शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों तक सीमित हैं स्मॉल फाइनेंस बैंक की शाखाएं: RBI

एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक
अपनी स्थापना के बाद से स्मॉल फाइनेंस बैंकों (Small Finance Banks) के ब्रांच नेटवर्क में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन यह ग्रोथ दक्षिणी, पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में केंद्रित है
- News18Hindi
- Last Updated: January 21, 2021, 6:23 PM IST
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) के एक पेपर में कहा गया है कि स्मॉल फाइनेंस बैंकों (Small Finance Banks) की शाखाएं शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में केंद्रित हैं और ग्रामीण और छोटे अर्ध-शहरी केंद्रों में सीमित फैलाव है.
स्मॉल फाइनेंस बैंकों के ब्रांच नेटवर्क में तेजी से वृद्धि
अपनी स्थापना के बाद से स्मॉल फाइनेंस बैंकों के ब्रांच नेटवर्क में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन यह ग्रोथ दक्षिणी, पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में केंद्रित है, जो अपेक्षाकृत अच्छी बैंकिंग सुविधा वाले क्षेत्र हैं. बैंकों की कम उपस्थिति वाले उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में उनकी पैठ कम है.
ग्रामीण केंद्रों में स्मॉल फाइनेंस बैंकों की महज 18 फीसदी शाखाएंभारतीय रिजर्व बैंक के पर्यवेक्षण विभाग के ऋचा सराफ और पल्लवी चव्हाण द्वारा तैयार किए गए पेपर में कहा गया है कि स्मॉल फाइनेंस बैंकों की शाखाएं शहरी और अर्ध-शहरी केंद्रों या विशेष रूप से 20 हजार से अधिक की आबादी वाले टियर 1 से लेकर टीयर 3 केंद्रों तक सीमित हैं. 10 हजार से कम लोगों की आबादी वाले टियर 5-6 (ग्रामीण) केंद्रों में मार्च 2020 में स्मॉल फाइनेंस बैंकों की महज 18 फीसदी शाखाएं थी.
अब तक 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों का परिचालन शुरू
आरबीआई ने 2014 में स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए लाइसेंसिंग गाइडलाइंस जारी किए, जिसके बाद अब तक 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों ने परिचालन शुरू कर दिया है. स्मॉल फाइनेंस बैंकों की शाखाओं की संख्या मार्च 2020 तक बढ़कर 4,307 हो गई, जबकि वित्तीय क्षेत्र की कुल संपत्ति में इनकी हिस्सेदारी मार्च 2019 में 0.4 फीसदी थी.
स्मॉल फाइनेंस बैंक क्या हैं
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 2015 में 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों को लाइसेंस दिया था. हालांकि, बड़े आकार के कारोबारी बैंकों के मुकाबले स्मॉल फाइनेंस बैंकों की कारोबारी गतिविधियां सीमित ही होती हैं. ऐसे बैंकों का 50 फीसदी लोन पोर्टफोलियो 25 लाख रुपये तक की श्रेणी में होना चाहिए. आसान शब्दों में समझें तो इन बैंकों को बड़े लोन देने पर रोक रहती है. इससे इनके सामने बड़ी समस्याएं खड़ी होना करीब-करीब असंभव है. इन बैंकों की निगरानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करता है. आरबीआई की ओर से इन बैंकों के लिए कई कड़े दिशानिर्देश तय किए गए हैं.
स्मॉल फाइनेंस बैंकों के ब्रांच नेटवर्क में तेजी से वृद्धि
अपनी स्थापना के बाद से स्मॉल फाइनेंस बैंकों के ब्रांच नेटवर्क में तेजी से वृद्धि हुई है, लेकिन यह ग्रोथ दक्षिणी, पश्चिमी और उत्तरी क्षेत्रों में केंद्रित है, जो अपेक्षाकृत अच्छी बैंकिंग सुविधा वाले क्षेत्र हैं. बैंकों की कम उपस्थिति वाले उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में उनकी पैठ कम है.
ग्रामीण केंद्रों में स्मॉल फाइनेंस बैंकों की महज 18 फीसदी शाखाएंभारतीय रिजर्व बैंक के पर्यवेक्षण विभाग के ऋचा सराफ और पल्लवी चव्हाण द्वारा तैयार किए गए पेपर में कहा गया है कि स्मॉल फाइनेंस बैंकों की शाखाएं शहरी और अर्ध-शहरी केंद्रों या विशेष रूप से 20 हजार से अधिक की आबादी वाले टियर 1 से लेकर टीयर 3 केंद्रों तक सीमित हैं. 10 हजार से कम लोगों की आबादी वाले टियर 5-6 (ग्रामीण) केंद्रों में मार्च 2020 में स्मॉल फाइनेंस बैंकों की महज 18 फीसदी शाखाएं थी.
अब तक 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों का परिचालन शुरू
आरबीआई ने 2014 में स्मॉल फाइनेंस बैंकों के लिए लाइसेंसिंग गाइडलाइंस जारी किए, जिसके बाद अब तक 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों ने परिचालन शुरू कर दिया है. स्मॉल फाइनेंस बैंकों की शाखाओं की संख्या मार्च 2020 तक बढ़कर 4,307 हो गई, जबकि वित्तीय क्षेत्र की कुल संपत्ति में इनकी हिस्सेदारी मार्च 2019 में 0.4 फीसदी थी.
स्मॉल फाइनेंस बैंक क्या हैं
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 2015 में 10 स्मॉल फाइनेंस बैंकों को लाइसेंस दिया था. हालांकि, बड़े आकार के कारोबारी बैंकों के मुकाबले स्मॉल फाइनेंस बैंकों की कारोबारी गतिविधियां सीमित ही होती हैं. ऐसे बैंकों का 50 फीसदी लोन पोर्टफोलियो 25 लाख रुपये तक की श्रेणी में होना चाहिए. आसान शब्दों में समझें तो इन बैंकों को बड़े लोन देने पर रोक रहती है. इससे इनके सामने बड़ी समस्याएं खड़ी होना करीब-करीब असंभव है. इन बैंकों की निगरानी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया करता है. आरबीआई की ओर से इन बैंकों के लिए कई कड़े दिशानिर्देश तय किए गए हैं.