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ट्रेन के पहिए का कितना होता है वजन? जानकर नहीं होगा यकीन, 5 लोग मिलकर भी उठा नहीं सकते भार

ट्रेन के पहिये में इतना वजह होता है कि अकेला इंसान उसे हिला नहीं सकता. (Image - Canva)

ट्रेन के पहिये में इतना वजह होता है कि अकेला इंसान उसे हिला नहीं सकता. (Image - Canva)

Train wheel weight : ट्रेन की तरह उसके पहिए भी बेहद शक्तिशाली होते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इतनी मजबूत ट्रेन ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

रोजाना करोड़ों लोग भारतीय रेल के जरिए ही एक जगह से दूसरी जगह पर जाते हैं.
यात्रियों को ले जाने के अलावा भारतीय रेल माल वाहक का काम भी करती है.
क्या कभी आपने सोचा है ट्रेन के पहियों का वजन कितना होता होगा.

नई दिल्ली. ट्रेन में सफर करना किसे नहीं अच्छा लगता, शायद ही कोई हो जो ट्रेन में बोर होता हो. ट्रेन में बैठकर शानदार नजारों के साथ ही कई अलग-अलग चीजें देखने को मिलती है. इसके अलावा रेलवे से जुड़ी भी कई ऐसी बातें होती हैं जो लोगों को पता नहीं होती हैं. इनमें से कई चीजों को यात्री सफर के समय देखते भी हैं. लेकिन इनके बारे में बहुत कम लोगों को मालूम होता है. आज हम आपको भारतीय रेल के बारे में एक ऐसी जानकारी देने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप शायद ही आप जानते होंगे. यह जानकारी ट्रेन के पहिए से जुड़ी हुई है. देखने में तो यह काफी भारी लगता ही है, पर इसमें वजन कितना होता है, इस बारे में लोगों को जानकारी नहीं है.

यात्रियों को ले जाने के अलावा भारतीय रेल माल वाहक का काम भी करती है. तो क्या कभी आपके दिमाग में ये बात आई है कि हजारों यात्रियों को अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचाने वाली ट्रेन के पहिए का वजन आखिर कितना होता है. चलिए नहीं पता तो हम बताते हैं. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAIL) मुताबिक, ट्रेन के इंजन और डिब्बो में अलग-अलग वजन के पहिये लगे होते हैं.

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जानें कितना वजन होता डिब्बों में लगे पहिये का
अगर हम ट्रेन के डिब्बों की बात करें तो लाल रंग के LHB कोच के एक पहिये का वजन तकरीबन 326 किलो होता है. जबकि, ब्रॉड गेज पर चलने वाली सामान्य ट्रेनों के डिब्बे में लगे एक पहिये का वजन 384 से 394 किलो तक होता है. वहीं, बात अगर EMU ट्रेन की करें तो इसके डिब्बों में एक पहिये का वजन तकरीबन 423 किलो तक होता है.

इंजन के पहिये का वजन होता है डिब्बों से अलग
इंजन में लगे पहिये का वजन डिब्बों से ज्यादा है. जाहिए सी बात है इंजन का वजन ज्यादा होता है तो उसके पहिये का वजन भी ज्यादा होता है. नैरो गेज वाली ट्रेन के इंजन के एक पहिये का वजन 144 किलो होता है. मीटर गेज पर चलने वाले इंजन के एक पहिये का वजन 421 किलो होता है. डीजल इंजन के एक पहिये का वजन करीब 528 किलो होता है. वहीं इलेक्ट्रिक इंजन के एक पहिये का वजन 554 किलो होता है. अगर यह ट्रेन का पहिया किसी के ऊपर गिर जाए तो उसकी कई हड्डियां टूटना तय है. ट्रेन के इंजन और डिब्बे में लगाए जाने वाले पहियों का वजन अलग-अलग होता है.

Tags: Indian railway, Indian Railways, Railway, Railway Knowledge

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