BPCL में सरकारी हिस्सेदारी खरीदने के लिए 3 कंपनियों ने लगाई बोली, केंद्र को मिलेंगे 45,000 करोड़ रुपये

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि तीन कंपनियों ने बीपीसीएल में सरकारी हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा जताई है.
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा कि देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) में केंद्र सरकार (Central Government) की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी (Stake) खरीदने के लिए तीन कंपनियों से बोलियां (Bids) मिली हैं. पहले चरण के बाद चुनी गई कंपनियां अब फाइनेंशियल बिड (Financial Bid) लगाएंगी.
- News18Hindi
- Last Updated: December 2, 2020, 10:52 PM IST
नई दिल्ली. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने बताया कि देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) में सरकार की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी (Government Stake) खरीदने के लिए तीन शुरुआती बोलियां (Bids) मिली हैं. प्रधान ने कहा कि बीपीसीएल के निजीकरण (Privatization) के लिए तीन कंपनियों ने एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट (EoI) जमा कराया है. पहले चरण में चुनी गई योग्य कंपनियों को दूसरे चरण में फाइनेंशियल बिड (Financial Bid) के लिए कहा जाएगा. इस बोली प्रक्रिया में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों (PSUs) को बोली लगाने की इजाजत नहीं है.
वेदांता और दो अमेरिकी कंपनियों ने हिस्सेदारी के लिए लगाई बोली
केंद्र सरकार को उम्मीद है कि उसे बीपीसीएल के निजीकरण से 45,000 करोड़ रुपये मिलेंगे. खनन क्षेत्र की कंपनी वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने बीपीसीएल में केंद्र सरकार की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट दिया है. वहीं, अमेरिका की दो कंपनियों ने भी इसके लिए बोली लगाई है. इनमें एक कंपनी अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट है. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) ने हाल में इसके बारे में शेयर बाजार को जानकारी दे दी है. हालांकि, प्रधान ने इसका ज्यादा ब्योरा नहीं दिया.
ये भी पढ़ें- जैक मा की Ant Group कर रही पेटीएम में अपनी 30% हिस्सेदारी बेचने की तैयारी, जानें वजहइन तेल कंपनियों ने नहीं दिखाई हिस्सेदारी खरीदने की कोई इच्छा
बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), सऊदी अरामको (Aramco), ब्रिटिश पेट्रोलियम (BP) और टोटल (Total) जैसी बड़ी तेल कंपनियों ने बोलियां नहीं लगाई हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को रुचि पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख तक अपने प्रस्ताव जमा नहीं कराए. हालांकि, कंपनी को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था. वहीं, दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको ने भी इसके लिए रुचि पत्र जमा नहीं कराया. ब्रिटेन की बीपी और फ्रांस की टोटल की भारतीय ईंधन बाजार में एंट्री करने की योजना थी, लेकिन उन्होंने भी बीपीसीएल की हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा नहीं जताई है.
वेदांता और दो अमेरिकी कंपनियों ने हिस्सेदारी के लिए लगाई बोली
केंद्र सरकार को उम्मीद है कि उसे बीपीसीएल के निजीकरण से 45,000 करोड़ रुपये मिलेंगे. खनन क्षेत्र की कंपनी वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने बीपीसीएल में केंद्र सरकार की 52.98 फीसदी हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रेस्ट दिया है. वहीं, अमेरिका की दो कंपनियों ने भी इसके लिए बोली लगाई है. इनमें एक कंपनी अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट है. धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि डिपार्टमेंट ऑफ इंवेस्टमेंट एंड पब्लिक एसेट मैनेजमेंट (DIPAM) ने हाल में इसके बारे में शेयर बाजार को जानकारी दे दी है. हालांकि, प्रधान ने इसका ज्यादा ब्योरा नहीं दिया.
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बीपीसीएल में हिस्सेदारी खरीदने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), सऊदी अरामको (Aramco), ब्रिटिश पेट्रोलियम (BP) और टोटल (Total) जैसी बड़ी तेल कंपनियों ने बोलियां नहीं लगाई हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सोमवार को रुचि पत्र दाखिल करने की अंतिम तारीख तक अपने प्रस्ताव जमा नहीं कराए. हालांकि, कंपनी को सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था. वहीं, दुनिया की सबसे बड़ी तेल कंपनी सऊदी अरामको ने भी इसके लिए रुचि पत्र जमा नहीं कराया. ब्रिटेन की बीपी और फ्रांस की टोटल की भारतीय ईंधन बाजार में एंट्री करने की योजना थी, लेकिन उन्होंने भी बीपीसीएल की हिस्सेदारी खरीदने की इच्छा नहीं जताई है.