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मोदी सरकार के इस कदम से अब दाल की कीमतों में आएगी कमी!, अरहर, उड़द और मूंग की दालें हो जाएंगी इतनी सस्ती

Pulses Price: उड़द, मूंग और अरहर जैसी दालों की कीमतें कम हो सकती हैं. (न्यूज़18).

Pulses Price: उड़द, मूंग और अरहर जैसी दालों की कीमतें कम हो सकती हैं. (न्यूज़18).

Prices of Pulses: देश में दलहन फसलों के उत्पादन पर हुए असर से सप्लाई घटने के कारण दाल की कीमतें बढ़ती ही जा रही हैं. खा ...अधिक पढ़ें

नई दिल्ली. देश में दालों की कीमतों (Prices of Pulses) में उछाल से मोदी सरकार (Modi Government) चिंतित नजर आ रही है. देश में दलहन फसलों के उत्पादन पर हुए असर से सप्लाई घटने के कारण दाल की कीमतें बढ़ती ही जा रही हैं. खासकर उड़द, मूंग और अरहर जैसी दालों की कीमतें कम होने का नाम नहीं ले रही है. हालांकि, देश के कई हिस्सों में दालों की उपज में बढ़ोतरी हुई है, लेकिन इसके बावजूद दाल की कीमतें लोगों को परेशान कर रही है. ऐसे में मोदी सरकार ने जमाखोरी को लेकर सख्त रुख अख्तियार कर लिया है. बुधवार को मोदी सरकार ने दालों की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए इसकी जमाखोरी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने अब दाल आयातकों से अपना भंडार घोषित करने को कहा है. इससे दालों की जमाखोरी रोकने में मदद मिलेगी.

दाल की कीमतों में लगातार उछाल के बाद मोदी सरकार ने बुधवार को दाल आयातकों से पारदर्शी तरीके से नियमित आधार पर दालों का भंडार के बारे में जानकारी देने को कहा है. साथ ही अनाज की जमाखोरी नहीं करने को कहा है. घरेलू बाजार में दाल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए यह निर्देश दिया गया है. फरवरी से लेकर अब तक दालों की कीमतों में तकरीबन 1200 रुपये प्रति क्विंटल तक उछाल देखने को मिला है. इससे फुटकर बाजार में दाल की कीमतों में 10 से 15 रुपये की तेजी आ गई है.

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देश में अगले कुछ दिनों में चने और मसूर की फसल अच्छी होने की उम्मीद है.

दाल की कीमतें अब घटेंगी!
बुधवार को उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने दाल के बड़े आयातकों से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि जो भी उनके पास भंडार हैं, उसके बारे में नियमित आधार पर और पारदर्शी तरीके से जानकारी दें. साथ ही मंत्रालय ने कहा है कि वे दाल की ऐसी कोई जमाखोरी नहीं करें, जिससे घरेलू बाजार में दालों की उपलब्धता बाधित हो. आने वाले दिनों में दाल की खपत को देखते हुए केंद्र सरकार ने यह फैसला लिया है.

दाल की कीमतें इतनी बढ़ गईं
अगर बात करें अरहर दाल की तो हाल के दिनों में इसकी कीमत में रिकार्ड बढोतरी हुई है. इसका असर बाजार पर भी पड़ रहा है. अरहर के दाल में फरवरी से लेकर अब तक तकरीबन 1200 रुपये प्रति क्विंटल का उछाल देखने को मिला है. फरवरी में अरहर 8550 से 9000 रुपये प्रति क्विंटल में आसानी से उपलब्ध हो जाया करता था, जो अब बढ़कर 10500 रुपये तक पहुंच गया है.

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केंद्र सरकार को इनपुट मिले रहे थे कि देश के कई राज्यों में दालों की जमाखोरी शुरू हो गई.

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ऐसे में केंद्र सरकार को इनपुट मिले रहे थे कि देश के कई राज्यों में दालों की जमाखोरी शुरू हो गई है, इसलिए दाम में तेजी आ रही है. इसे रोकने के लिए बुधवार को केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को दिशा-निर्देश दिए हैं. हालांकि, देश में अगले कुछ दिनों में चने और मसूर की फसल अच्छी होने की उम्मीद है, जिससे इन दालों की कीमतें नीचे जा सकती हैं. लेकिन, अरहर दाल की कीमतें को लेकर चिंता बरकरार रहेगी. इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार हरकत में आई है और जमाखोरी नजर रखने के लिए एक कमिटी का गठन किया है.

Tags: Delhi-NCR News, Power consumers, Pulses Price, Pulses Price in India

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