बैंक के साथ घोटाले के आरोपी डायमंड कारोबारी नीरव मोदी (Nirav Modi) ने ब्रिटेन से प्रत्यर्पण होने पर भारत में जेलों की खराब स्थिति का हवाला देते हुए बुधवार को कहा कि इससे उसकी स्थिति आत्महत्या करने जैसी हो सकती है. मोदी के वकील का कहना था कि डॉक्टरों की कमी और भीड़ अधिक होने के कारण कैदियों को जरूरत पड़ने पर हॉस्पिटल ले जाने में देरी होती है.
उन्होंने मोदी के मानसिक स्वास्थ्य को खतरे की भी जानकार दी. वकील का कहना था कि अगर नीरव मोदी को प्रत्यर्पित किया जाता है तो उनके लिए आत्महत्या करने जैसी स्थिति हो सकती है. इस वजह से प्रत्यर्पण नहीं होना चाहिए. मोदी ने मुंबई की आर्थर रोड जेल में बदहाल स्थिति की जानकारी दी. उनके वकील ने बताया कि आर्थर रोड जेल में डॉक्टर के साथ प्राइवेट कंसल्टेशन की कभी अनुमति नहीं दी गई.उनका कहना था कि मोदी की मानसिक स्थिति मजबूत नहीं है और दबाव बढ़ने से वह मानसिक तौर पर बीमार हो सकते हैं.
मोदी ने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील में कहा है, "महाराष्ट्र में कोरोना बढ़ रहा है और इस जेल पर भी असर पड़ा है. स्वास्थ्य सुविधाओं की स्थिति बहुत खराब हो चुकी है." ब्रिटेन के हाई कोर्ट में प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील के पहले चरण में हारने के बाद मोदी ने नई अपील दायर की है.मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक के साथ अरबों रुपये का घोटाला करने का आरोप है. ब्रिटेन की होम सेक्रेटरी प्रीति पटेल ने मोदी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
FIRST PUBLISHED : July 22, 2021, 06:57 IST