मल्टीबैगर स्टॉक, वैसे स्टॉक होते हैं जो अपने निवेश पर कई बार रिटर्न देते हैं.
नई दिल्ली. हीरे की परख जौहरी को होती है लेकिन कुछ हीरे ऐसे होते हैं जिनकी परख देर से हो पाती है. दीपक नाइट्रेट (Deepak Nitrite) एक ऐसा ही शेयर है जो अपने लिस्टिंग प्राइस से 8 गुना हो गया है. फिलहाल ये स्टॉक 2,250 के आसपास ट्रेड कर रहा है. इस कंपनी का आईपीओ 1971 में आया था तब से इस स्टॉक ने बेहतरीन रिटर्न्स दिए हैं. जे एम फाइनेंशियल ने इस स्टॉक का टारगेट प्राइस 2,895 दिया है.
कोरोना के समय 10 फरवरी, 2020 को इस शेयर का दाम 459 रुपये था जबकि 18 अक्टूबर, 2021 को इस स्टॉक ने 3020 रुपये के स्तर को छुआ. अकेले इसी अवधि के दौरान इस स्टॉक ने 6 गुना रिटर्न दिया. इस समय भी ये स्टॉक 2,000 रुपये के ऊपर ट्रेड कर रहा है.
धीमी लेकिन ठोस शुरूआत
दीपक नाइट्रेट एक कैटेलिस्ट (Catalyst) की तरह आई और फिर इसने पूरी केमिकल इंडस्ट्री की कैमिस्ट्री को बदल कर रख दिया. लेकिन इस कंपनी की ग्रोथ के पीछे सबसे प्रमुख इसका मैनेजमेंट है . 1970 में इस कंपनी का मार्केट कैपिटाइलेजशन 45 लाख था जो आज बढ़कर 39,000 करोड़ हो गया है.
केमिकल कंपनी को खड़ा करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है. एक केमिकल कंपनी को खड़ा करने में काफी समय लगता है लेकिन कंपनी के मैनेजमेंट ने इस कंपनी को ना सिर्फ डायवर्सिटी केमिकल कंपनी बनाया बल्कि एक ग्लोबल प्लेयर के तौर पर भी अपने पैरों पर खड़ा किया.
चाइन प्लस वन से फायदा
भारत में केमिकल इंडस्ट्री का कारोबार 2025 तक 300 बिलियन डॉलर पहुंचने का अनुमान है. पिछले 5 सालों में केमिकल इंडस्ट्री कंपनी की औसत जीडीपी से 1.3 गुना बढ़ी है. भारत दुनिया की छठी सबसे बड़ी केमिकल मार्केट है. नाइट्रेशन प्रोसेस में दीपक नाइट्रेट एक लीडर के तौर पर सामने आई है.
चीन दुनिया में केमिकल कंपनियों का सबसे बड़ा देश है. 2009 में बीजिंग ओलंपिक के दौरान जब चीन में केमिकल कंपनियों को बंद किया गया तो दीपक नाइट्रेट को फलने-फूलने का मौका मिला. 2010 के बाद कंपनी ने कैपेक्स करने का फैसला किया और इसके बाद ये कंपनी भारत में सोडियम नाइट्राइट और सोडियम नाइट्रेट की सबसे बड़ी उत्पादक कंपनी बन गई दीपक नाइट्रेट के प्रोडक्ट पोर्टफोलियों में Intermediates, Organic Intermediates और Fine & Specialty Chemical है. कंपनी की कामयाबी इस बात पर रही है कि मैनेजमेंट ने नाइट्रेट और नाइट्राइट के अलावा सोलर सॉल्ट औऱ फ्यूल एडिक्टिव्ज़ की मैन्युफैक्चरिंग पर भी ध्यान दिया. यानि कंपनी समय-समय पर अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियों को Diversify करती रही.
फिनोल का दम
2016 में कंपनी ने फिनोल का उत्पादन शुरू किया. करीब 1,400 करोड़ की लागत से कंपनी ने दीपक फिनोलिक्स के नाम से एक अलग से कंपनी ही बना डाली. फिनोल और एसीटोन से कंपनी को जबरदस्त फायदा हुआ. फिनोल आटोमोबाइल, एग्री इंडस्ट्री, फार्मा, रबर और पेंट में काफी इस्तेमाल होता है. भारत में पहली बार इतने कॉमप्लेक्स केमिकल को बड़े पैमाने पर उत्पादित करने का फैसला दीपक नाइट्रेट के लिए गेमचेंजर साबित हुआ. अप्रैल 2020 में कंपनी ने एसीटोन से Isopropyl Alcohol (IPA) बनाने के लिए 30,000 एमपीटीए क्षमता वाले एक नए प्लांट की शुरूआत की. इस केमिकल कंपाउड के बाद दीपक नाइट्रेट के मैनेजमेंट ने साबित कर दिया कि वो नए प्रोडक्ट्स को लाने में कोई भी जोखिम लेने से पीछे नहीं हटेंगे.
इसके अलावा दीपक नाइट्रेट Sodium Nitrate, Sodium Nitrite, Nitro Toluidine, Fuel Additives, Nitrosyl Sulphuric Acid जैसे प्रोडक्ट भी बनाती है जो बेसिक केमिकल्स का हिस्सा हैं जिनसे करीब 17.31 फीसदी का रेवेन्यू मिलता है. वहीं कंपनी Xylidines, Oximes, Cumidines, Specialty Agrochemicals जैसे फाइन और स्पेशलिटी केमिकल्स का प्रोडक्शन भी करती है.
साहसिक मैनेजमेंट
कंपनी की ग्रोथ के पीछे मैनेजमेंट के साहसिक फैसले रहे हैं. कंपनी ने सोलवेंट के लिए 700 करोड़ और लाइफ साइंसेज प्रोडक्ट्स के लिए 300 करोड़ का केपेक्स कर रही है. दीपक नाइट्रेट की सफलता की कहानी के पीछे प्रोडक्ट का डायवर्सिफिकेशन होना है. बेसिक केमिकल्स से लेकर फिनोलिक्स में कंपनी ने काफी निवेश किया है जिसके बाद वो फ्री कैश फ्लो करने में कामयाब रही है. कंपनी का फोकस हमेशा से ऐसे उत्पादों को पैदा करने में रहा है जिनको अभी तक देश में इंपोर्ट किया जाता रहा है. आने वाले समय में निवेशक पैसा बना पाएंगे या नहीं ये कहना मुश्किल है लेकिन भारतीय केमिकल इंडस्ट्री अच्छा करती रहेगी लेकिन कमोडिटी प्रोडक्ट पोर्टफोलियों होने के बावजूद कंपनी का ग्रोथ को लेकर नजरिया आक्रामक है.
.
Tags: Multibagger stock, Share market, Stock market
कंगना रनौत ने फिर काटा बवाल! रणबीर कपूर को बताया ड्रग एडिक्ट और वुमेनाइजर, बोलीं- 'अब भगवान राम बनना चाहता है'
2013 से 2017 तक... सिर्फ ये 5 फिल्म हुई थी ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर, 1 के नाम है ऐसा रिकॉर्ड जो अब तक नहीं टूटा
9 साल और 7 सुपर फ्लॉप फिल्में, लाखों की कार, करोड़ों के घर की हैं मालकिन, जानें कितना कमाती हैं ये एक्ट्रेस