नई दिल्ली. देश में नवरात्र (Navratra) शुरू होते ही आलू के दाम (Potato Price) में बेतहाशा बढ़ोतरी देखी जा रही है. नवरात्र के दौरान आम लोग फलहार में आलू का आहार ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) सहित देश के कई हिस्सों में आलू का रेट 60 रुपये पार कर गया है. कोरोना महामारी के बीच नवरात्र पूजा शुरू होने के साथ आलू के दाम में इस तरह बढ़ोतरी से आम लोगों के जेब पर अतिरिक्त खर्च पड़ रहा है. कारोबारियों का कहना है कि मंडी में 30 रुपए किलो मिलने वाले आलू की कीमत फूटकर बाजार में 50 से 60 रुपए तक पहुंच गई है. नवरात्र के बीच में भी दाम में आगे और इजाफा होने की संभावना है. आलू के दाम में बढ़ोतरी की मुख्य वजह आवक में कमी है. आलू के साथ-साथ प्याज भी महंगी हुई है. प्याज की कीमत इस समय खुदरा में 60 रुपए किलो है. वहीं, थोक में इसकी कीमत 20-25 रुपए है. वहीं, टमाटर की बात की जाय तो टमाटर की कीमतों में नरमी देखने को मिली है. 80 रुपए तक मिलने वाला टमाटर इस वक्त 40-50 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मिल रहा है.
आलू की आवक पिछले साल से आधी
कारोबारी बताते हैं कि आलू की आवक पिछले साल से आधी हो गई है. इसीलिए कीमतों में तेजी आई है. इस साल कोरोना वायरस महामारी, बारिश और फिर बाढ के चलते बुआई और सप्लाई दोनों ही प्रभावित हुई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में बीते कुछ दिनों से आलू का थोक भाव 25 से 35 रुपए प्रति किलो चल रहा है. वहीं, ये दाम पहले 15-20 रुपये प्रति किलोग्राम हुए थे. इसी वजह से रिटेल में भाव (आम लोगों को मिलने वाले दाम) 50-60 रुपये प्रति किलोग्राम हो गए हैं. वहीं, कुछ खास क्वालिटी के आलू का दाम तो 70 तक भी पहुंच गया है.

सब्जियों बढ़ते दाम से घर का बजट बिगड़ता जा रहा है.
नवरात्र की वजह से रेट बढ़ें हैं?
गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद फल एवं सब्जी मंडी में इस समय आलू के रेट 30 से 35 रुपये चल रहे हैं. पिछले एक सप्ताह से आवक में कमी की वजह से रेट 5 से 10 रुपये ऊपर गए हैं. थोक विक्रेता सुंदर भाटी कहते हैं, 'अभी पहले 20 से 25 ट्रक आलू रोज आवक हो रही है. नवरात्र की वजह से 5 से 7 ट्रक की आवक बढ़ जाती है.' गाजियाबाद के इंदिरापुरम, वैशाली और कोशांबी जैसे इलाके में ठेले पर आलू 60 रुपये तक बिक रहे हैं.
आंकड़ा क्या कहता है?
गौरतलब है कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय द्वारा जारी दूसरे अग्रिम उत्पादन के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019-20 के दौरान देश में आलू का उत्पादन 513 लाख टन हुआ, जबकि एक साल पहले 2018-19 में देश में आलू का उत्पादन 501.90 लाख टन हुआ था. रबी सीजन में आमतौर पर आलू की बुवाई सितंबर के आखिर में शुरू होती है और नवंबर तक चलती है, जबकि हार्वेस्टिंग दिसंबर से मार्च तक चलती है.
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कोरोना संक्रमण को लेकर लगाए गए लॉकडाउन के बाद खाद्य सामग्रियों की दरों में अच्छी खासी कमी देखी गई थी, लेकिन अब अनलॉक के दौर में खाद्य सामग्रियों के दाम आसमान पर छूने लगे हैं. इसमें आलू और प्याज जैसी सब्जियों के साथ दाल और सरसों के तेल जैसी वस्तुओं के दामों में भी जोरदार तेजी देखने को मिल रही है.undefined
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Tags: Inflation, Maa durga, Navratri, Navratri Celebration, Potato price and profit
FIRST PUBLISHED : October 17, 2020, 18:53 IST