शक्तिकांत दास बोले- RBI की पॉलिसी की वजह से कोविड-19 के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मिली मदद

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
आरबीआई (RBI) के के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, ''यह जरूरी है कि महामारी के बीच और उसके बाद वित्तीय प्रणाली के प्रबंधन के लिए एक ठोस और समझदारी वाला रुख अपनाया जाए.''
- भाषा
- Last Updated: January 16, 2021, 8:19 PM IST
चेन्नई. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा है कि कोविड-19 (COVID-19) की वजह से 2020 मानव समाज के लिए सबसे कठिन समय में से रहा है और इस दौरान केंद्रीय बैंक की नीतियों की वजह से महामारी के गंभीर आर्थिक प्रभावों को कम करने में मदद मिली है.
मानव समाज के लिए सबसे कठिन समय में से रहा है साल 2020
दास ने शनिवार को 39वें नानी पालकीवाला स्मृति व्याख्यान में कहा, ''बीता साल मानव समाज के लिए सबसे कठिन समय में से रहा है. इस महामारी के स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभाव से दुनियाभर के देशों के बीच आर्थिक और सामाजिक कमजोरियां और व्यापक हुई हैं.''
ये भी पढ़ें- Bank Interest: केनरा और IDBI बैंक के सेविंग्स अकाउंट पर मिल रहा है सबसे ज्यादा ब्याज, जानें डिटेल्सउन्होंने कहा, ''यह जरूरी है कि महामारी के बीच और उसके बाद वित्तीय प्रणाली के प्रबंधन के लिए एक ठोस और समझदारी वाला रुख अपनाया जाए.''
वित्तीय स्थिरता कायम रखने को भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है RBI
उन्होंने कहा, ''कोरोना महामारी के दौरान प्रमुख लक्ष्य आर्थिक गतिविधियों को समर्थन देना था. जब हम पीछे देखते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि हमारी नीतियों की वजह से महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद मिली.''
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दास ने कहा, ''मैं यह कहूंगा कि रिजर्व बैंक जरूरत के मुताबिक आगे और उपायों के लिए भी तैयार है. साथ ही हम वित्तीय स्थिरता कायम रखने को भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.''
मानव समाज के लिए सबसे कठिन समय में से रहा है साल 2020
दास ने शनिवार को 39वें नानी पालकीवाला स्मृति व्याख्यान में कहा, ''बीता साल मानव समाज के लिए सबसे कठिन समय में से रहा है. इस महामारी के स्वास्थ्य और आर्थिक प्रभाव से दुनियाभर के देशों के बीच आर्थिक और सामाजिक कमजोरियां और व्यापक हुई हैं.''
ये भी पढ़ें- Bank Interest: केनरा और IDBI बैंक के सेविंग्स अकाउंट पर मिल रहा है सबसे ज्यादा ब्याज, जानें डिटेल्सउन्होंने कहा, ''यह जरूरी है कि महामारी के बीच और उसके बाद वित्तीय प्रणाली के प्रबंधन के लिए एक ठोस और समझदारी वाला रुख अपनाया जाए.''
वित्तीय स्थिरता कायम रखने को भी पूरी तरह प्रतिबद्ध है RBI
उन्होंने कहा, ''कोरोना महामारी के दौरान प्रमुख लक्ष्य आर्थिक गतिविधियों को समर्थन देना था. जब हम पीछे देखते हैं, तो यह स्पष्ट हो जाता है कि हमारी नीतियों की वजह से महामारी के आर्थिक प्रभाव को कम करने में मदद मिली.''
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दास ने कहा, ''मैं यह कहूंगा कि रिजर्व बैंक जरूरत के मुताबिक आगे और उपायों के लिए भी तैयार है. साथ ही हम वित्तीय स्थिरता कायम रखने को भी पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.''