Paytm ने छोटे शहरों से हायरिंग शुरू की, वर्क फ्रॉम होम के तहत कर सकेंगे काम

Paytm ने छोटे शहरों से हायरिंग शुरू की.
पेटीएम (Paytm) ने छोटे शहरों से हायरिंग (Hiring) शुरू कर दी है. इन कर्मचारियों (employees) को महामारी के दौरान कंपनी ऑफिस (Office) आने के लिए नहीं कहेगी. इसलिए ये सभी कर्मचारी फिलहाल वर्क फॉर होम (Work for home) के तहत अपने घर से ही कार कर सकेंगे.
- News18Hindi
- Last Updated: December 23, 2020, 6:31 PM IST
नई दिल्ली. पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शर्मा ने बुधवार को कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच कंपनी ने छोटे शहरों से कर्मचारियों को नियुक्त करने के प्रयास को तेज कर दिया और उन्हें बड़े शहरों में स्थित उसके दफ्तरों में आने के बजाए, घर से ही काम करने की अनुमति दे रही है. ‘क्लीयर टैक्स ई-इनवॉयसिंग लीडरशिप कॉनक्लेव’ में शर्मा ने कहा कि, शुरू में जिन लोगों को नियुक्त किया गया. उन्हें, स्थिति सामान्य होने पर दफ्तरों में तैनात किये जाने की योजना थी.
उन्होंने कहा, ‘हमने इस बात पर गौर किया कि हम उन शहरों से भी लोगों को नियुक्त कर सकते हैं, जहां पहले हम जाते नहीं थे और लोग भी वहां से बड़े शहरों में नहीं जाते. शर्मा के अनुसार, ‘‘हम छोटे शहरों से लोगों की नियुक्ति बढ़ा रहे हैं. लोग चंडीगढ़, जालंधर, ओड़िशा समेत जहां भी हैं, वे वहां से काम कर सकते हैं.
यह भी पढ़ें: केंद्र ने DTH से जुड़े नियमों में किया बड़ा बदलाव, देश के करोड़ों ग्राहकों पर पड़ेगा असर!
छोटे शहर के कर्मचारियों को ऑफिस आने की जारूरत नहीं- पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शार्म के अनुसार पेटीएम छोटे शहरों में नियुक्ति करेंगी और उनसे बड़े शहरों में स्थिर दफ्तर आने को नहीं कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस संदर्भ में कोई विशिष्ट मॉडल नहीं अपनाया है. लेकिन उसके करीब 20 से 25 प्रतिशत कर्मचारी भविष्य में अपने हिसाब से घर बैठे काम कर सकते हैं. महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कंपनियों को कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति देने को मजबूर किया है.यह भी पढ़ें: बजट में सरकार कर सकती है ये बड़ा ऐलान, घरेलू मेडिकल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स को मिलेगा बढ़ावा
कंपनियों ने अपनाया हाइब्रिड मॉडल- आईटी और आईटी संबद्ध सेवा से जुड़ी कंपनियां अब कुछ कर्मचारियों को अपनी सुविधानुसार घर से ही काम करने की अनुमति दे रही हैं. इस मामले में वे ‘हाइब्रिड मॉडल’ अपना रही हैं. यानी कुछ कर्मचारियों को घर से जबकि कुछ को दफ्तर में आकर काम करने की अनुमति दी गयी है. पिछले महीने, सरकार ने भी बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) और आईटी संबद्ध कंपनियों के लिये सरलीकृत दिशानिर्देश जारी किया. ताकि उनका अनुपालन बोझ कम हो और वे कर्मचारियों के लिये घर से काम या कहीं से भी काम करने की रूपरेखा को अपना सके.
उन्होंने कहा, ‘हमने इस बात पर गौर किया कि हम उन शहरों से भी लोगों को नियुक्त कर सकते हैं, जहां पहले हम जाते नहीं थे और लोग भी वहां से बड़े शहरों में नहीं जाते. शर्मा के अनुसार, ‘‘हम छोटे शहरों से लोगों की नियुक्ति बढ़ा रहे हैं. लोग चंडीगढ़, जालंधर, ओड़िशा समेत जहां भी हैं, वे वहां से काम कर सकते हैं.
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छोटे शहर के कर्मचारियों को ऑफिस आने की जारूरत नहीं- पेटीएम के संस्थापक विजय शेखर शार्म के अनुसार पेटीएम छोटे शहरों में नियुक्ति करेंगी और उनसे बड़े शहरों में स्थिर दफ्तर आने को नहीं कहा जाएगा. उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस संदर्भ में कोई विशिष्ट मॉडल नहीं अपनाया है. लेकिन उसके करीब 20 से 25 प्रतिशत कर्मचारी भविष्य में अपने हिसाब से घर बैठे काम कर सकते हैं. महामारी और उसकी रोकथाम के लिये लगाये गये ‘लॉकडाउन’ ने विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत कंपनियों को कर्मचारियों को घर से ही काम करने की अनुमति देने को मजबूर किया है.यह भी पढ़ें: बजट में सरकार कर सकती है ये बड़ा ऐलान, घरेलू मेडिकल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चर्स को मिलेगा बढ़ावा
कंपनियों ने अपनाया हाइब्रिड मॉडल- आईटी और आईटी संबद्ध सेवा से जुड़ी कंपनियां अब कुछ कर्मचारियों को अपनी सुविधानुसार घर से ही काम करने की अनुमति दे रही हैं. इस मामले में वे ‘हाइब्रिड मॉडल’ अपना रही हैं. यानी कुछ कर्मचारियों को घर से जबकि कुछ को दफ्तर में आकर काम करने की अनुमति दी गयी है. पिछले महीने, सरकार ने भी बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) और आईटी संबद्ध कंपनियों के लिये सरलीकृत दिशानिर्देश जारी किया. ताकि उनका अनुपालन बोझ कम हो और वे कर्मचारियों के लिये घर से काम या कहीं से भी काम करने की रूपरेखा को अपना सके.