पीएम की सलाहकार समिति के सदस्य संजीव सान्याल (फाइल फोटो)
नई दिल्ली. भारत 9 फीसदी की ग्रोथ रेट हासिल करने में सक्षम है, लेकिन फिलहाल वैश्विक हालात को देखते हुए देश को 6.5-7 फीसदी की इकोनॉमिक ग्रोथ (Economic Growth) से संतुष्ट होना चाहिए. प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC to PM) के सदस्य संजीव सान्याल (Sanjeev Sanyal) ने यह बात कही.
उन्होंने ‘टाइम्स नाउ समिट 2022’ में कहा कि भारत ”निवेश और निर्यात आधारित वृद्धि मॉडल” का अनुसरण कर रहा है और उथल-पुथल वाले वैश्विक दौर में आरबीआई और सरकार ने एक संयमित व्यापक आर्थिक नजरिए का पालन किया है, जो एक सही कदम है.
बेहद उथल-पुथल वाला समय
सान्याल ने कहा, ”यह बेहद उथल-पुथल वाला समय है और हम पहले ही 7 फीसदी की ग्रोथ रेट हासिल कर रहे हैं. इस तरह हमने जो व्यवस्था बनाई है, उसकी मदद से एक सामान्य वक्त में हम 9 फीसदी की ग्रोथ दर्ज करने में सक्षम है.”
सप्लाई चेन के संकट का सामना कर रही है ग्लोबल इकोनॉमी
फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद ग्लोबल इकोनॉमी सप्लाई चेन के संकट का सामना कर रही है. वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक मौद्रिक सख्ती के बावजूद भारत आने वाले वर्षों में व्यापक आर्थिक स्थिरता के साथ मध्यम से तेज गति से बढ़ने में सक्षम है.
ग्लोबल सप्लाई चेन में प्रवेश करने का मौका
उन्होंने कहा कि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन में शामिल हो रहा है. सान्याल ने कहा, ”चीन में फॉक्सकॉन कारखाने में पैदा हुई समस्या के बाद एप्पल की एकमात्र उत्पादन क्षमता भारत में है. हमारे लिए ग्लोबल सप्लाई चेन में प्रवेश करने का मौका है और हम पहले ही ऐसा कर रहे हैं.”
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