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ऐपल प्रोडक्ट्स की प्रोडक्शन में चीन को पछाड़ने की कोशिश, टाटा खरीद सकती है विस्ट्रॉन का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

टाटा की सहायक इकाई पहले से ऐपल के लिए कॉम्पोनेंट बनाती है. (फोटो- मनीकंट्रोल)

टाटा की सहायक इकाई पहले से ऐपल के लिए कॉम्पोनेंट बनाती है. (फोटो- मनीकंट्रोल)

टाटा की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी टीईपीएल (टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड) पहले से ऐपल प्रोडक्ट्स के लिए कॉम्पोन ...अधिक पढ़ें

हाइलाइट्स

टाटा ग्रुप और विस्ट्रॉन के बीच यह सौदा 4-5 हजार करोड़ में हो सकता है.
दोनों कंपनियों के बीच जॉइंट वेंचर की अटकलें भी सामने आईं थीं
विस्ट्रॉन की मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी कर्नाटक में स्थित है.

नई दिल्ली. टाटा ग्रुप जल्द ही विस्ट्रॉन कॉर्प का कर्नाटक स्थित मैनुफैक्चरिंग प्लांट खरीद सकता है. इस प्लांट में आईफोन के अलावा ऐपल के अन्य प्रोडक्ट्स का निर्माण होता है. दरअसल, चीन में दुनिया की सबसे बड़ी आईफोन मैन्युक्चरिंग फैसलिटी लॉकडाउन के कारण बंद है जिसकी वजह से आईफोन का प्रोडक्शन बड़े स्तर पर प्रभावित हो रहा है. अगर टाटा और विस्ट्रॉन के बीच यह सौदा हो जाता है तो कुछ हद तक इस परेशानी से ऐपल को राहत मिल सकती है.

टाटा की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी टीईपीएल (टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड) पहले से ऐपल प्रोडक्ट्स के लिए कॉम्पोनेंट बनाती है. हाल ही में खबर आई थी कि टाटा से ऑर्डर प्राप्त करने के लिए टाटा की यह कंपनी बड़े स्तर पर कर्मचारियों की भर्ती करने वाली है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक खबर के अनुसार, यह सौदा 4-5 हजार करोड़ रुपये में हो सकता है. टाटा ग्रुप ने इस खबर पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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जॉइंट वेंचर भी संभव
इसी साल सितंबर में ब्लूमबर्ग ने एक रिपोर्ट में कहा था कि टाटा ग्रुप और विस्ट्रॉन इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग ज्वाइंट वेंचर बनाने का विचार कर रहे हैं. ईटी के अनुसार, टाटा इस वेंचर की अगुआई करेगी लेकिन विस्ट्रॉन की भी कुछ हिस्सेदारी इसमें होगी ताकि उसके ऐपल के ग्लोबल वैंडर के रूप में फायदा मिल सके.

चीन की स्थिति का फायदा उठाने का प्रयास
जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि चीन में लॉकडाउन के कारण वहां मौजूद आईफोन मैन्युफैक्चरिंग की सबसे बड़ी फैसिलिटी बंद है और इसका असर उत्पादन पर हुआ है. अब ऐपल समेत दूसरी इलेक्ट्रॉनिक कंपनियां चीन से इतर और देशों को मैन्युफेक्चरिंग विकल्प के रूप में आजमाना चाह रही हैं. ऐसे में टाटा समूह के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन चीन की कमजोरी का फायदा उठाकर इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स वाली कंपनियों के वेंडर के रूप में भारत को एक पसंदीदा विकल्प बनाने का प्रयास कर रहे हैं.

भारत में आईफोन 14 का निर्माण
ऐपल के भारत में प्रमुख तीन वेंडर हैं. फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन. भारत में अब आईफोन 14 का भी निर्माण किया जा रहा है. बता दें कि फॉक्सकॉन के पास ही आईफोन की सबसे बड़ी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी है. यह चीन के झेंगझाउ में स्थित है.

Tags: Apple, Business news, Manufacturing sector, Tata

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