RBI ने बदल दिया आपके ATM कार्ड से जुड़ा नियम! 1 जनवरी से हो सकेगी इतने हजार रुपये की पेमेंट

कॉन्टैक्टलेस कार्ड पेमेंट की बढ़ गई लिमिट
RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कॉन्टैक्टलेस कार्ड पेमेंट की सीमा को बढ़ा दिया है. ये यह सुविधा 1 जनवरी 2021 से प्रभावी हो जाएगी.
- News18Hindi
- Last Updated: December 4, 2020, 12:02 PM IST
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikant Das) ने शुक्रवार को कॉन्टैक्टलेस कार्ड पेमेंट की सीमा को 2,000 रुपये से बढ़ाकर 5,000 रुपये कर दी है. यह सुविधा 1 जनवरी 2021 से प्रभावी हो जाएगी. इसके अलावा रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट (RTGS) को 24x7x365 उपलब्ध कराने का भी कहा है. शक्तिकांत दास ने RTGS की यह सुविधा अगले हफ्ते से ही लागू करने का ऐलान किया है. मतलब सीधा है कि अब आप RTGS के माध्यम से चौबीसों घंटे मनी ट्रांसफर कर सकेंगे. बता दें कि वर्तमान में RTGS सिस्टम महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर हफ्ते के सभी कामकाजी दिनों में सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक उपलब्ध होता है.
RBI की घोषणा के बाद शेयर बाजार में आया उछाल- गौरतलब है कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की मंगलवार से जारी बैठक में आज कई अहम फैसले लिए गए. जिसके बाद से शेयर बाजार में भी रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. RBI ने ब्याज दरों में भले ही बदलाव नहीं किया हो. लेकिन आर्थिक ग्रोथ को लेकर अनुमान बढ़ा दिया. जिसका असर दोनों प्रमुख इंडेक्स पर दिख रहा है. BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 400 अंक बढ़कर 45,000 के पार पहुंच गया है. वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 110 अंक बढ़कर 13,244 के रिकॉर्ड स्तर पर है.

जानिए क्या होता है कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन?- इस टेक्नॉलजी की मदद से कार्ड होल्डर को ट्रांजैक्शन के लिए स्वाइप करने की जरूरत नहीं होती है. पॉइंट ऑफ सेल (POS) मशीन से कार्ड को सटाने पर पेमेंट हो जाता है. कॉन्टैक्टलेस क्रेडिट कार्ड में दो तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है - ‘नियर फील्ड कम्युनिकेशन’ और ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी). जब इस तरह के कार्ड को इस तकनीक से लैस कार्ड मशीन के पास लाया जाता है, तो पेमेंट अपने-आप हो जाता है.ये भी पढ़ें : RBI गवर्नर का बड़ा ऐलान! अगले हफ्ते से बदल जाएगा पैसों के लेन-देन से जुड़ा ये नियम
मशीन की 2 से 5 सेंटीमीटर की रेंज में भी कार्ड को रखा जाए तो पेमेंट हो सकता है. इससे कार्ड को किसी मशीन में डालने या उसे स्वाइप करने की जरूरत नहीं पड़ती. न ही पिन या ओटीपी डालने की जरूरत होती है. कॉन्टैक्टलेस पेमेंट की अधिकतम सीमा 2,000 रुपए होती है. एक दिन में पांच कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन किए जा सकते हैं. इससे ज्यादा राशि के पेमेंट के लिए पिन डालने या ओटीपी की जरूरत होती है.
RBI की घोषणा के बाद शेयर बाजार में आया उछाल- गौरतलब है कि रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की मंगलवार से जारी बैठक में आज कई अहम फैसले लिए गए. जिसके बाद से शेयर बाजार में भी रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली है. RBI ने ब्याज दरों में भले ही बदलाव नहीं किया हो. लेकिन आर्थिक ग्रोथ को लेकर अनुमान बढ़ा दिया. जिसका असर दोनों प्रमुख इंडेक्स पर दिख रहा है. BSE का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 400 अंक बढ़कर 45,000 के पार पहुंच गया है. वहीं, NSE का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 110 अंक बढ़कर 13,244 के रिकॉर्ड स्तर पर है.
जानिए क्या होता है कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन?- इस टेक्नॉलजी की मदद से कार्ड होल्डर को ट्रांजैक्शन के लिए स्वाइप करने की जरूरत नहीं होती है. पॉइंट ऑफ सेल (POS) मशीन से कार्ड को सटाने पर पेमेंट हो जाता है. कॉन्टैक्टलेस क्रेडिट कार्ड में दो तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है - ‘नियर फील्ड कम्युनिकेशन’ और ‘रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन’ (आरएफआईडी). जब इस तरह के कार्ड को इस तकनीक से लैस कार्ड मशीन के पास लाया जाता है, तो पेमेंट अपने-आप हो जाता है.ये भी पढ़ें : RBI गवर्नर का बड़ा ऐलान! अगले हफ्ते से बदल जाएगा पैसों के लेन-देन से जुड़ा ये नियम
मशीन की 2 से 5 सेंटीमीटर की रेंज में भी कार्ड को रखा जाए तो पेमेंट हो सकता है. इससे कार्ड को किसी मशीन में डालने या उसे स्वाइप करने की जरूरत नहीं पड़ती. न ही पिन या ओटीपी डालने की जरूरत होती है. कॉन्टैक्टलेस पेमेंट की अधिकतम सीमा 2,000 रुपए होती है. एक दिन में पांच कॉन्टैक्टलेस ट्रांजैक्शन किए जा सकते हैं. इससे ज्यादा राशि के पेमेंट के लिए पिन डालने या ओटीपी की जरूरत होती है.