सस्ते में AC और फ्रिज खरीदने का मौका, 1 जनवरी से 6,000 रुपये तक बढ़ सकता है दाम- जानें वजह

नए साल के पहले खरीद लें AC-फ्रिज
नया एनर्जी लेवलिंग नॉर्म्स अगले साल जनवरी से लागू होने वाला है, जिसके बाद 5 स्टार फ्रिज-एसी बनाना 6,000 रुपये तक महंगा हो सकता है.
- News18Hindi
- Last Updated: November 24, 2019, 10:33 AM IST
नई दिल्ली. अगर आप एयर कंडीशनर (AC) या रेफ्रिजरेटर्स (Refrigerators) खरीदने की सोच रह हैं तो जल्दी करें, क्योंकि नए साल यानी जनवरी से एसी और रेफ्रिजरेटर्स 6,000 रुपये तक महंगे हो सकते हैं. दरअसल, नया एनर्जी लेवलिंग नॉर्म्स (New Energy Labelling Norms) अगले साल जनवरी से लागू होने वाला है, जिसके बाद 5 स्टार रेफ्रिजरेटर्स बनाना 6,000 रुपये तक महंगा हो सकता है.
कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक उद्योग संगठन (CEAMA) के मुताबिक, लेवलिंग गाइडलाइंस के लागू होने से इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं को फाइव स्टार फ्रिज को कूलिंग के लिए पारंपरिक फोम की जगह वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा. इसलिए प्रोडक्ट की कीमत में करीब 6000 रुपये तक का इजाफा हो सकता है.
15 फीसदी बढ़ी एसी की बिक्री- इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में एसी की बिक्री में 15 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. यह पहले से चल रहे 35 फीसदी ग्रोथ से ज्यादा है. एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि वो एसी पर लगने वाले जीएसटी को कम करके 18 फीसदी स्लैब में लेकर आएं. ये भी पढ़ें: किसानों की आमदनी दोगुनी करने में मदद करता है सरकार का ये कार्ड, जानिए इससे जुड़ी सभी बातें
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का आकार साल 2024-25 तक दोगुना होकर 1.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. इसमें कहा गया है कि ग्रामीण खपत में वृद्धि, खुदरा की बढ़ती पहुंच, ब्रांडों और उत्पादों के मूल्यों की एक बड़ी रेंज के कारण इसमें तेजी देखने की उम्मीद है.भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार- इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का कुल कारोबार 2018-19 में 76,400 करोड़ रुपये का रहा था, जिसके 2024-25 तक 1.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. 2018-19 में घरेलू उपकरणों का कारोबार 32,200 करोड़ रुपये का रहा था. एक अंदाजे के मुताबिक रेफ्रिजरेटर का उत्पादतन 2018-19 में 145 लाख इकाइयों की तुलना में 2024-25 तक 275 लाख यूनिट तक बढ़ सकता है.
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कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक उद्योग संगठन (CEAMA) के मुताबिक, लेवलिंग गाइडलाइंस के लागू होने से इलेक्ट्रॉनिक निर्माताओं को फाइव स्टार फ्रिज को कूलिंग के लिए पारंपरिक फोम की जगह वैक्यूम पैनल का इस्तेमाल करना पड़ेगा. इसलिए प्रोडक्ट की कीमत में करीब 6000 रुपये तक का इजाफा हो सकता है.
15 फीसदी बढ़ी एसी की बिक्री- इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में एसी की बिक्री में 15 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. यह पहले से चल रहे 35 फीसदी ग्रोथ से ज्यादा है. एसोसिएशन ने सरकार से मांग की है कि वो एसी पर लगने वाले जीएसटी को कम करके 18 फीसदी स्लैब में लेकर आएं. ये भी पढ़ें: किसानों की आमदनी दोगुनी करने में मदद करता है सरकार का ये कार्ड, जानिए इससे जुड़ी सभी बातें
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का आकार साल 2024-25 तक दोगुना होकर 1.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. इसमें कहा गया है कि ग्रामीण खपत में वृद्धि, खुदरा की बढ़ती पहुंच, ब्रांडों और उत्पादों के मूल्यों की एक बड़ी रेंज के कारण इसमें तेजी देखने की उम्मीद है.भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स का कारोबार- इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का कुल कारोबार 2018-19 में 76,400 करोड़ रुपये का रहा था, जिसके 2024-25 तक 1.48 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है. 2018-19 में घरेलू उपकरणों का कारोबार 32,200 करोड़ रुपये का रहा था. एक अंदाजे के मुताबिक रेफ्रिजरेटर का उत्पादतन 2018-19 में 145 लाख इकाइयों की तुलना में 2024-25 तक 275 लाख यूनिट तक बढ़ सकता है.
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