नई दिल्ली. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व एमडी एवं सीईओ चित्रा रामकृष्ण (Chitra Ramakrishna) जिस हिमालयन योगी (Himalayan Yogi) के कहने पर फैसले लेती थीं, वह कोई और नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramanian) ही है. अर्न्स्ट एंड यंग (E&Y) की जांच में ऐसे कई सुबूत मिले हैं, जो यह बताने के लिए काफी हैं कि रहस्यमयी हिमालयन योगी सुब्रमण्यम के अलावा और कोई नहीं है.
ईएंडवाई ने कहा कि जांच में एनएसई के पूर्व ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम के चेन्नई स्थित आवास से महज 13 मीटर दूर स्थित दो जियोटैग तस्वीरें, हिमालयन योगी की ओर से बुक किया गया होटल (भुगतान सुब्रमण्यम ने किया था), योगी को भेजे गए ईमेल अटैचमेंट और इससे कुछ मिनट ही पहले ही योगी एवं सुब्रमण्यम के बीच बातचीत में इस्तेमाल किए गए वाक्यों में समानता जैसे मिले सुबूत इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं कि योगी कोई और नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही है.
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कुछ दिनों में खुलासा करेगी सीबीआई
यह वही योगी है, जिसके लिए चित्रा रामकृष्ण पर बाजार की गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप है. सीबीआई ने एक्सचेंज में 2018 में हुए हेरफेर के मामले में सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तारी सेबी के उस रिपोर्ट के बाद हुई, जिसमें पता चला कि आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति में चित्रा रामकृष्ण ने नियमों का उल्लंघन किया और इस ईमेल आईडी rigyajursama@outlook.com के जरिये हिमालयन योगी से एनएसई की गोपनीय जानकारी साझा की. सीबीआई का कहना है कि उसके पास ईएंडवाई की रिपोर्ट है. वह अगले कुछ दिनों में इन तथ्यों का खुलासा करेगी.
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तस्वीरों की एक ही लोकेशन
ईएंडवाई का यह निष्कर्ष जनवरी 2000 और मई 2018 के बीच रामकृष्ण, सुब्रमण्यम और हिमालयन योगी के बीच बातचीत के विश्लेषण पर आधारित है. रामकृष्ण अप्रैल 2013 से दिसंबर 2016 तक एनएसई की एमडी और सीईओ रहीं. इसी दौरान सुब्रमण्यम की नियुक्ति हुई थी. ईएंडवाई का कहना है कि उसने अटैचमेंट वाले 17 ईमेल का विश्लेषण किया. इनमें आठ तस्वीरें थीं, जिनमें दो तस्वीरों को जियोटैग किया गया था. दोनों तस्वीरों का स्थान चेन्नई में सुब्बू (सुब्रमण्यम) के आवासीय पते के करीब था. इन तस्वीरों की कैप्चर की गई लोकेशन rigyajursama की ओर से भेजी गई तस्वीरों के कैप्चर किए गए स्थान के समान थी.
उमेद भवन पैलेस में बुकिंग और 237984 रुपये का भुगतान
ईएंडवाई की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक अन्य सुबूत उमेद भवन पैलेस में की गई एक बुकिंग है. एक दिसंबर 2015 को rigyajursama@outlook.com से रामकृष्ण (सुब्रमण्यम के लिए भी चिह्नित) को एक ईमेल भेजा गया. इसमें कहा गया था कि कंचन की (रेफरेंस टू सुब्रमण्यम) छुट्टी को मंजूरी मिल गई है और एमई की ओर से उम्मेद भवन में बुकिंग हो गई है. सुब्बू के बैंक स्टेटमेंट के अनुसार 27 नवंबर 2015 को उमेद भवन पैलेस को 237984 रुपये का भुगतान भी किया गया था.
सुब्रमण्यम के यूजर प्रोफाइल में सानंद का जिक्र
ईएंडवाई ने सुब्रमण्यम को एनएसई से मिले डेस्कटॉप पर इस्तेमाल किए गए स्काइप प्रोफाइल का भी विश्लेषण किया. इसमें पाया गया कि साझा डेस्कटॉप में सुब्रमण्यम के यूजर प्रोफाइल में सानंद का जिक्र था. विंडोज प्रोफाइल सानंद से संबंधित डेस्कटॉप डेटा की समीक्षा से पता चला कि anand.subramanian9 और siromani.10 के नाम से स्काइप खाते स्काइप एप्लिकेशन डेटाबेस में कन्फिगर किए गए थे.
siromani.10 और रामकृष्ण की भाषा एक समान
यूजर प्रोफाइल नेम sironmani.10 वाला स्काइप खाता ईमेल आईडी rigyajusama@outiook.com और मोबाइल नंबर +9191675774 12 (यह नंबर एनएसई की ओर से सुब्बू को दिया गया था) से जुड़ा था. यह भी निष्कर्ष निकाला कि रामकृष्ण के साथ siromani.10 द्वारा स्काइप चैट में उपयोग की जाने वाली भाषा rigyajursama@outlook.com से रामकृष्ण से बातचीत के लिए इस्तेमाल की जाने वाली भाषा के समान थी.
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Tags: CBI, NSE, Scam, SEBI, Share market
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