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एलजीबीटीक्यू कम्युनिटी के लिए लॉन्च हुआ मेट्रीमोनी प्लेटफॉर्म, देखिए कितना बड़ा है ये मार्केट?

मेट्रीमोनी. कॉम ने लॉन्च किया एलजीबीटी समुदाय के लिए मेट्रीमोनी प्लेटफॉर्म.

मेट्रीमोनी. कॉम ने लॉन्च किया एलजीबीटी समुदाय के लिए मेट्रीमोनी प्लेटफॉर्म.

एलजीबीटी समुदाय के लिए मेट्रीमोनी डॉट कॉम ने मेट्रीमोनियल प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है. यहां उन्हें अपना जीवनसाथी ढूंढने मे ...अधिक पढ़ें

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हाइलाइट्स

एलजीबीटीक्यू समुदाय के लिए लॉन्च हुआ मेट्रीमोनी प्लेटफॉर्म.
यहां 65 से अधिक जेंडर आइडेंटिटीज और 40 सर्वनाम मिलेंगे.
इस प्लेटफॉर्म का नाम रेनबो लव है और इसे मेट्रीमोनी.कॉम ने शुरू किया है.

नई दिल्ली. शादियों का बाजार फैल रहा है और उसके साथ बढ़ रहा है मेट्रीमोनियल ऐप्स का व्यापार. अब एलजीबीटीक्यू+ समुदाय भी इन ऐप्स की टारगेट ऑडियंस में शामिल हो गई है. मेट्रीमोनी डॉट कॉम ने रेनबोलव (Rainbowluv) नामक एक ऐप शुरू की है जहां इस समुदाय के लोग सीरियस रिलेशन व लाइफ पार्टनर को ढूंढ सकेंगे.

मनीकंट्रोल  से बातचीत में कंपनी के एक अधिकारी ने कहा है कि उन्हें इस ऐप का आइडिया इसी समुदाय के सदस्य की मदद से आया जो कंपनी के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर से एक कॉन्फ्रेंस में मिले थे. उन्होंने प्रोडक्ट ऑफिसर से कहा कि वे भी लाइफ पार्टनर चाहते हैं और अभी उनके समुदाय के पास केवल डेटिंग ऐप्स जहां हर कोई कैजुअल रिलेशिनशिप या हुक-अप चाहता है.

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कई वर्कशॉप के बाद शुरू की ऐप
कंपनी के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर अर्जुन भाटिया ने कहा कि इस गैप को ध्यान में रखते हुए एलजीबीटी समुदाय के साथ कई वर्कशॉप्स की गईं जिसके बाद यह तय हुआ कि कंपनी यह प्रोडक्ट लॉन्च करेगी. उन्होंने बताया कि इस प्लेटफॉर्म को लॉन्च करने में 2 साल का समय लग गया.

एलजीबीटी कम्युनिटी के लिए मैचमेकिंग मार्केट
कंपनी का लॉन्च के पहले साल में कोई यूजर बेस को लेकर कोई टारगेट नहीं है लेकिन अर्जुन भाटिया का कहना है कि इसमें संभावनाएं काफी अधिक है. उन्होंने कहा, “भारत में इस समुदाय के मार्केट साइज का कोई पुख्ता डाटा उपलब्ध नहीं है इसलिए कोई लक्ष्य तय करना मुश्किल है. अभी जो हमारे पास डेटा पॉइंट है वह साल 2012 का स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय का है जिसमें 25 लाख लोगों ने माना है कि वे एलजीबीटी कम्युनिटी से हैं. लेकिन मार्केट इस साइज से काफी बड़ा है. हमारा अनुमान है कि भारत में एलजीबीटीक्यू समुदाय के 1 करोड़ से लेकर 19 करोड़ लोग हैं.” उन्होंने कहा कि इस समुदायर के 80 लाख 1.5 करोड़ लोगों को टारगेट करना है जो लाइफ पार्टनर की तलाश में हैं.

65 से अधिक जेंडर हैं प्लेटफॉर्म पर
मामले के एक जानकार के अनुसार, इस प्लेटफॉर्म पर 65 से अधिक जेंडर आइडेंटिटीज हैं. इसके अलावा 40 सर्वनाम (प्रोनाउन्स- ही, शी, दे, देम आदि) हैं. उनका कहना है कि इससे कई लोगों का जीवन आसान होगा और समुदाय के अंदर व बाहर लोगों जागरूक होंगे.

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