आवेदन आरबीआई की वेबसाइट rbi.org.in पर जाकर ऑनलाइन करना है.
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने आज कहा कि रिटेल निवेशक सरकारी बॉन्ड में निवेश करने के लिए अब जल्द ही केंद्रीय बैंक में गिल्ट अकाउंट खोल सकते हैं. बैंक के इस कदम से भारत में बांड मार्केट में अतिरिक्त वृद्धि हो पाएगी. दास ने कहा कि आरबीआई जल्द ही इस प्रक्रिया के लिए दिशानिर्देश जारी करेगा. बता दें कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने मौद्रिक नीति समिति (RBI MPC) की बैठक में इस बात की घोषणा की.
सरकारी बॉन्ड मार्केट में निवेश का मिलेगा सीधा एक्सेस- आरबीआई प्रमुख ने कहा कि भारत उन देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जहां रिटेल निवेशकों की सरकारी बॉन्ड तक सीधी पहुंच होती है. इससे रिटेल और कॉरपोरेट निवेशकों को जल्द सरकारी बॉन्ड मार्केट का सीधा एक्सेस मिल जाएगा. बता दें कि आरबीआई सरकारी बॉन्ड बेचता है. इसमें बड़े वित्तीय संस्थान निवेश करते हैं. सरकारी बॉन्ड को सबसे सुरक्षित निवेश माना जाता है.
निवेशकों का दायरा बढ़ाने के लिए उठाया कदम- आरबीआई के इस कदम को बहुत अहम माना जा रहा है. इससे सरकारी बॉन्ड में निवेशकों के दायरे का विस्तार होगा. साथ ही बॉन्ड खरीदने और बेचने में भी आसानी होगी. रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह और सरकार सरकारी बॉन्ड बाजार के लिए निवेशकों का दायरा बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. आरबीआई का यह फैसला सरकारी बॉन्ड में निवेश को लेकर मौजूदा रणनीति बदलने का हिस्सा है. सरकारी बॉन्ड बाजार को जी-सेक मार्केट भी कहा जाता है.
सरकारी बॉन्ड बाजार में निवेशकों का दायरा बढ़ाने का जिक्र सरकार ने 2021-22 के बजट में किया था. सरकार ने कहा था कि स्टॉक एक्सचेंज के जरिए छोटे निवेशकों को प्राइमरी और सेकेंडरी मार्केट में निवेश की सुविधा देने के लिए आरबीआई कदम उठाएगा. वर्तमान में बहुत कम देश हैं जहां सरकारी प्रतिभूतियों में रिटेल निवेशक डायरेक्ट पोजिशन ले सकते हैं. भारत में केवल कुछ बड़ी कंपनियां जी-सेक में निवेश करती हैं.
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