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महामारी के बाद 'उधार' की लत! हर खर्च के लिए क्रेडिट कार्ड से पेमेंट, देनदारी बढ़ने पर बैंकों ने लिमिट घटाई

RBI के आंकड़ों के अनुसार, FY 2020-21 में क्रेडिट कार्ड भुगतान 6,30,414 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 के पहले 9 महीनों में 10,49,065 करोड़ रुपये रहा.

RBI के आंकड़ों के अनुसार, FY 2020-21 में क्रेडिट कार्ड भुगतान 6,30,414 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 के पहले 9 महीनों में 10,49,065 करोड़ रुपये रहा.

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष (FY) 2020-21 में क्रेडिट कार्ड भुगतान 6,30,414 करोड ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

देश में कोरोना महामारी के बाद क्रेडिट कार्ड से भुगतान का चलन बढ़ा.
डेबिट कार्ड का इस्तेमाल सिर्फ एटीएम से पैसे निकालने में किया जा रहा है.
विशेषज्ञ बोले- खर्च करने की बढ़ती आदतों के कारण क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में उछाल आया.

नई दिल्ली. कोरोना महामारी (Corona Pandemic) के बाद से देश में क्रेडिट कार्ड से भुगतान का चलन बढ़ा है और डेबिट कार्ड इस मामले में पीछे रह गए हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के आंकड़ों से इस बात का खुलासा हुआ है. विशेषज्ञों का मानना ​​है कि खर्च करने की बढ़ती आदतों के कारण कोविड-19 के बाद क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल में उछाल आया है. हालाँकि, ग्राहक एटीएम से निकासी के लिए डेबिट कार्ड को प्राथमिकता देना जारी रखते हैं.

भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के आंकड़ों से पता चलता है कि वित्तीय वर्ष (FY) 2020-21 में क्रेडिट कार्ड भुगतान 6,30,414 करोड़ रुपये से बढ़कर FY23 के पहले नौ महीनों में 10,49,065 करोड़ रुपये हो गया. इसी अवधि में डेबिट कार्ड से भुगतान 6,61,385 करोड़ रुपये से घटकर 5,61,450 करोड़ रुपये रहा.

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डेबिट कार्ड से होने वाले पेमेंट्स घटे
क्रेडिट कार्ड के माध्यम से भुगतान दिसंबर 2019 में 65,736 करोड़ रुपये से बढ़कर दिसंबर 2022 में 1,26,524 करोड़ रुपये हो गया, जिसमें 92 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई. दिसंबर 2020 में यह आंकड़ा 63,487 करोड़ रुपये और दिसंबर 2021 में 93,907 करोड़ रुपये था. दूसरी ओर, डेबिट कार्ड भुगतान दिसंबर 2019 में 83,953 करोड़ रुपये से गिरकर दिसंबर 2022 में 58,625 करोड़ रुपये हो गया, जो 30 प्रतिशत की गिरावट दिखाता है.

क्यों बढ़ा क्रेडिट कार्ड का चलन?
पहचान नहीं बताते हुए प्राइवेट बैंक के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “सरप्लस अमाउंट हर परिवार बचत खातों के जरिए बैंकों के पास रख रहे हैं और अकाउंट में बैलेंस कम होने पर अपने डेबिट कार्ड का उपयोग नहीं करते हुए सभी खर्चों के लिए क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं. यह प्रवृत्ति साफतौर पर हमें देखने को मिल रही है.”

बैंकों ने क्रेडिट जारी किए, लिमिट भी घटाई
महामारी के दौरान बैंकों ने कम जोखिम वाले प्रोफाइल और बेहतर भुगतान क्षमता वाले ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड जारी करना शुरू किया. इस दौरान कुछ ग्राहकों की क्रेडिट लिमिट भी कम कर दी. आरबीआई के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है यह फिगर दिसंबर 2020 में 65,178 करोड़ रुपये और दिसंबर 2021 में 66,491 करोड़ रुपये था. इस वित्तीय वर्ष के पहले नौ महीनों (अप्रैल से दिसंबर 2022) में, क्रेडिट कार्ड पर कुल बकाया राशि 22 प्रतिशत या 32,301 करोड़ रुपये बढ़कर 1,80,090 करोड़ रुपये हो गई.

इतना ही नहीं इस अवधि में क्रेडिट कार्ड की संख्या भी बढ़ी है. आरबीआई के अनुसार, सिस्टम में क्रेडिट कार्ड नंबर दिसंबर 2022 में बढ़कर 8.12 करोड़ हो गए, जो दिसंबर 2021 में 6.89 करोड़, 2020 में 6.04 करोड़ और 2019 में 5.53 करोड़ थे. चौंकाने वाली बात है कि इस बीच डेबिट कार्ड की संख्या 93.94 करोड़ पर स्थिर रही. दिसंबर 2022 में दिसंबर 2021 में 93.77 करोड़ के मुकाबले 2020 में यह 88.64 करोड़ और 2019 में 80.53 करोड़ थी.

Tags: Bank Loan, Credit card, Credit card limit, Debit card, RBI

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