीं रखने का निर्णय किया है.
ये भी पढ़ें- 7th Pay Commission: बैंक कर्मचारियों के वेतन में अगस्त से हुई बढ़ोतरी, जानें महंगाई भत्ते में कितना हुआ इजाफा
अमेजन के साथ ज्वाइंट वेंचर को जारी नहीं रखने पर ISC ने किया मूर्ति का धन्यवाद
आईएससी ने इस ज्वाइंट वेंचर को बंद करने के निर्णय के लिए नारायण मूर्ति का धन्यवाद किया. मूर्ति को लिखे खुले पत्र में आईएससी ने वित्त वर्ष 2014 से 2020 के बीच अमेजन की सहायक कंपनी क्लाउडटेल ने 39,043 करोड़ रुपये की आय में 5,856.45 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया जो कि कथित तौर पर छोटे विक्रेताओं और खुदरा कारोबारियों की कमाई में से ही इन कंपनियों ने छीना है. इस राशि को छोटे विक्रेताओं के लिए कोविड राहत कोष में जमा किया जाना चाहिए.
ये भी पढ़ें- PM नरेंद्र मोदी ने कहा- भारतीय उद्योगों पर निर्भर है ‘आत्मनिर्भर भारत’ की सफलता, सरकार हर रिस्क लेने को तैयार
आईएससी के सदस्य और प्रहार संगठन के अध्यक्ष अभय राज मिश्रा ने कहा कि नारायण मूर्ति को अमेजन की अनैतिक प्रथाओं की जांच कर रहे सीसीआई को समर्थन देकर भविष्य के लिए एक मिसाल पेश करनी चाहिए.
आईएससी में प्रहार के अलावा ऑल इंडिया ऑनलाइन वेंडर्स एसोसिएशन, ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फेडरेशन, ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया डिस्ट्रब्यूटर्स एसोसिएशन शामिल हैं.
.
Tags: Amazon, Narayana Murthy