सीरम इंस्टीट्यूट के CEO अदार पूनावाला बने Asian of the Year, कोविड-19 से लड़ने में निभाई अहम भूमिका

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ हैं अदार पूनावाला
दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मैनुफैक्चरर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) को 'एशियन ऑफ द इयर' (Asian of the Year) चुना गया है.
- भाषा
- Last Updated: December 5, 2020, 4:54 PM IST
नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन मैनुफैक्चरर सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (Serum Institute of India) के सीईओ अदार पूनावाला (Adar Poonawalla) को 'एशियन ऑफ द इयर' (Asian of the Year) चुना गया है. सिंगापुर के दैनिक 'द स्ट्रेट्स टाइम्स' (The Straits Times) ने अदार पूनावाला समेत छह लोगों का नाम 'एशियन ऑफ द ईयर' सम्मान के लिए चुना है. इस वर्ष कोविड-19 (COVID-19) महामारी के खिलाफ लड़ाई में योगदान देने वालों को इस सम्मान के लिए चुना गया है.
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडन कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविड-19 के टीके 'कोविशिल्ड' को विकसित करने का काम कर रहा है और इसके लिए भारत में टीके के ट्रायल किए जा रहे हैं.
पूनावाला के अलावा 5 अन्य भी लिस्ट में
इस लिस्ट में पूनावाला के अतिरिक्त जो पांच अन्य लोग शामिल हैं, वे हैं चीन के अनुसंधानकर्ता झांग योंगझेन जिन्होंने महामारी के जिम्मेदार सार्स-सीओवी-2 के पहले पूरे जिनोम का पता लगाने वाले दल का नेतृत्व किया, चीन के मेजर जनरल चेन वई, जापान के डॉ. युईची मोरिशिता और सिंगापुर के प्रोफेसर आई इंग आंग. ये सभी वे लोग हैं जो वायरस के खिलाफ टीका बनाने में आगे हैं. लिस्ट में दक्षिण कोरिया के व्यवसायी सिओ जंग-जिन का भी नाम है, उनकी कंपनी भी टीके के निर्माण और उसे उपलब्ध करवाने का काम करेगी.ये भी पढ़ें: ये हैं दुनिया के 10 सबसे दौलतमंद देश, देखें भारत है किस नंबर पर
'द स्ट्रेट्स टाइम्स' के मुताबिक इन सभी लोगों को 'द वायरस बस्टर्स' का विशेषण दिया गया है जो अपनी क्षमतानुसार कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के प्रयास में जुटे हैं.
1966 में हुई थी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना
अदार पूनावाला के पिता सायरस पूनावाला ने एसआईआई की स्थापना 1966 में की थी। 39 वर्षीय आदर ने संस्थान की कमान पूरी तरह से 2011 में संभाली. पूनावाला ने कहा कि उनका संस्थान गरीब देशों की टीके तक पहुंच बनाने में मदद कर रहा है।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडन कंपनी एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर कोविड-19 के टीके 'कोविशिल्ड' को विकसित करने का काम कर रहा है और इसके लिए भारत में टीके के ट्रायल किए जा रहे हैं.
पूनावाला के अलावा 5 अन्य भी लिस्ट में
इस लिस्ट में पूनावाला के अतिरिक्त जो पांच अन्य लोग शामिल हैं, वे हैं चीन के अनुसंधानकर्ता झांग योंगझेन जिन्होंने महामारी के जिम्मेदार सार्स-सीओवी-2 के पहले पूरे जिनोम का पता लगाने वाले दल का नेतृत्व किया, चीन के मेजर जनरल चेन वई, जापान के डॉ. युईची मोरिशिता और सिंगापुर के प्रोफेसर आई इंग आंग. ये सभी वे लोग हैं जो वायरस के खिलाफ टीका बनाने में आगे हैं. लिस्ट में दक्षिण कोरिया के व्यवसायी सिओ जंग-जिन का भी नाम है, उनकी कंपनी भी टीके के निर्माण और उसे उपलब्ध करवाने का काम करेगी.ये भी पढ़ें: ये हैं दुनिया के 10 सबसे दौलतमंद देश, देखें भारत है किस नंबर पर
'द स्ट्रेट्स टाइम्स' के मुताबिक इन सभी लोगों को 'द वायरस बस्टर्स' का विशेषण दिया गया है जो अपनी क्षमतानुसार कोरोना वायरस महामारी को खत्म करने के प्रयास में जुटे हैं.
1966 में हुई थी सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की स्थापना
अदार पूनावाला के पिता सायरस पूनावाला ने एसआईआई की स्थापना 1966 में की थी। 39 वर्षीय आदर ने संस्थान की कमान पूरी तरह से 2011 में संभाली. पूनावाला ने कहा कि उनका संस्थान गरीब देशों की टीके तक पहुंच बनाने में मदद कर रहा है।