नई दिल्ली . एफएमसीजी की दिग्गज कंपनी आईटीसी लिमिटेड की वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में नेट प्रॉफिट 12 फीसदी बढ़कर 4,195 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. एक कंपनी ने उससे पिछले वित्त वर्ष में इसी अवधि में 3,755 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था. विशेषज्ञों ने नेट प्रॉफिट 11-12 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया था. इसका मतलब यह हुआ कि कंपनी ने बाजार विशेषज्ञों को निरोश नहीं किया है. कोलकाता बेस्ड इस कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू यानी आमदनी 15 फीसदी उछाल के साथ 17,754 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. इससे एक साल पहले इसी तिमाही में ऑपरेटिंग रेवेन्यू 15,404 करोड़ रुपये था.
सेगमेंट वाइज बात करें, कंपनी का चौथी तिमाही के दौरान एफएमसीजी-सिगरेट बिजनेस से रेवेन्यू 10 फीसदी बढ़कर 7,177 करोड़ रुपये हो गया. वहीं, गैर-सिगरेट कारोबार या एफएमसीजी और अन्य सेगमेंट में 12 फीसदी की वृद्धि हुई. कंपनी ने कहा कि उसने कारोना महामारी की तीसरी लहर की वजह से आए व्यवधानों के बावजूद सिगरेट कारोबार में व्यापक सुधार देखा. इसकी बिक्री महामारी पूर्व के स्तर को पार कर गया है.
होटल बिजनेस भी बढ़ा
आईटीसी होटल बिजनेस में भी सक्रिय है. कंपनी के रिजल्ट के मुताबिक, मार्च तिमाही में होटल बिजनेस से रेवेन्यू 407 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 35 फीसदी अधिक है. आपको बता दें कि आईटीसी होटल के अलावा कुछ अन्य बिजनेस में भी सक्रिय है.
6.25 रुपये प्रति शेयर फाइनल डिविडेंड
आईटीसी कंपनी के बोर्ड ने 31 मार्च को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए प्रति शेयर 6.25 रुपये के फाइनल डिविडेंड की भी सिफारिश की है. रिजल्ट से पहले बुधवार को आईटीसी का शेयर एनएसई पर 0.68 फीसदी बढ़कर 266.50 रुपये पर बंद हुआ. सालाना आधार पर बात करें, तो अब तक यह शेयर करीब 21 फीसदी ऊपर है. हालांकि, कभी ऐसा भी दौर था कि यह शेयर 200 रुपये से अधिक बढ़ता नहीं था, जिससे कई निवेशक परेशान थे.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
Tags: Business news in hindi, Results, Share market