नई दिल्ली. रूस के हमले के बाद यूक्रेन में पैसों के लेन-देन (Money Transfer) को लेकर कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं. नेशनल बैंक ऑफ यूक्रेन ने इलेक्ट्रॉनिक कैश ट्रांसफर (Electronic Cash Transfer) पर रोक लगा दी है. बैंकों को ई-वॉलेट में ई-मनी डालने से मना किया गया है. फॉरेन एक्सचेंज मार्केट (Foreign Exchange Market) पर रोक लगा दी है. बैंकों से पैसे निकालने की लिमिट तय कर दी गई है. रिटेल बैंक अकाउंट्स से फॉरेन करेंसी इश्यू करने पर भी रोक लगा दी गई है.
नेशनल बैंक ऑफ यूक्रेन के इन कदमों के बाद यूक्रेन में क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrencies In Ukraine) का इस्तेमाल लोगों ने बड़े पैमाने पर शुरू कर दिया है. यूक्रेन क्रिप्टोकरेंसी के बड़े एक्सचेंज कूना के आंकड़ों से पता चलता है कि यूक्रेन के नागरिक टेथर के यूएसडीटी स्टेबलकॉइन (Tether’s USDT Stablecoin) के लिए प्रीमियम चुका रहे हैं. यह अमेरिकी डॉलर के प्राइस से लिंक्ड है.
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यूक्रेन में सरकार ने युद्ध के हालातों के बीच क्रिप्टोकरेंसी को लेकर 20 फरवरी को क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता दी थी. यूक्रेन की संसद ने क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े कानून को पास कर दिया गया और क्रिप्टोकरेंसी को वैध घोषित कर दिया गया है.
कूना के फाउंडर माइकल चोबानियन ने कहा, “हमें सरकार पर भरोसा नहीं है. हम लोकल करेंसी पर भी भरोसा नहीं करते. ज्यादातर लोगों के पास क्रिप्टो के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं बचा है.” टेथर सबसे पॉपुलर स्टेबलकॉइन है. इसका मार्केट कैप करीब 80 अरब डॉलर है. बिटकॉइन (Bitcoin) और इथेरियम (Ethereum) के उलट इसमें काफी कम उतार-चढ़ाव होता है.
वर्तमान एक्सचेंज रेट पर 1 यूएसडीटी का प्राइस करीब 32 यूक्रेनियनय हर्विनिया (यूक्रेन की करेंसी) या 1.10 डॉलर है. मांग बढ़ने के साथ ही इसकी कीमत भी बढ़ती जा रही है.. वैसे पिछले कुछ महीनों से यूक्रेन सरकार देश को डिजिटल करेंसी का हब बनाने की कोशिशों में जुटी है.
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ब्लॉकचेन एनालिटिक्स कंपनी Elliptic ने पिछले दिनों अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि रूस के साथ तनाव बढने पर यूक्रेन के कई एनजीओ को भारी संख्या में बिटकॉइन डोनेशन में मिल रहे हैं. रिपोर्ट में बताया कि उसकी जानकारी वाले एनजीओ और वॉलंटियर समूहों को साल 2021 में 6,70,000 डॉलर (करीब 5 करोड़ रुपये) की क्रिप्टोकरेंसी डोनेशन में मिले हैं. इस फंड को हासिल करने के लिए इन एनजीओ ने बहुत सारे क्रिप्टो वॉलेट का इस्तेमाल किया है. Elliptic के चीफ साइंसटिस्ट टॉम रॉबिन्सन ने का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल तेजी से युद्ध के लिए क्राउंडफंडिग जुटाने में हो रहा है.
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