नई दिल्ली. बजाज ग्रुप (Bajaj Group) के पूर्व चेयरमैन और बिजनेसमैन राहुल बजाज (Rahul Bajaj) का शनिवार (12 फरवरी, 2022) को निधन हो गया. 83 साल के राहुल बजाज ने पुणे में अंतिम सांस ली. वह लंबे समय से कैंसर से पीड़ित थे. वह करीब 5 दशक तक बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज से जुड़े रहे.
आइए जानते हैं राहुल बजाज के नाम से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा. आखिर क्यों राहुल के नाम को लेकर इंदिरा गांधी नाराज हो गई थी.
इंदिरा गांधी और राहुल बजाज के पिता एक ही स्कूल में पढ़ते थे
राहुल बजाज के पिता का नाम था कमलनयन बजाज (Kamalnayan Bajaj) और माता का नाम था सावित्री बजाज (Savitri Bajaj). राहुल बजाज के दादा जमनालाल बजाज (Jamnalal Bajaj) को महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) अपना पांचवां बेटा मानते थे. जमनालाज बजाज भारत के पहले प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल नेहरू (Jawaharlal Nehru) के भी अच्छे दोस्त थे. कमलनयन बजाज और भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) एक ही स्कूल में पढ़ते थे.
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अपने बेटे का नाम राहुल रखना चाहती थी इंदिरा गांधी
भारतीय बिजनेस जगत की श्रेष्ठ कहानियां’ (मंजुल पब्लिशिंग) नामक पुस्तक के मुताबिक, कमलनयन बजाज के पहले बेटे के लिए ‘राहुल’ नाम जवाहरलाल नेहरू ने खुद चुना था. इसे लेकर उनकी बेटी इंदिरा गांधी नाराज हो गई थीं. दरअसल, इंदिरा की इच्छा थी कि वह अपने बेटे का नाम राहुल रखें. बाद में इंदिरा के पोते का नाम राहुल गांधी रखा गया. खास बात है कि राहुल बजाज ने अपनी पहली संतान का नाम राजीव (राजीव बजाज) रखा.
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