नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस (NPS) एक सरकारी रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है.
नई दिल्ली. अगर आप भी NPS सब्सक्राइबर हैं तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. पेंशन फंड रेगुलेटर PFRDA ने एक प्लान पेश किया है. अगर यह प्लान मंजूर हो जाता है तो एनपीएस में निवेश करने वाले लोगों की लाइफ रिटायरमेंट के बाद बहुत अच्छी हो जाएगी. आखिर ऐसा क्या कर दिया है PFRDA ने? चलिए बताते हैं-
नेशनल पेंशन सिस्टम यानी एनपीएस (NPS) एक सरकारी रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है. अभी इसके तहत 60 साल की उम्र हो जाने या रिटारयमेंट के बाद सब्सक्राइबर को एनपीएस फंड में जमा कुल अमाउंट का 60 फीसदी एकमुश्त निकालने की इजाजत है. बाकी 40 फीसदी का इस्तेमाल वह एन्युटी में निवेश के लिए करता है. इसी से उसे हर महीने पेंशन मिलती है. वहीं, अगर 60 साल की उम्र से पहले एनपीएस से पैसे निकाले जाते हैं तो यह नियम बदल जाता है.
अब तक ये था नियम
मैच्योरिटी से पहले एनपीएस से सिर्फ 20 फीसदी पैसा निकालने की इजाजत है. बाकी 80 फीसदी का इस्तेमाल एन्युटी खरीदने के लिए करना पड़ता है. सब्सक्राइबर चाहे तो वह एकमुश्त रकम की निकासी (Withdrawal) और Annuity को 75 साल की उम्र तक के लिए टाल सकता है.
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क्या है नया प्लान?
दरअसल, पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी यानी PFRDA ने एक प्लान तैयार किया है. इसमें अब एकमुश्त रकम वाले हिस्से को एकबार में निकालने की बजाय हर महीने या हर तिमाही या हर छमाही या सालाना निकालने का प्रस्ताव है. इस पैसे से सब्सक्राइबर 75 साल की उम्र तक हर महीने, हर तिमाही, हर छमाही या हर साल एक फिक्स्ड अमाउंट निकाल सकता है.
जानिए, क्या कहना है एक्सपर्ट का
NPS के इस नए प्लान के बारे में एक्सपर्ट्स का कहना है कि इससे रिटारयमेंट बाद हर महीने ज्यादा पैसे पाने का रास्ता खुल जाएगा. अभी सिर्फ एन्युटी में किए गए निवेश की रकम से पेंशन मिलती है. एन्युटी में निवेश (40 फीसदी) एकमुश्त निकासी (60 फीसदी) के मुकाबले कम होता है, जिससे पेंशन के रूप में भी ज्यादा अमाउंट नहीं मिलता है. इस नए प्लान के तहत लोगों को अब पेंशन के रूप में ज्यादा पैसे मिल सकेंगे. PFRDA ने इस प्रस्ताव पर फीडबैक मांगा है. 19 अक्टूबर तक इस प्रपोजल पर NPS को अपनी राय बताई जा सकती है.
टियर 1 और टियर 2 दोनों अकाउंट में मिलेगी यह सुविधा
अगर पीएफआरडीए का प्रपोजल लागू होता है तो सब्सक्राइबर को यह बताना होगा कि वह सिस्टमैटिक लम्प सम विड्रॉल (Systemic lump sum withdrawal) के तहत हर महीने, तिमाही या छमाही पैसे का पेमेंट चाहता है. यह सुविधा एनपीएस के टियर 1 और टियर 2 दोनों अकाउंट में मिलेगी. साथ ही उसे एन्युटी से मिलने वाली पेंशन भी मिलती रहेगी, इस तरह उनके पास रेगुलर इनकम के दो स्रोत हो जाएंगे.
आपको बता दें कि नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी एक पेंशन योजना है. यह एक प्रकार की पेंशन कम इन्वेस्टमेंट स्कीम है जो कि बाजार आधारित रिटर्न की गारंटी देती है. NPS की शुरुआत 1 जनवरी, 2004 को हुई थी. शुरू में इसे सिर्फ सरकारी कर्मचारी के लिए लागू किया गया था, लेकिन 2009 से इस स्कीम को और भी लोगों के लिए खोल दिया गया.
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Tags: NPS, Small Saving Schemes