RBI के डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन ने दिया इस्तीफा!

एन एस विश्वनाथन
डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय लिया है क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें तनाव से संबंधित बीमारी का सामना करने के बाद आराम करने की सलाह दी है.
- News18Hindi
- Last Updated: March 5, 2020, 2:45 PM IST
नई दिल्ली. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए रिटायरमेंट से तीन महीने पहले अपना पद छोड़ दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरबीआई में उनकी 29 सालों की सेवा 31 मार्च को समाप्त हो रही है. एन एस विश्वनाथन से पहले डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने जून 2019 में RBI में अपना पद छोड़ दिया था.
अंग्रेजी के बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय लिया है क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें तनाव से संबंधित बीमारी का सामना करने के बाद आराम करने की सलाह दी है.
जून 2016 में एच आर खान की जगह उन्हें डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था. उन्हें पिछले साल जून में एक और साल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था. इससे पहले, वह RBI में गैर-बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग में चीफ जनरल मैनेजर थे.
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने पिछले साल 24 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. आचार्य को दिसंबर 2016 में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल छह महीने बाद खत्म होने वाला था. लेकिन उन्होंने मोदी सरकार के बजट से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया था.ये भी पढ़ें-मोदी सरकार ने राशन कार्ड को लेकर दिया बड़ा तोहफा, अब नहीं बनवाना होगा नया Card
अंग्रेजी के बिजनेस अखबार इकोनॉमिक टाइम्स में छपी खबर के मुताबिक, डिप्टी गवर्नर एन एस विश्वनाथन के करीबी सूत्रों ने कहा कि उन्होंने यह निर्णय लिया है क्योंकि डॉक्टरों ने उन्हें तनाव से संबंधित बीमारी का सामना करने के बाद आराम करने की सलाह दी है.
जून 2016 में एच आर खान की जगह उन्हें डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया था. उन्हें पिछले साल जून में एक और साल के लिए फिर से नियुक्त किया गया था. इससे पहले, वह RBI में गैर-बैंकिंग पर्यवेक्षण विभाग में चीफ जनरल मैनेजर थे.
आरबीआई के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने पिछले साल 24 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. आचार्य को दिसंबर 2016 में नियुक्त किया गया था और उनका कार्यकाल छह महीने बाद खत्म होने वाला था. लेकिन उन्होंने मोदी सरकार के बजट से ठीक पहले इस्तीफा दे दिया था.ये भी पढ़ें-मोदी सरकार ने राशन कार्ड को लेकर दिया बड़ा तोहफा, अब नहीं बनवाना होगा नया Card