कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले चीन ने लगाई छलांग, GDP ग्रोथ दिसंबर तिमाही में 6.5 फीसदी पर पहुंची

कोरोनाकाल में चीन के सामान की मांग बढ़ने से फायदा मिला.
चीन कोरोना संकट के बीच जीडीपी (Chinese GDP) में ग्रोथ हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है. वहीं, वर्ल्ड बैंक (World Bank) के अनुमान के मुताबिक 2020 में अमेरिका की आर्थिक वृद्धि -3.6 फीसदी और यूरोजोन इकोनॉली की ग्रोथ -7.4 फीसदी रह सकती है. इसके अलावा भारत और जापान की इकोनॉमिक ग्रोथ भी निगेटिव रहने के अनुमान जताए जा रहे हैं.
- News18Hindi
- Last Updated: January 19, 2021, 8:21 PM IST
नई दिल्ली. दुनियाभर में कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे चीन (China) ने भीषण संकट के बीच आर्थिक मोर्चे पर बड़ा कारनामा कर दिखाया है. महामारी के कारण एक तरफ दुनिया के ज्यादातर देश आर्थिक मंदी (Financial Crisis) की चपेट में आ गए हैं. वहीं, चीन ना सिर्फ मंदी से उबर गया है बल्कि आंकड़े बताते हैं कि उसकी अर्थव्यवस्था (Chinese Economy) ने रफ्तार पकड़ ली है. नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, चीन ने दिसंबर 2020 की तिमाही में 6.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ (GDP Growth) हासिल की है.
नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पूरे साल के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ 2.3 फीसदी रही है. बता दें कि वर्तमान जीडीपी के आंकड़े बीते 40 साल में चीन की सबसे धीमी विकास-दर दर्शाते हैं. वहीं, वर्ल्ड बैंक (World Bank) के अनुमान के मुताबिक, 2020 में अमेरिका की अर्थव्यवस्था (US Economy) की ग्रोथ -3.6 फीसदी और यूरोज़ोन अर्थव्यवस्था की ग्रोथ -7.4 फीसदी रह सकती है. इनकी वजह से ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ 4.3 फीसदी घट गई है. दिसंबर 2020 में चीन के निर्यात में वृद्धि हुई. दरअसल, दुनियाभर में कोरोनो संकट के दौरान चीनी सामानों की मांग बढ़ी. इसके अलावा चीन ने 2020 में कच्चे तेल, तांबा, लौह अयस्क और कोयले की रिकॉर्ड खरीदारी की है.
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भारत और जापान की ग्रोथ निगेटिव रहने का है अनुमान भारत सरकार (Indian Government) की ओर से पिछले बृहस्पतिवार को जारी अनुमान के मुताबिक, भारत की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2020-21 में शून्य से 7.7 फीसदी नीचे रह सकती है. एशिया की तीसरी और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी भारत (Indian Economy) की जीडीपी ग्रोथ पिछले वित्त वर्ष में 4.2 फीसदी रही थी. एशिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति जापान (Japan) की हालत 2020 में ठीक नहीं रही है. बैंक ऑफ जापान ने मौजूदा वित्त वर्ष में देश की रियल ग्रोथ शून्य से 5.5 फीसदी कम रहने का अनुमान दिया है.
नेशनल ब्यूरो ऑफ स्टैटिक्स के सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पूरे साल के लिए चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ 2.3 फीसदी रही है. बता दें कि वर्तमान जीडीपी के आंकड़े बीते 40 साल में चीन की सबसे धीमी विकास-दर दर्शाते हैं. वहीं, वर्ल्ड बैंक (World Bank) के अनुमान के मुताबिक, 2020 में अमेरिका की अर्थव्यवस्था (US Economy) की ग्रोथ -3.6 फीसदी और यूरोज़ोन अर्थव्यवस्था की ग्रोथ -7.4 फीसदी रह सकती है. इनकी वजह से ग्लोबल इकोनॉमिक ग्रोथ 4.3 फीसदी घट गई है. दिसंबर 2020 में चीन के निर्यात में वृद्धि हुई. दरअसल, दुनियाभर में कोरोनो संकट के दौरान चीनी सामानों की मांग बढ़ी. इसके अलावा चीन ने 2020 में कच्चे तेल, तांबा, लौह अयस्क और कोयले की रिकॉर्ड खरीदारी की है.
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भारत और जापान की ग्रोथ निगेटिव रहने का है अनुमान भारत सरकार (Indian Government) की ओर से पिछले बृहस्पतिवार को जारी अनुमान के मुताबिक, भारत की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2020-21 में शून्य से 7.7 फीसदी नीचे रह सकती है. एशिया की तीसरी और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी भारत (Indian Economy) की जीडीपी ग्रोथ पिछले वित्त वर्ष में 4.2 फीसदी रही थी. एशिया की दूसरी सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति जापान (Japan) की हालत 2020 में ठीक नहीं रही है. बैंक ऑफ जापान ने मौजूदा वित्त वर्ष में देश की रियल ग्रोथ शून्य से 5.5 फीसदी कम रहने का अनुमान दिया है.