HDFC Bank के बाद SBI में भी सिस्टम आउटेज की समस्या, करोड़ों ग्राहकों पर असर

भारतीय स्टेट बैंक
भारतीय स्टेट बैंक में भी सिस्टम आउटेज की समस्या सामने आई है. इससे YONO ऐप के जरिए बैंकिंग सेवाएं बाधित हैं. SBI का कहना है कि इस समस्या को दुरुस्त करने का काम चल रहा है. गुरुवार को ही एचडीएफसी बैंक में भी सिस्टम आउटेज की समस्या सामने आई थी.
- News18Hindi
- Last Updated: December 3, 2020, 9:34 PM IST
नई दिल्ली. प्राइवेट सेक्टर के एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के बाद गुरुवार को ही भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के YONO ऐप से जुड़े सिस्टम में भी गड़बड़ी की बात सामने आई है. SBI के मोबाइल ऐप में इस तकनीकी खामी से परेशान ग्राहकों का गुस्सा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी देखने को मिला. इसके बाद एसबीआई ने ट्वीट कर जानकारी दी कि बैंक की तरफ से इस गड़बड़ी को दुरुस्त करने का काम चल रहा है. एसबीआई ने ग्राहकों से अपील भी की कि वो इंटरनेट बैंकिंग सॉल्यूशन और योना लाइट ऐप का इस्तेमाल करें.
गुरुवार को ही एसबीआई की तरफ से किए गए ट्वीट में लिखा गया, 'सिस्टम आउटेज की वजह से योनो मोबाइल एप्लीकेशन पर असर पड़ा है. अबाध्य सेवाओं के लिए सिस्टम रिस्टोरेशन का काम जारी है. असुविधा के लिए हमें खेद है और हम सभी ग्राहकों से अनुरोध करते हैं कि वो बैंकिंग जरूरतों के लिए ऑनलाइन एसबीआई और YONO Lite का इस्तेमाल करें.'
यह भी पढ़ें: भूल जाएं महंगे सिलेंडर की टेंशन, अब घर बैठे ऐसे खरीदें 50 रुपये सस्ता
कई ग्राहकों ने शिकायत की कि उन्हें एसबीआई के मोाबइल एप्लीकेशन के इस्तेमाल में तकनीकी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनके स्क्रीन पर error M005 दिखाई दे रहा है.
पौने तीन करोड़ हैं योनो यूजर्स
गौरतलब है कि 49 करोड़ कस्टमर बेस के साथ एसबीआई देश का सबसे बड़ा बैंक है, जिसके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हर रोज 4 लाख से ज्यादा का लेन-देन होता है. बैंक में होने वाले कुल लेन-देन का 55 फीसदी डिजिटल चैनल के माध्यम से होता है. इसमें योनो ऐप की हिस्सेदारी करीब आधी है. योनो यूजर्स की कुल संख्या करीब 2.76 करोड़ है.
यह भी पढ़ें: क्या है HDFC Bank पर RBI की इस रोक का मतलब? ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा?
एचडीएफसी बैंक में भी सिस्टम आउटेज की समस्या
गुरुवार को भी एचडीएफसी बैंक के प्राइमरी स्टोरेज सेंटर सिस्टम आउटेज का मामला सामने आया था. इस प्राइवेट सेक्टर के बैंक में इस खामी को देखते हुए बैंकिंग नियामक आरबीआई ने कुछ प्रतिबंध लगा दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक में इस समस्या की वजह प्राइमरी डेटा सेंटर में पावर फेल्योर है. पहले ही बैंक के सामने ऐसी समस्या आ चुकी है. इसी को देखते हुए आरबीआई अब इसके डिटेल्स के बारे में जानना चाहता है ताकि बैंक का एटीएम ऑपरेशंस, कार्ड्स और UPI लेन-देन बाधित न हो.
गुरुवार को ही एसबीआई की तरफ से किए गए ट्वीट में लिखा गया, 'सिस्टम आउटेज की वजह से योनो मोबाइल एप्लीकेशन पर असर पड़ा है. अबाध्य सेवाओं के लिए सिस्टम रिस्टोरेशन का काम जारी है. असुविधा के लिए हमें खेद है और हम सभी ग्राहकों से अनुरोध करते हैं कि वो बैंकिंग जरूरतों के लिए ऑनलाइन एसबीआई और YONO Lite का इस्तेमाल करें.'
यह भी पढ़ें: भूल जाएं महंगे सिलेंडर की टेंशन, अब घर बैठे ऐसे खरीदें 50 रुपये सस्ता
कई ग्राहकों ने शिकायत की कि उन्हें एसबीआई के मोाबइल एप्लीकेशन के इस्तेमाल में तकनीकी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. उनके स्क्रीन पर error M005 दिखाई दे रहा है.
We request our esteemed customers to bear with us as we work towards restoring YONO SBI app to provide for an uninterrupted banking experience.#SBI #StateBankOfIndia #ImportantAnnouncement #InternetBanking #OnlineSBI pic.twitter.com/7Qykf85r85
— State Bank of India (@TheOfficialSBI) December 3, 2020
पौने तीन करोड़ हैं योनो यूजर्स
गौरतलब है कि 49 करोड़ कस्टमर बेस के साथ एसबीआई देश का सबसे बड़ा बैंक है, जिसके डिजिटल प्लेटफॉर्म पर हर रोज 4 लाख से ज्यादा का लेन-देन होता है. बैंक में होने वाले कुल लेन-देन का 55 फीसदी डिजिटल चैनल के माध्यम से होता है. इसमें योनो ऐप की हिस्सेदारी करीब आधी है. योनो यूजर्स की कुल संख्या करीब 2.76 करोड़ है.
यह भी पढ़ें: क्या है HDFC Bank पर RBI की इस रोक का मतलब? ग्राहकों पर क्या असर पड़ेगा?
एचडीएफसी बैंक में भी सिस्टम आउटेज की समस्या
गुरुवार को भी एचडीएफसी बैंक के प्राइमरी स्टोरेज सेंटर सिस्टम आउटेज का मामला सामने आया था. इस प्राइवेट सेक्टर के बैंक में इस खामी को देखते हुए बैंकिंग नियामक आरबीआई ने कुछ प्रतिबंध लगा दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, एचडीएफसी बैंक में इस समस्या की वजह प्राइमरी डेटा सेंटर में पावर फेल्योर है. पहले ही बैंक के सामने ऐसी समस्या आ चुकी है. इसी को देखते हुए आरबीआई अब इसके डिटेल्स के बारे में जानना चाहता है ताकि बैंक का एटीएम ऑपरेशंस, कार्ड्स और UPI लेन-देन बाधित न हो.