कंपनी की इंश्योरेंस पॉलिसी के इन फायदों के बारे में आपको जानना जरूरी है. (फोटो- न्यूज18)
नई दिल्ली. पिछले कुछ समय में लोगों में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने का चलन काफी बढ़ा है. वहीं इनकी संख्या में कोविड-19 महामारी के बाद से तेजी से इजाफा हुआ है. अब लोग खुद से हेल्थ कवर पर फोकस करने लगे हैं. ज्यादातर नौकरीपेशा लोगों को कंपनी की ओर से इंश्योरेंस पॉलिसी मुहैया कराई जाती है. ऐसे में आपके लिए यह समझना जरूरी है कि कंपनी की ओर से मिलने वाली इंश्योरेंस पॉलिसी के क्या फायदे हैं?
हालांकि, हेल्थ इंश्योरेंस को क्लेम करने में भी कई तरह की समस्याएं आती है. इसलिए अब हेल्थ इंश्योरेंस को ज्यादा एक्सेसिबल बनाने पर भी फोकस बढ़ गया है. लेकिन इसके लिए पहले आपको इंश्योरेंस के बेनिफिट्स के बारे में अवेयर होना पड़ेगा. आज हम आपको यहां ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस की कुछ ऐसी बातें बता रहे हैं जिनके बारे में लोग अक्सर कम जानते हैं.
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इंश्योरेंस पॉलिसी के वेटिंग पीरियड का रखें ध्यान
ज्यादातर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीज में पहले से मौजूद बीमारियों को एक वेटिंग पीरियड के बाद कवर किया जाता है. यह वेटिंग पीरियड चार साल तक का हो सकता है. वहीं पॉलिसी के कुछ शुरुआती वर्षों में मातृत्व लाभ भी उपलब्ध नहीं होता. इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए. हालांकि, अधिकांश कॉर्पोरेट पॉलिसी वेटिंग पीरियड के बिना पहले दिन से ही सभी कर्मचारियों को इंश्योरेंस कवर देती हैं.
फ्लेक्स-बेनिफिट ग्रुप मेडिकल कवर प्लान
कंपनी आपको ग्रुप इंश्योरेंस कवर देती है लेकिन सभी लोगों की ज़रूरतें अलग-अलग होती है और बदलती भी रहती हैं. इसे ध्यान में रखते हुए बीमा कंपनियां आकार, व्यवसाय के प्रकार आदि के आधार पर किसी संगठन की आवश्यकताओं के अनुसार पॉलिसी को कस्टमाइज करने का भी ऑप्शन उपलब्ध कराती हैं. इसके अलावा, फ्लेक्स-बेनिफिट ग्रुप मेडिकल कवर प्लान एडिशनल प्रीमियम के साथ माता-पिता या अन्य आश्रितों को कवर करने जैसे ऑप्शन्स के साथ आते हैं.
पॉलिसी को इंडिविजुअल इंश्योरेंस में बदलने का ऑप्शन
कंपनी की ओर से मुहैया कराए जाने वाले इंश्योरेंस पॉलिसी में कई प्लान्स पॉलिसीज को इंडिविजुअल इंश्योरेंस प्लान में बदलने का ऑप्शन भी उपलब्ध कराते हैं. इसके लिए आपको रीजनेबल कंवर्शन फी देनी होती है. इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि आपके संचित लाभ कभी खत्म नहीं होते हैं. पॉलिसीहोल्डर को कंपनी बदलने या रिटायरमेंट के बाद भी इंश्योरेंस कवर जारी रखने का ऑप्शन मिल जाता है.
एलोपैथिक ट्रीटमेंट का भी ऑप्शन
कॉरपोरेट कंपनियों की ओर से मिलने वाले इंश्योरेंस प्लान्स अब कर्मचारियों को इंश्योरेंस का पूरा लाभ देने के लिए एलोपैथिक ट्रीटमेंट का ऑप्शन भी उपलब्ध कराती है. कुछ पॉलिसीज अल्टरनेटिव ट्रीटमेंट ऑप्शन जैसे होम्योपैथी, आयुर्वेद, यूनानी, आदि को भी कवर करती हैं. हालांकि इसके लिए प्लान के अनुसार नेटवर्क अस्पताल, सब-लिमिट या को-पेमेंट जैसी कुछ शर्तें लागू हो सकती हैं.
इंश्योरेंस क्लेम करना अब है आसान
पिछले कुछ समय से देश में डिजिटलीकरण के कारण हुए बदलावों के एक नतीजा यह भी है कि आजकल ज्यादातर इंश्योरेंस कंपनियां इंश्योरेंस प्लान खरीदने से लेकर क्लेम करने तक पूरी तरह से डिजिटल रूप में सुविधा उपलब्ध कराती है. अब क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस को ऑटोमेटिक और तेज करने के लिए एम्प्लॉयर्स को एआई की मदद से चलने वाले व्हाट्सएप चैटबॉट की सुविधा भी मिलती है.
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