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जुआ खेलना अपराध नहीं इन देशों में, पर नतीजे बेहद बुरे, लाखों कंगाल हो गए तो कई मरे

दुनिया में यूनाइटेड किंगडम ऑनलाइन गैम्बलिंग का सबसे बड़ा रेग्युलेटेड मार्केट है. (Image- Moneycontrol)

दुनिया में यूनाइटेड किंगडम ऑनलाइन गैम्बलिंग का सबसे बड़ा रेग्युलेटेड मार्केट है. (Image- Moneycontrol)

2021 में ग्लोबल ऑनलाइन गैम्बलिंग मार्केट की साइज करीब 57.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी और 2022 से 2030 तक इसके तेजी से बढ़न ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

ब्रिटेन में ऑनलाइन गैम्बलिंग मार्केट से आने वाला रेवेन्यू करीब 12.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर है.
यूके में लोगों ने डेढ़ लाख करोड़ रुपये गंवाये हैं और 400 से ज्यादा ने खुदकुशी कर ली.
फैंटेसी क्रिकेट, ऑनलाइन रमी, पोकर जैसे कई मोबाइल ऐप भारत में सक्रिय हैं.

नई दिल्ली. गैम्बलिंग यानी जुआ एक बुरी लत है, लेकिन मोबाइल और इंटरनेट के इस जमाने में ऑनलाइन गैम्बलिंग (Online Gambling) की बुरी आदत का क्रेज बढ़ता जा रहा है. क्रिकेट के ड्रीम इलेवन समेत कई ऐसे मोबाइल ऐप हैं जहां यूजर ऑनलाइन गैम्बलिंग कर सकते हैं. जुआ खेलने के मामले में दुनिया में ब्रिटेन और अमेरिका सबसे आगे है, जहां ऑनलाइन गैम्बलिंग का कारोबार क्रमश: 12.5 और 11 अरब डॉलर का है. सख्त कानूनों की वजह से भारत इस लिस्ट में कहीं दूर है.

एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में ग्लोबल ऑनलाइन गैम्बलिंग मार्केट की साइज करीब 57.54 बिलियन अमेरिकी डॉलर थी और 2022 से 2030 तक 11.7%% सीएजीआर से बढ़ने की उम्मीद है. ऑनलाइन गेम खेलने के लिए उपयोगकर्ताओं के बीच मोबाइल फोन का बढ़ता उपयोग सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ उनके घरों में, इंटरनेट की बढ़ती पहुंच से यह बाजार फल-फूल रहा है.

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ऑनलाइन जुए में ब्रिटेन और अमेरिका अव्वल
दुनिया में यूनाइटेड किंगडम ऑनलाइन गैम्बलिंग का सबसे बड़ा रेग्युलेटेड मार्केट है यानी यहां कानूनी रूप से इस जुए को मान्यता दी गई है. ब्रिटेन में ऑनलाइन गैम्बलिंग मार्केट से आने वाला रेवेन्यू करीब 12. बिलियन अमेरिकी डॉलर है. इसके बाद दूसरे पायदान पर अमेरिका है जहां इस मार्केट की साइज 11 बिलियन डॉलर है. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया- 6.5, इटली 4.5, फ्रांस- 3.8, जर्मनी- 3.6, कनाडा- 2.6 और स्वीडन- 2.1 बिलियन डॉलर का ऑनलाइन गैम्बलिंग बाजार है.

दुनियाभर में बढ़ी समस्या
ऑनलाइन गैम्बलिंग की लत लोगों में तेजी से बढ़ रही है. कम समय में घर बैठे मोबाइल पर करोड़पति बनने के चक्कर में करोड़ों लोगों ने अपनी मेहनत की कमाई इस बुरी आदत के चलते गवां दी है. एक अनुमान के मुताबिक अकेले ब्रिटेन में ऑनलाइन जुए की इस लत के चलते लोगों ने डेढ़ लाख करोड़
रुपये गंवाये हैं और 400 से ज्यादा लोगों ने खुदकुशी कर ली. कई मनोचिकित्सक इसे कोरोना से भी बड़ी बीमारी मानने लगे हैं.

कोरोना महामारी के दौरान ऑनलाइन गैम्बलिंग का क्रेज काफी बढ़ा है. भारत में भी यह बाजार तेजी से फल-फुल रहा है. फैंटेसी क्रिकेट, ऑनलाइन रमी, पोकर, तीन पत्ती, फेयर प्ले जैसे दर्जनों गैम्बलिंग प्लेटफॉर्म एक्टिव हैं.

हैरानी की बात है कि यह सब जानने के बावजूद कई देशों में ऑनलाइन गैम्बलिंग को कानूनी मान्यता दी गई है. रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा होने और सरकारों को मिलने वाले टैक्स के लिए ऐसे किया गया है. हालांकि, भारत में कुछ राज्यों ने ऑनलाइन गैम्बलिंग पर प्रतिबंध लगाए हैं.

Tags: Black money, Dream 11 team prediction, Electoral gambling, Money heist, Money Matters, Online game

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