जल्द इस मार्केट में कब्ज़ा जमा सकती है रिलायंस, इन लोगों को होगा फायदा

रिलायंस जल्द रिटेल मार्केट में भी उतर सकती है. मुकेश अंबानी की कंपनी RIL के रिटेल मार्केट में उतरने से एक नया रिवॉल्यूशन होता दिख रहा है.
रिलायंस जल्द रिटेल मार्केट में भी उतर सकती है. मुकेश अंबानी की कंपनी RIL के रिटेल मार्केट में उतरने से एक नया रिवॉल्यूशन होता दिख रहा है.
- hindi.moneycontrol.com
- Last Updated: May 13, 2019, 1:18 PM IST
रिलायंस जल्द रिटेल मार्केट में भी उतर सकती है. मुकेश अंबानी की कंपनी RIL के रिटेल मार्केट में उतरने से एक नया रिवॉल्यूशन होता दिख रहा है. बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच की एक रिपोर्ट के मुताबिक RIL की एंट्री से डिजिटल स्टोर की संख्या 2023 तक 50 लाख से अधिक हो जायेगी. देश का रिटोल मार्केट तकरीबन 700 अरब डॉलर का है. इसके स्टोर भी अपने आप को डिजिटाइजेशन के इस युग में शामिल कर रहे हैं.
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जियो मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल के जरिए उपभोक्ताओं को सप्लाई करने में मदद करेगी
जीएसटी आने से रिटेल मार्केट को आगे बढ़ने में सहायता मिल रही है. जिससे रिटेल मार्केट को भी मॉडर्नन होने का दबाव बढ़ गया है. रिलायंस पूरी दुनिया में ऑनलाइन-टू ऑफलाइन ई-कॉमर्स मंच तैयार कर रहा है. रिलायंस अपनी तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए मोहल्ले में मौजूद किराना की दुकानों को जियो मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल के जरिए अपने 4 जी नेटवर्क से जोड़ने के अवसर तलाश रही है. जिसका इस्तेमाल उपभोक्ताओं की सप्लाई करने में किया जाएगा.ये भी पढ़ें: रेल यात्री ध्यान दें! गर्मियों की छुट्टियों से पहले बदले PNR और बोर्डिंग से जुड़े ये नियम
इन कंपनियों को देगी टक्कर
RIL के इस कदम से स्नैपबिज, नक्कड़ शॉप्स और ग्रोफुगल जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस महज तीन हजार रुपये में मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल मशीनें दे रही है. जबकि स्नैपबिज 50 हजार रुपये और नुक्कड़ शॉप्स की मशीनें 30 हजार रुपये से 55 हजार रुपये तक की कीमत में मिल रही हैं. इसके अलावा ग्रोफुल के लिए तो 15 हजार से एक लाख रुपये तक भुगातान करना पड़ता है.
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कुल मिलाकर रिलायंस के रिटेल मार्केट में आने से दुकानदारों में डिजिटलीकरण को अपनाने के लिए होड़ मच सकती है. लिहाजा डिजाटाइजेशन बढ़ने से उम्मीद है कि रिलायंस के अभी के 15 हज़ार डिजिटल स्टोर की संख्या 2023 तक में 50 लाख पार हो जाएंगे.
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जियो मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल के जरिए उपभोक्ताओं को सप्लाई करने में मदद करेगी
जीएसटी आने से रिटेल मार्केट को आगे बढ़ने में सहायता मिल रही है. जिससे रिटेल मार्केट को भी मॉडर्नन होने का दबाव बढ़ गया है. रिलायंस पूरी दुनिया में ऑनलाइन-टू ऑफलाइन ई-कॉमर्स मंच तैयार कर रहा है. रिलायंस अपनी तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए मोहल्ले में मौजूद किराना की दुकानों को जियो मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल के जरिए अपने 4 जी नेटवर्क से जोड़ने के अवसर तलाश रही है. जिसका इस्तेमाल उपभोक्ताओं की सप्लाई करने में किया जाएगा.ये भी पढ़ें: रेल यात्री ध्यान दें! गर्मियों की छुट्टियों से पहले बदले PNR और बोर्डिंग से जुड़े ये नियम
इन कंपनियों को देगी टक्कर
RIL के इस कदम से स्नैपबिज, नक्कड़ शॉप्स और ग्रोफुगल जैसी कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना है. रिपोर्ट के मुताबिक, रिलायंस महज तीन हजार रुपये में मोबाइल प्वाइंट ऑफ सेल मशीनें दे रही है. जबकि स्नैपबिज 50 हजार रुपये और नुक्कड़ शॉप्स की मशीनें 30 हजार रुपये से 55 हजार रुपये तक की कीमत में मिल रही हैं. इसके अलावा ग्रोफुल के लिए तो 15 हजार से एक लाख रुपये तक भुगातान करना पड़ता है.
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कुल मिलाकर रिलायंस के रिटेल मार्केट में आने से दुकानदारों में डिजिटलीकरण को अपनाने के लिए होड़ मच सकती है. लिहाजा डिजाटाइजेशन बढ़ने से उम्मीद है कि रिलायंस के अभी के 15 हज़ार डिजिटल स्टोर की संख्या 2023 तक में 50 लाख पार हो जाएंगे.